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खाद्य आपूर्ति अधिकारी के दो पद खाली होने से परेशानी

संवाद सहयोगी, आरएसपुरा : खाद्य एवं आपूर्ति विभाग की लापरवाही व अनदेखी के चलते पिछले काफी समय से उप ज

By JagranEdited By: Published: Mon, 25 Jun 2018 06:01 PM (IST)Updated: Mon, 25 Jun 2018 06:01 PM (IST)
खाद्य आपूर्ति अधिकारी के दो पद खाली होने से परेशानी
खाद्य आपूर्ति अधिकारी के दो पद खाली होने से परेशानी

संवाद सहयोगी, आरएसपुरा : खाद्य एवं आपूर्ति विभाग की लापरवाही व अनदेखी के चलते पिछले काफी समय से उप जिला आरएसपुरा में दो तहसील खाद्य सप्लाई अधिकारी के पद खाली पडे़ हैं। तहसील सप्लाई अधिकारी आरएसपुरा मौजूदा समय में इन दोनों अधिकारियों का दायित्व देख रहे है। इस कारण कामकाज पर व्यापक असर पड़ने के साथ लोग भी परेशान हो रहे है। संबंधित विभाग सब कुछ जानकर भी इसको लेकर कोई कदम नहीं उठा रहा है।

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उल्लेखनीय है कि लोगों की सरकारी राशन वितरण संबंधी समस्या को हल करने के उद्देश्य से सरकार ने उपिजला आरएसपुरा में आरएसपुरा सहित सुचेतगढ़, चकरोई व मीरां साहिब में चार खाद्य सप्लाई के पद स्थापित किए गए। पर पिछले काफी समय से सुचेतगढ़ व चकरोई तहसील खाद्य सप्लाई अधिकारी का पद खाली ही पड़ा हुआ है। दोनों पदों पर किसी भी अधिकारी कि नियुक्ति नहीं की गई है। इसके कारण संबंधी क्षेत्र के लोगों को काफी परेशानी आ रही है। हालांकि दोनों क्षेत्र का चार्ज आरएसपुरा सप्लाई अधिकारी को तो विभाग ने दिया है परंतु जिस मकसद के लिए पद स्थापित किए गए उसका लाभ लोगों को नहीं हो रहा है। लोगों में इसको लेकर विभाग के खिलाफ रोष भी व्याप्त है। लोगों का कहना है कि अगर सरकार ने पद स्थापित किए है तो इस पर अधिकारी तैनात हो इसका भी ख्याल सरकार ने रखना चाहिए।

पूर्व सरपंच व नेका नेता नरेश चौधरी का कहना है कि विभाग कि मिली भगत से ऐसा जानबुझ कर किया जा रहा है। उनका कहना है कि अगर सरकार ने दो पद स्थापित किए तो उस पर अधिकारी को भी तैनात करना जरूरी है। पूर्व पंच यशपाल का कहना है कि दोनों अधिकारियों के न होने से कार्यालय बंद पडे़ हुए है। लोगों के लिए अगर कार्यालय बनाए गए है तो उसमें अधिकारी भी सरकार ने बैठने चाहिए। स्थानीय लोगों का कहना है कि अगर जल्द से जल्द इन अधिकारियों की नियुक्ति नहीं की गई तो इसके खिलाफ वो विरोध प्रदर्शन करेगें।

इस संबंध में खाद्य आपूर्ति विभाग के एसडी रूरल अजय से पूछा गया तो उनका कहना है कि यह काम विभाग निदेशक का है। इसके बारे में उनका बताया गया है। वह इसको लेकर फिर से विभाग निदेशक से बात करेंगे।


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