समाज व परिवार की ताकत हैं बुजुर्ग : चीफ जस्टिस
जागरण संवाददाता, जम्मू : राज्य की चीफ जस्टिस गीता मित्तल ने बुजुर्गो को समाज व परिवार की ताकत करार
जागरण संवाददाता, जम्मू : राज्य की चीफ जस्टिस गीता मित्तल ने बुजुर्गो को समाज व परिवार की ताकत करार देते हुए कहा है कि अभिभावक अपनी जिदगी के स्वर्ण पलों को बच्चों का भविष्य संवारने में बीता देते है और बुजुर्ग होने पर उन्हें सहयोग, प्यार व देखभाल की अपेक्षा रहती है। मित्तल ने कहा कि बुजुर्ग समाज व परिवार की नैतिक जिम्मेदारी है और हर किसी को बुजुर्गाें को पूरा सम्मान देते हुए उनकी देखभाल करनी चाहिए।
राज्य की चीफ जस्टिस शनिवार को बुजुर्गाें के मुद्दों पर आयोजित दो दिवसीय सेमीनार को संबोधित कर रही थी। इससे पूर्व उन्होंने दीप प्रज्वलित कर सेमीनार का उद्घाटन किया। केंद्र सरकार के नेशनल इंस्टीट्यूट आफ सोशल डिफेंस की ओर से स्टेट लीगल सर्विस अथारिटी के सहयोग से गुलशन ग्राउंड के पुलिस आडिटोरियम में इस सेमीनार का आयोजन किया गया है। सेमीनार में बुजुर्गाें के सामने आने वाली विभिन्न दिक्कतों को विस्तारपूर्वक चर्चा करने के साथ उन्हें सामाजिक सुरक्षा प्रदान करने के लिए केंद्र व राज्य सरकार की ओर से चलाई जा रही विभिन्न योजनाओं की जानकारी भी दी गई।
इस बीच चीफ जस्टिस ने शनिवार को कनवेंशन सेंटर में जूवेनाइल जस्टिस एक्ट 2015 के कार्यान्वयन पर दो दिवसीय कार्यशाला का भी उद्घाटन किया। सुप्रीम कोर्ट की जुवेनाइल जस्टिस कमेटी के तत्वाधान में जम्मू-कश्मीर हाईकोर्ट की जुवेनाइल जस्टिस कमेटी ने यूनीसेफ के सहयोग से इस कार्यक्रम का आयोजन किया था। चीफ जस्टिस ने उद्घाटन कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा कि हर बच्चे के अधिकारों को संरक्षण करना हमारा कर्तव्य है। उन्होंने बच्चों को उनके व्यवहार के प्रति जागरूक करने व समाज में भी जागरूकता लाने की जरूरत पर बल दिया।