नेताओं को नजरबंद करने के खिलाफ पैंथर्स का दिल्ली में प्रदर्शन Jammu News
उन्होंने आरोप लगाया कि संसद में जम्मू के सांसदों ने जम्मू के हितों को लेकर एक शब्द भी नहीं बोला। जम्मू को अलग राज्य बनाकर इसके साथ इंसाफ किया जाए।
जम्मू, राज्य ब्यूरो। जम्मू कश्मीर में मुख्यधारा के नेताओं को नजरबंद किए जाने के खिलाफ पैंथर्स पार्टी ने नई दिल्ली में जंतर मंतर पर प्रदर्शन किया। पिछले चार दिनों से दिल्ली में डेरा डाले हर्षदेव सिंह ने कार्यकर्ताओं के साथ मुख्यधारा के नेताओं को नजरबंद किए जाने और जम्मू को अलग राज्य का दर्जा दिए जाने के मुद्दे पर प्रदर्शन किया।
हाथों में बैनर लहराते हुए कार्यकर्ताओं ने नारेबाजी करते हुए कहा कि लोकतंत्र में विपक्ष की आवाज को दबाया जा रहा है। नेताओं की गिरफ्तारी गैर लोकतांत्रिक है। कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए हर्षदेव सिंह ने कहा कि नेताओं को नजरबंद रखने की कार्रवाई तो सिर्फ इमरजेंसी में की जाती है। भारत सरकार जम्मू कश्मीर में हालात सामान्य होने की बात कह रही है। कश्मीर केंद्रित पार्टियों के नेताओं और अलगाववादियों को हिरासत में लेना तो ठीक है लेकिन जम्मू में मुख्यधारा की पार्टियों के नेताओं को नजरबंद रखना समझ से परे है।
उन्होंने कहा कि जम्मू कश्मीर से अनुच्छेद 370 को हटाने के साथ ही डेढ़ सौ वर्ष पुराने राज्य को भी दो भागों में बांट कर केंद्र शासित राज्य बना दिए गए है। महाराजा हरि सिंह ने जम्मू कश्मीर का देश में ऐतिहासिक विलय किया था लेकिन अब जम्मू कश्मीर को केंद्र शासित राज्य बनाकर इसका दर्जा कम कर दिया गया है।
जम्मू को अलग राज्य बनाकर इसके साथ इंसाफ किया जाए। उन्होंने आरोप लगाया कि संसद में जम्मू के सांसदों ने जम्मू के हितों को लेकर एक शब्द भी नहीं बोला। प्रदर्शनकारियों में गगन प्रताप सिंह, पवन देव सिंह, सुदेश डोगरा, सुरजीत सिंह, यशपाल शर्मा व अन्य शामिल थे।