विधानसभा भंग करने की मांग पर पैंथर्स का प्रदर्शन, भाजपा विधायकों के पुतले फूंके
राज्य विधानसभा को चार महीने से निलंबित रखा गया है। अधिक समय तक विधानसभा को निलंबित रखना असंवैधानिक है।
जम्मू, राज्य ब्यूरो। केंद्र सरकार पर राजनीतिक फायदे के लिए राज्य विधानसभा को लम्बे समय तक निलंबित रखने का आरोप लगाते हुए पैंथर्स पार्टी ने प्रदर्शन किया। हाथों में बैनर लहराते हुए कार्यकर्ताओं ने विधानसभा को भंग करके नए सिरे से चुनाव करवाने की मांग करते नारेबाजी की। पार्टी के चेयरमैन हर्षदेव सिंह के नेतृत्व में कार्यकर्ताओं ने प्रेस क्लब के नजदीक प्रदर्शनी मैदान में भाजपा के पच्चीस विधायकों के पुतले फूंके। कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए हर्षदेव सिंह ने कहा कि राज्य विधानसभा को चार महीने से निलंबित रखा गया है। अधिक समय तक विधानसभा को निलंबित रखना असंवैधानिक है। अगर जम्मू कश्मीर में कोई भी राजनीतिक पार्टी सरकार बनाने के लिए आगे नहीं आ रही है तो फिर विधानसभा को भंग करके नए सिरे चुनाव करवा देने चाहिए।
निलंबित विधानसभा के सदस्यों को सीडीएफ समेत सारे फायदे मिल रहे है। इसका राजनीतिक फायदा उठाया जा रहा है। जुलाई 2008 में जब गुलाम नबी आजाद सरकार गिर गई थी तो उस समय शीघ्र ही विधानसभा को भंग कर दिया गया था। साल 2005 में बिहार विधानसभा को एक महीने के बाद भंग कर दिया गया था। आचार संहिता का उल्लंघन करके कई विधायकों ने निकाय चुनाव के दौरान सीडीएफ का इस्तेमाल किया। भाजपा के प्रदेश प्रधान रविंद्र रैना तो राज्यपाल को अपना बंदा भी कह चुके है। विधायकों को वेतन दिया जा रहा है। यह सब राजनीतिक फायदे के लिए हो रहा है। राज्यपाल इन सारे मुद्दों पर चुप क्यों है। वह किस का इंतजार कर रहे है। बिना देरी के विधानसभा को भंग करने की जरूरत है।
प्रदर्शनकारियों में यशपाल कुंडल, मंजु सिंह, राजेश पडगोत्रा, केसर प्रवीन, नीरज देवी, निशा देवी, योगिता, ज्योति, वैष्णो शर्मा, गगन प्रताप सिंह, अनिल गौड़, राजीव महाजन व अन्य शामिल थे।