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उड़ी में पाकिस्तानी गोलीबारी, एलओसी पर तैनात एक जवान जख्मी

उड़ी में एलओसी पर तैनात एक जवान बीती रात पाकिस्तानी सैनिकों द्वारा जंगबंदी का उल्लंघन कर, भारतीय ठिकानों पर की गई गोलाबारी में जख्मी हो गया है।

By Preeti jhaEdited By: Published: Fri, 09 Mar 2018 04:49 PM (IST)Updated: Fri, 09 Mar 2018 04:52 PM (IST)
उड़ी में पाकिस्तानी गोलीबारी, एलओसी पर तैनात एक जवान जख्मी
उड़ी में पाकिस्तानी गोलीबारी, एलओसी पर तैनात एक जवान जख्मी

श्रीनगर, राज्य ब्यूरो। उत्तरी कश्मीर में उड़ी(बारामुला) सेक्टर में एलओसी पर तैनात एक जवान बीती रात पाकिस्तानी सैनिकों द्वारा जंगबंदी का उल्लंघन कर, भारतीय ठिकानों पर की गई गोलाबारी में जख्मी हो गया। भारतीय जवानों ने भी जवाबी कार्रवाई करते हुए पाकिस्तानी ठिकानों पर गोलाबारी की,लेकिन एलओसी पार हुए नुकसान का तत्काल ब्यौरा नहीं मिल पाया है।

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पाकिस्तानी सैनिकों द्वारा दोबारा जंगबंदी का उल्लंघन किए जाने के बाद उड़ी सेक्टर के अग्रिम इलाकों में रहने वाले लोगों में एक बार फिर डर पैदा हो गया है। कई लोगों ने एक बार फिर अपने घरों पर ताला लगा उड़ी तहसील मुख्यालय समेत वादी के अन्य सुरक्षित इलाकों में पनाह लेना शुरु कर दिया है। संबधित अधिकारियों ने पाकिस्तानी सैनिकों द्वारा जंगबंदी का उल्लंघन किए जाने की पुष्टि करते हुए बताया कि वीरवार को देर रात गए अचानक ही गोलाबारी शुरु हुई।

उन्होंने बताया कि पाकिस्तानी सैनिकों ने एलओसी के अग्रिम हिस्से में स्थित जानी पीर बाबा चौकी व उसके दायरे में आने वाली नागरिक बस्तियों को निशाना बनाया। पाकिस्तानी सेना द्वारा दागा गया एक गोला चौकी के बाहरी हिस्से में गिरा और उससे हुए धमाके में सेना की 17 जाट रेजिमेंट से संबधित सिपाही परमवीर सिंह जख्मी हो गया। इसके बाद भारतीय जवानों ने भी पाकिस्तानी ठिकानों पर तीव्र गोलाबारी शुरु कर दी । करीब एक घंटे तक दोनों तरफ लगातार गोलाबारी होती रही और इसके बाद ही पाकिस्तानी बंदूकें शांत हुई।

संबधित अधिकारियों के अनुसार, घायल परमवीर सिंह को निकटवर्ती अस्पताल में उपचार के लिए दाखिल कराया गया है। फिलहाल, उसकी हालत स्थिर बनी हुई है।

उड़ी स्थित एक सैन्य कमांडर ने बताया कि बीती रात जिस तरीके से पाकिस्तानी सैनिकों ने गोलाबारी की है, उसे देखकर लगता है कि स्वचालित हथियारों से लैस आतंकियों के किसी दल को भारतीय इलाके में सुरक्षित घुसपैठ कराने के लिए यह गोलाबारी की है। फिलहाल, सभी फील्ड कमांडरों को सचेत करने के अलावा उड़ी सेक्टर के सभी अग्रिम इलाकों में एक विशेष तलाशी अभियान भी चलाया गया है ताकि अगर गोलाबारी की आड़ में घुसपैठिए आने में कामयाब रहे हें तो उन्हें एलओसी पर ही जिंदा अथवा मुर्दा पकड़ा जा सके।


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