खाना खा रहे किसानों पर पाकिस्तानी सेना दागे मोर्टार
ग्रामीणों ने बताया कि एयर ब्लॉस्ट मोर्टार से बचना बहुत मुश्किल होता है। यह हवा में फट जाता है जिसकी चपेट में बड़ा इलाका आता है। इससे नाले पेड़ या अन्य किसी की आड़ में भी सुरक्षित रहना मुश्किल होता है।
जेएनएन पुंछ/जम्मू : नियंत्रण रेखा (एलओसी) से सटे गावों के लोगों को डराने के लिए पाकिस्तान जानबूझकर उन पर गोलाबारी करता है। सोमवार को पाकिस्तानी सैनिकों ने पुंछ जिले के बाडी चेचिया इलाके के किरनी व कसबा सेक्टर में घास काटने के बाद खाना खा रहे किसानों पर मोर्टार दागे। गनीमत रही कि कोई जानी नुकसान नहीं हुआ। वहीं, शाम को राजौरी जिले के सुंदरबनी सेक्टर में भी गोलाबारी की गई।
कसबा गांव के किसानों ने बताया कि वह नियंत्रण रेखा के नजदीकी इलाके में घास काट रहे थे। दोपहर से ही छोटे हथियारों से गोलाबारी रही थी। भारतीय सेना जवाबी कार्रवाई कर रही थी। दोपहर करीब दो बजे सभी किसान खाना खाने के लिए एक पेड़ के नीचे एकत्रित हो गए। हम लोग खाना खा ही रहे थे, तभी पाकिस्तान ने रेंज बढ़ाकर मोर्टार दागा, लेकिन इसका निशाना चूक गया और नजदीकी नाले में जा गिरा। हम लोग खाना छोड़कर सुरक्षित स्थानों की तरफ भागे। कुछ ही देर में पाकिस्तानी सैनिकों ने रिहायशी इलाकों में भी मोर्टार दागना शुरू कर दिया। आधे घंटे तक दर्जनों मोर्टार दागे गए। एयर ब्लॉस्ट मोर्टार भी दागे। ग्रामीणों ने बताया कि एयर ब्लॉस्ट मोर्टार से बचना बहुत मुश्किल होता है। यह हवा में फट जाता है, जिसकी चपेट में बड़ा इलाका आता है। इससे नाले, पेड़ या अन्य किसी की आड़ में भी सुरक्षित रहना मुश्किल होता है। हालांकि, इस गोलाबारी में कोई जानी नुकसान नहीं हुआ है। दूर शाम तक गोलाबारी रुक-रुककर जारी थी। केरी सेक्टर में तीन चौकियों को बनाया निशाना
पाकिस्तानी सेना ने सोमवार की शाम को अखनूर के केरी सेक्टर में भी गोलाबारी की। पाकिस्तान ने भारतीय सेना की तीन चौकियों नत्थू टिब्बा, ललयाली व क्यारी को निशाना गोलाबारी की। इससे भारतीय क्षेत्र में कोई नुकसान नहीं हुआ है। भारतीय सेना ने करारा जवाब दिया है। पाकिस्तान ने रविवार को भी अखनूर में नियंत्रण रेखा पर नत्थू टिब्बा इलाके को निशाना बनाकर गोले दागे गए थे।