दबाव में पाकिस्तान, कश्मीर में आतंकियों तक हथियार पहुंचाने का कर रहा प्रयास, हथियारों की बड़ी खेप बरामद
पाकिस्तान आतंकवाद को जिंदा रखने के लिए अब किसी तरह वादी में सक्रिय आतंकियों तक हथियार पहुंचाने का प्रयास कर रहा है।
श्रीनगर, राज्य ब्यूरो। कश्मीर में आतंकियों के लगातार मारे जाने और नए आतंकियों की भर्ती में कमी से पाकिस्तान अत्यंत दवाब में है। वह आतंकियों की घुसपैठ भी नहीं करवा पा रहा रहा है। इसलिए पाकिस्तान आतंकवाद को जिंदा रखने के लिए अब किसी तरह वादी में सक्रिय आतंकियों तक हथियार पहुंचाने का प्रयास कर रहा है। यह दावा उत्तरी कश्मीर में एलओसी की हिफाजत के लिए जिम्मेदार सेना की डैगर डिवीजन के जीओसी मेजर जनरल विरेंद्र वत्स ने मंगलवार को बारामुला के उड़ी सेक्टर में दो जगह हथियारों की बड़ी खेप की बरामदगी के बाद किया।
उड़ी में पत्रकारों से बातचीत में मेजर जनरल विरेंद्र वत्स ने बताया कि अब पाकिस्तानी सेना और उसकी खुफिया एजेंसी आइएसआइ ने हथियारों को जम्मू कश्मीर में सक्रिय आतंकियों के लिए सुरक्षित तरीके से पहुंचाने का एक नया तरीका शुरू किया है। वह एलओसी के साथ सटे अग्रिम इलाकों में किसी तरह हथियारों को जगह विशेष पर पहुंचा रहे हैं। इसके बाद उक्त इलाके में रहने वाले आतंकियों के किसी गाइड, ओवरग्राउंड वर्कर या तस्कर के साथ संपर्क कर उसे हथियारों के जखीरे को आगे पहुंचाने के लिए कहते हैं। उनका यह तरीका भी हम नाकाम बना रहे हैं और गत दिनों उड़ी में भी हथियारों की तस्करी के लिए यही तरीका इस्तेमाल में लाया गया है।
मेजर जनरल ने बताया कि रविवार देर शाम उड़ी सेक्टर के अंतर्गत रामपुर सब-सेक्टर के एक अग्रिम गांव के बाहरी छोर पर जंगल में कुछ संदिग्ध गतिविधियां देखी गई थीं। यह गांव तार के पार भारतीय इलाके में है। उसी समय संबंधित यूनिट को सचेत किया गया और और निगरानी शुरू कर दी गई।
सोमवार सुबह सेना ने इलाके में तलाशी अभियान चलाया और करीब सात घंटे की मेहनत के बाद जंगल में एक जगह गुलाम कश्मीर से पहुंचाई गई हथियारों की खेप को जवानों ने बरामद कर लिया। ठिकानों से भारी मात्रा में हथियार बरामद :मेजर जनरल विरेंद्र वत्स ने बताया कि बरामद हथियारों में पांच एसाल्ट राइफलें, छह पिस्तौल, 23 ग्रेनेड, 1254 एके कारतूस और दो रेडियो सेट शामिल हैं।
इसी दौरान बोनियार इलाके में इसी तरह के एक अन्य अभियान में दो एसाल्ट राइफलें, एक पिस्तौल, 10 ग्रेनेड, 100 एके कारतूस और दो रेडियो सेट बरामद किए गए हैं। मेजर जनरल ने कहा कि आइएसआइ ने जिन लोगों के लिए यह हथियार पहुंचाए हैं, वह अग्रिम इलाकों में हीं कहीं रहते होंगे, इसलिए ऐसे तत्वों की तलाश जारी है।
सेटेलाइट तस्वीरों में दिखे आतंकी :
इस बीच चिनार कोर ने सेटेलाइट से ली गई कुछ तस्वीरें जारी की, जिसमें पाकिस्तान की तरफ से बारामुला के रामपुर सेब सेक्टर में आतंकी घुसपैठ करते साफ दिखाई दे रहे हैं। बाद में जब सुरक्षाबलों ने तलाशी अभियान चलाया तो आतंकी एक ठिकाने में हथियार छिपाकर वापस भाग गए थे।