Move to Jagran APP

भारत ने दिया कड़ा जवाब, पाक की छह चौकियां तबाह, भारत ने रात को खाली कराए गांव

अंतरराष्ट्रीय सीमा पर दहशत, पांचवें दिन भी बरसे गोले, लोगों ने आठ घंटो तक घरों में दुबक कर बचाई जान, स्कूल बंद-सीमा सुरक्षा बल दे रहे करारा जवाब।

By Preeti jhaEdited By: Published: Tue, 19 Sep 2017 09:58 AM (IST)Updated: Tue, 19 Sep 2017 12:37 PM (IST)
भारत ने दिया कड़ा जवाब, पाक की छह चौकियां तबाह, भारत ने रात को खाली कराए गांव
भारत ने दिया कड़ा जवाब, पाक की छह चौकियां तबाह, भारत ने रात को खाली कराए गांव

जम्मू, [राज्य ब्यूरो]। अंतरराष्ट्रीय सीमा पर पांच दिन से गोलाबारी कर रहे पाकिस्तान को भारत ने कड़ा जवाब दिया। सीमा सुरक्षा बल के जवानों ने एक के बदले तीन गोले दागकर पाकिस्तान की छह चौकियों को तबाह कर दिया।

loksabha election banner

भारत के कड़े प्रहार का ही नतीजा था कि पाकिस्तान रेंजर्स रविवार रात को हमारे इलाकों में सटीक गोलाबारी नहीं कर पाए। सोमवार सुबह तक हुई गोलाबारी में कोई घायल नहीं हुआ, लेकिन लोगों में दहशत है। सीमा पर गोलाबारी से दोनों तरफ तनाव बना हुआ है। भारत ने पाकिस्तान की नापाक हरकतों को देखते हुए और सोमवार रात सीमा से सटे कई गांवों से लोगों को पीछे हटा दिया। रात को आरएसपुरा के कोरोटाना खुर्द, अब्दुल्लियां व साथ सटे कुछ इलाकों के लोगों को अपने रिश्तेदारों के घर चले जाने की सलाह दी गई। इन गांवों के कुछ ही घरों में अब केवल पुरुष ही हैं।

पाकिस्तान ने रविवार रात साढ़े नौ बजे से गोलाबारी शुरू की जो सोमवार सुबह सुबह साढ़े पांच बजे तक जारी रही। पाकिस्तान की गोलाबारी से अरनिया व साथ लगते आरएसपुरा के करीब दो दर्जन गांव प्रभावित हुए। इन इलाकों में लोग रात को आठ घंटे घरों में दुबके रहे। जिला प्रशासन के आदेश पर सीमा के पांच किलोमीटर के दायरे में आने वाले स्कूल भी पांच दिन से बंद हैं। अरनिया में पांच दिन से गोलाबारी में सीमा प्रहरी समेत दो लोगों की मौत हो गई है व छह लोग घायल हो चुके हैं। एक दर्जन से अधिक घरों को भी नुकसान पहुंचा है। छह मवेशी मारे गए हैं, जबकि तीन दर्जन के घायल होने की सूचना है। गोलाबारी से अरनिया में पलायन भी जारी है। करीब बीस हजार लोग सुरक्षित इलाकों में अपने रिश्तेदारों के घर पहुंच चुके हैं।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.