Move to Jagran APP

पाकिस्तानी गोलाबारी का भी चीनी कनेक्शन, उत्तरी कश्मीर में बड़े बैट हमले की साजिश रच रहा ना'पाक पड़ोसी

पाकिस्तानी सेना किसी भी तरह से लद्दाख के हालात का अनुचित लाभ न उठा पाए इसके लिए एलओसी पर विशेष चौकसी बरती जा रही है।

By Rahul SharmaEdited By: Published: Fri, 19 Jun 2020 10:42 AM (IST)Updated: Fri, 19 Jun 2020 10:42 AM (IST)
पाकिस्तानी गोलाबारी का भी चीनी कनेक्शन, उत्तरी कश्मीर में बड़े बैट हमले की साजिश रच रहा ना'पाक पड़ोसी
पाकिस्तानी गोलाबारी का भी चीनी कनेक्शन, उत्तरी कश्मीर में बड़े बैट हमले की साजिश रच रहा ना'पाक पड़ोसी

श्रीनगर, नवीन नवाज। पूर्वी लद्दाख में चीन के साथ बढ़ते सैन्य तनाव के बीच पाकिस्तानी सेना उत्तरी कश्मीर में किसी बड़े बैट हमले की साजिश रच रही है। इसे देखते हुए नियंत्रण रेखा (एलओसी) के साथ सटे इलाकों में सेना ने सतर्कता बढ़ा दी है। इसी साजिश के तहत पाकिस्तानी सेना युद्धविराम का लगातार उल्लंघन कर रही है। सबसे बड़ी बात है कि यह वही क्षेत्र है जहां बीते माह गुलाम कश्मीर में चीन के सैन्य अधिकारियों ने दौरा किया था।

loksabha election banner

गत वीरवार को भी पाकिस्तान द्वारा उत्तरी कश्मीर में मच्छल सेक्टर में भारतीय सैन्य व नागरिक ठिकानों पर गोलाबारी की गई। इससे पूर्व मंगलवार तड़के टंगडार व करनाह में, दोपहर को उड़ी और बुधवार को नौगाम सेक्टर में भारतीय ठिकानों पर गोलाबारी की थी। संबधित सूत्रों के अनुसार कि बैट हमलों की साजिश और पाकिस्तानी गोलाबारी के समय में चीनी कनेक्शन भी है। उन्होंने बताया कि बीते माह चीनी सेना के अधिकारियों के एक दल ने गुलाम कश्मीर का दौरा किया था। यह दल वहां लगभग एक सप्ताह रहा था और इस दौरान यह टंगडार, करनाह व मच्छल सेक्टर के सामने गुलाम कश्मीर के विभिन्न अग्रिम इलाकों में आतंकी शिविरों और पाकिस्तानी सैन्य प्रतिष्ठानों में भी गया था। चीनी सैन्य अधिकारियों के इस दल ने दुदनियाल, चेलाबंडी, शारदा कैंप का भी दौरा किया था। इस दौरान पाकिस्तान ने वहां इंटरनेट सेवाओं को भी बंद रखा था। साफ है कि पाकिस्तान अब चीन के इशारे पर आतंकी गतिवधियों को तेज करने की साजिश रच रहा है।

उन्होंने बताया कि पाकिस्तानी सेना ने टंगडार व करनाह सेक्टर में मंगलवार तड़के जंगबंदी का उल्लंघन किया था। इससे पूर्व सोमवार रात को पूर्वी लद्दाख में भारत और चीन के सैनिकों के बीच एक संघर्ष हुआ था। इसमें 20 भारतीय जवान शहीद हुए थे। सूत्रों के अनुसार 10 जून के बाद उत्तरी कश्मीर के सामने गुलाम कश्मीर में पाकिस्तानी सेना की गतिविधियों में अचानक तेजी आई है। उन्होंने बताया कि पाकिस्तानी सेना ने अल-बदर और जैश के आतंकियों को अपने विशेष कमांडो दस्ते (एसएसजी) के प्रहार दस्तों में शामिल किया है।

चीन का सैन्य दल कर चुका है आतंकी कैंपों का दौराः खुफिया एजेंसियों को पता चला है कि पाकिस्तानी सेना मच्छल, टंगडार, करनाह व नौगाम सेक्टर में भारतीय सैन्य ठिकानों पर बैट हमले की साजिश रच रही है। इन बैट दस्तों की विशेष ट्रेनिंग मई माह से ही चल रही थी। विशेषकर तब जब चीनी दल गुलाम कश्मीर गया था। उन्होंने बताया कि पाकिस्तानी सेना ने कई बार बैट हमले का प्रयास किया और एक बार कुमाऊं रेजिमेंट के दो जवान शहीद भी हुए थे। उन्होंने बताया कि पाकिस्तानी सेना द्वारा रची जा रही साजिश को नाकाम बनाने के लिए अग्रिम इलाकों में विशेष चौकसी बरती जा रही है। उन्होंने बताया कि सैन्य प्रशासन लगातार उत्तरी कश्मीर की स्थिति की निगरानी कर रहा है।

आतंकियों के विशेष कमांडो को अपने दस्तों में शामिल कियाः पाकिस्तानी सेना किसी भी तरह से लद्दाख के हालात का अनुचित लाभ न उठा पाए, इसके लिए एलओसी पर विशेष चौकसी बरती जा रही है। सभी अग्रिम इलाकों में तैनात अधिकारियों को पाकिस्तान के किसी भी दुस्साहस का मुंह तोड़ जवाब देने के लिए कहा गया है। घुसपैठ रोधी तंत्र की लगातार समीक्षा की जा रही है। अग्रिम नाकों पर तैनात जवानों की लगातार ब्रीफिंग की जा रही है। सूत्रों के अनुसार पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी आइएसआइ आतंकी संगठनों के साथ मिलकर कश्मीर में वारदातें तेज करने की साजिश रच रहे हैं। आइबी और एलओसी में मोर्चाे पर रेंजर्स व पाक सेना ने आतंकियों को साथ शरण दे रखी है ताकि मौका मिलते ही उनकी भारतीय क्षेत्र में घुसपैठ करवा सकें।

क्या है बैट दस्ता

  • पाकिस्तानी सेना की बार्डर एक्शन टीम (बैट) में उसके विशेष कमांडो और आतंकी भी शामिल रहते हैं। यह घात लगातार हमला करते हैं और फिर वापस भाग जाते हैं।

Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.