हथकंडे बदलकर बीएसएफ की सतर्कता जांचता है पाकिस्तान
- सीधे-साधे लोगों को पाक रेंजर भेजते हैं सीमा के पार -सीमा पर गोलाबारी कर करवाता है आतंकि
- सीधे-साधे लोगों को पाक रेंजर भेजते हैं सीमा के पार
-सीमा पर गोलाबारी कर करवाता है आतंकियों की घुसपैठ सुनील चौधरी, सांबा
पाकिस्तान कभी सीमा पर गोलाबारी कर तो कभी सीधे-साधे लोगों को सीमा से इस ओर भेज कर सीमा की मुस्तैदी परखता है ताकि वह किसी न किसी तरीके से घुसपैठ करवा सके। पिछले दिनों में कई बार पाकिस्तान द्वारा अंतरराष्ट्रीय सीमा पर संघर्ष विराम का उल्लंघन किया गया। पाकिस्तान सीमा पर गोलाबारी कर ऐसे हालात पैदा कर देता है ताकि वह आतंकियों की घुसपैठ करवा सके। जब सीमा सुरक्षा बल की ओर से गोलाबारी का मुंहतोड़ जवाब दिया जाता है तो पाकिस्तान अपने हथकंडे बदलकर सीमा सुरक्षा बल की सतर्कता को भी जांचता है। पाकिस्तानी रेंजर सीधे-साधे लोगों, जिनकी दिमागी हालत ठीक नहीं होती, को सीमा से इस ओर धकेलता है ताकि उन्हें सीमा सुरक्षा बल की सतर्कता का अंदाजा लग सके। वहीं माना जा रहा है कि शुक्रवार की देर रात भी पाकिस्तान ने दो लोगों को भारत में भेज दिया। हालांकि घुसपैठियों से कुछ अधिक नहीं मिला परंतु यह कोई गाइड भी हो सकते हैं इससे भी नकारा नहीं जा सकता है।
विदित रहे भारत-पाक अंतरराष्ट्रीय सीमा पर भारत की ओर से जो सुरक्षा तार लगाई गई है इससे लगभग दो दशक पूर्व पाकिस्तान की ओर से बसंतर नदी से घुसपैठ करवाई जाती थी। घुसपैठिए बाड़ा डगोढ़ से चिलाडंगा से होते हुए डूडू बसंतगढ़ से होते हुए डोडा को निकलते थे। उस समय आतंकियों द्वारा बाड़ियां में ट्रेन पर भी हमला किया गया था। दो दशक पूर्व सपवाल में नाके पर पुलिसकर्मियों के साथ भी मुठभेड़ हुई थी। उसी दौरान चिलाडंगा में स्थानीय लोगों ने नाके पर एक आतंकी को मार गिराया था। इसके पश्चात चिलाडंगा में कई बार आतंकियों के साथ मुठभेड़ भी हुई थी। हालांकि सीमा पर सुरक्षा तार लगने के बाद घुसपैठ का रूट समाप्त हुआ परन्तु पाकिस्तान हमेशा से ही घुसपैठ करवाने के नए नए हथकंडे अपनाता रहता है। हाल ही में दो घुसपैठिए सांबा सेक्टर के चक फकीरा में पकड़े गए थे। वह किस मकसद से भारत में आए थे हालांकि इसका पता अभी तक नहीं चला परन्तु इन दोनों घुसपैठियों को भी हल्के में नहीं लिया जा सकता है।