पहलगाम व बालटाल पहुंचा जत्था, बाबा अमरनाथ का पहला दर्शन आज
रात को हर-हर महादेव के जयघोष से गूंज उठे दोनों आधार शिविर, पहले दिन पहुंचे पंद्रह हजार श्रद्धालु-कड़ी सुरक्षा के बीच जम्मू से निकले 2280 शिवभक्त।
जम्मू, [राज्य ब्यूरो] । बम-बम भोले के जयघोष के बीच जम्मू से बुधवार तड़के कड़ी सुरक्षा में निकला श्री अमरनाथ यात्रा का पहला जत्था देर शाम आधार शिविर पहलगाम व बालटाल पहुंच गया। बारिश के बावजूद श्रद्धालुओं के उत्साह में कोई कमी नहीं आई। रात को बारिश भी थम गई और पूरा क्षेत्र हर-हर महादेव के जयघोष से गूंज उठा। दोनों आधार शिविरों में करीब पंद्रह हजार श्रद्धालु पहुंच चुके हैं और वीरवार तड़के ये समुद्रतल से करीब 3888 मीटर की ऊंचाई पर स्थित बाबा बर्फानी की पवित्र गुफा की ओर रवाना होंगे।
राज्यपाल एनएन वोहरा और श्री अमरनाथ श्राइन बोर्ड के वरिष्ठ अधिकारी की मौजूदगी में पहले दर्शन के साथ ही यात्रा आरंभ हो जाएगी।इससे पूर्व जम्मू में आधार शिविर यात्री निवास भगवती नगर में उपमुख्यमंत्री डॉ. निर्मल सिंह ने सुबह सवा पांच बजे पूजा अर्चना के बाद झंडी दिखाकर जत्थे को रवाना किया।
पहले जत्थे में कुल 2280 श्रद्धालु शामिल थे। इनमें 1811 पुरुष, 422 महिलाएं और 47 साधु शामिल थे, जो 46 बसों और 26 हल्के वाहनों पर सवार होकर यात्रा पर निकले। कई श्रद्धालु सीधे भी यात्रा पर रवाना हो चुके हैं। यात्रा को लेकर श्रद्धालुओं में भारी उत्साह नजर आया। पूरा यात्री निवास बम-बम भोले के जयकारों से गूंज उठा।
उपमुख्यमंत्री ने श्रद्धालुओं को शुभकामनाएं देते हुए कहा कि सरकार व श्राइन बोर्ड ने यात्रा के लिए पर्याप्त प्रबंध किए हैं। श्रद्धालुओं को घबराने की जरूरत नहीं है। शरारती तत्वों से सख्ती से निपटा जाएगा। आतंकियों के खिलाफ भी सुरक्षाबलों का अभियान जारी है।
उपमुख्यमंत्री डॉ. निर्मल सिंह, पर्यटन राज्यमंत्री प्रिया सेठी, नेशनल कांफ्रेंस के विधायक देवेंद्र सिंह राणा ने केसरी पगड़ी पहन कर पूजा अर्चना में भाग लिया। इस मौके पर जम्मू के डिवीजनल कमिश्नर डॉ. मंदीप कुमार भंडारी, आइजी जम्मू एसडी सिंह जम्वाल भी मौजूद रहे। श्रद्धालुओं ने यात्रा पर रवाना होने पर भोले के जयघोष लगाए।
झांसी से आए श्रद्धालु जगदीश ने कहा कि वह पहली बार यात्रा पर जाने को लेकर बहुत उत्साहित हैं। भगवान भोले की कृपा हो तो किसी का डर नहीं है। हमारी यात्रा सफलतापूर्वक संपन्न होगी। एक अन्य श्रद्धालु आशीष ने कहा कि वह नौवीं बार यात्रा पर जा रहे हैं। भोलेनाथ की कृपा हर बार बनी रहती है। कश्मीर में खराब माहौल से श्रद्धालुओं के कदम रुकने वाले नहीं हैं।
पहलगाम व बालटाल से शुरू यात्रा
समुद्रतल से करीब 3888 मीटर की ऊंचाई पर स्थित बाबा बर्फानी की पवित्र गुफा की तीर्थयात्रा 29 जून की सुबह पहलगाम और बालटाल से पहले जत्थे की रवानगी के साथ शुरू हुई । इस बीच, वादी में सुरक्षा, शांति व विश्वास का माहौल बनाए रखने और आतंकियों को श्रद्घालुओं व यात्रा मार्ग से दूर रखने के लिए सुरक्षा के अभूतपूर्व प्रबंध किए गए हैं।
सीसीटीवी कैमरे, ड्रोन, खोजी कुत्ते और जासूसों का जाल भी तैयार किया गया है। आइजीपी कश्मीर मुनीर अहमद खान ने भी बुधवार को पहलगाम और काजीगुंड का दौरा कर यात्रा संबंधी सुरक्षा प्रबंधों का जायजा लेते हुए संबंधित सुरक्षा एजेंसियों के वरिष्ठ अधिकारियों के साथ बैठक की।
मंगलवार को उन्होंने सोनमर्ग-बालटाल का दौरा किया था।दक्षिण कश्मीर में बाबा अमरनाथ की तीर्थयात्रा के मद्देनजर सेना की दो अतिरिक्त वाहिनियां तैनात की गई हैं। सेना की तीन अन्य वाहिनियों को जवाहर सुरंग से लेकर बालटाल तक राष्ट्रीय राजमार्ग स्थित सभी संवेदनशील इलाकों में किसी अप्रिय घटना से निपटने और यात्रा मार्ग को सुरक्षित बनाने का जिम्मा सौंपा गया है।लखनपुर से लेकर पूरे यात्रा मार्ग पर सेना के जवानों के अलावा केंद्रीय अर्धसैनिकबलों के 30 हजार जवान व अधिकारी तैनात किए गए हैं।
इनमें जम्मू-कश्मीर पुलिस, सेना और कश्मीर में कानून व्यवस्था की स्थिति संभाल रही अर्धसैनिकबलों की टुकडि़यां भी शामिल हैं।संबंधित अधिकारियों ने बताया कि रामबन से लेकर पहलगाम और बालटाल यात्रा मार्ग को अत्यंत संवेदनशील घोषित किया गया है। यात्रा मार्ग और उससे सटे इलाकों में शरारती तत्वों की निगरानी के लिए ड्रोन की मदद ली जा रही है।
जबकि आधार शिविरों और यात्रा मार्ग पर कुछ विशेष स्थानों पर अवांछित तत्वों की निशानदेही के लिए सीसीटीवी कैमरे लगाए गए हैं। खोजी कुत्तों की मदद सिर्फ विस्फोटकों का पता लगाने के लिए ही नहीं ली जा रही है बल्कि आधार शिविरों में भी उन्हें उनके हैंडलर के साथ तैनात किया गया है।आतंकियों के मंसूबे को नाकाम बनाने के लिए यात्रा मार्ग से सटे सभी संवेदनशील कस्बों और बाजारों में तलाशी अभियान चलाए जा रहे हैं। सेना ने यात्रा मार्ग से सटे जंगलों और पहाड़ों में विशेष अभियान चलाया है।यात्रा मार्ग पर विभिन्न जगहों पर पुलिस और अर्धसैनिकबलों की संयुक्त पड़ताल चौकियां स्थापित करते हुए श्रद्घालुओं के वाहनों के जत्थों में सामान्य वाहनों के दाखिल होने को रोका जा रहा है। सीआरपीएफ की रोड ओपनिंग पार्टी (आरओपी) के विभिन्न दस्ते नियमित अंतराल पर यात्रा मार्ग की जांच कर रहे हैं।
आधार शिविरों और यात्रा मार्ग पर आतंकियों के प्रभाव वाले इलाकों में पुलिस ने अपने मुखबिरों का जाल बिछाया है, जो स्थानीय घटनाक्रम और उससे पैदा होने वाले असर से अधिकारियों को अपडेट कर रहे हैं। इस बीच, आइजीपी कश्मीर मुनीर अहमद खान ने पहलगाम और काजीगुंड का दौरा कर बाबा अमरनाथ यात्रा के लिए सुरक्षा प्रबंधों का जायजा लिया। उन्होंने सेना, पुलिस और केंद्रीय अर्धसैनिकबलों के वरिष्ठ अधिकारियों की बैठक भी ली। किसी अप्रिय घटना से बचने और आतंकियों के मंसूबों को नाकाम बनाने के लिए आपस में समन्वय और सूचनाओं के आदान प्रदान को यकीनी बनाने पर जोर दिया। आइजीपी ने पुलिस, सेना व अर्धसैनिकबलों के संयुक्त नियंत्रण कक्ष का भी जायजा लिया।