Jammu Kashmir: ना-ना करते-करते आखिर जिला विकास परिषद चुनाव के लिए तैयार हुआ पीपुल्स एलायंस
पीपुल्स अलायंस के नेता पिछले दो दिनों से जम्मू में डेरा डाले हुए हैं और स्थानीय नेताओं के साथ-साथ अपनी पार्टी के कार्यकर्ताओं से भी अनुच्छेद 370 नए भूमि कानून सहित कई अन्य मुद्दों पर भी उनकी राय ले रहे हैं।
नवीन नवाज, जम्मू। जम्मू कश्मीर के संविधान-निशान की पुन: बहाली के लिए सब कुछ बलिदान करने की बात करने वाले पीपुल्स एलायंस फॉर गुपकार डिक्लेरेशेन (पीएजीडी) ने राष्ट्रीय संविधान के तहत जिला परिषद (डीडीसी) के चुनाव लडऩे का फैसला किया है। जल्द ही प्रत्याशियों का एलान भी किया जाएगा।
पीएजीडी के प्रवक्ता सज्जाद गनी लोन ने शनिवार को तीन पूर्व मुख्यमंत्रियों डॉ. फारूक अब्दुल्ला, उमर अब्दुल्ला और महबूबा मुफ्ती की मौजूदगी में कहा कि हमने सर्वसम्मति से फैसला लिया है कि हम डीडीसी के चुनाव में अपने साझा उम्मीदवार उतारेंगे।
साथ ही उन्होंने कहा कि जिस मकसद के लिए यह गठजोड़ बना है, उसे पाने के लिए अपनी लड़ाई जारी रखेंगे। पीएजीडी का कोई भी घटक चुनावों के बहिष्कार को लेकर पहले ही दिन से स्पष्ट नहीं था। हालांकि पीडीपी-नेकां पहले पंचायत व निकाय चुनाव का बहिष्कार कर चुकी है। ना-ना के बाद अब डीसीसी के चुनावों में भाग लेने के अलावा उसके पास कोई दूसरा विकल्प भी नहीं था। बहिष्कार करने का मतलब है सत्ता-सियासत दोनों से बेदखली।
इससे पूर्व श्रीनगर और कारगिल के बाद पीपुल्स अलायंस फॉर गुपकार डेक्लेरेशन की बैठक इससे पहले दिनभर शनिवार को पूर्व मुख्यमंत्री डॉ फारूक अब्दुल्ला के जम्मू स्थित आवास पर हुई । इसकी अध्यक्षता फारूक ने ही की। बैठक में पूर्व मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती, उमर अब्दुल्ला सहित कई दलों के प्रमुख नेता मौजूद रहे ।
बैठक में पीपुल्स अलायंस के नेताओं का प्रयास अनुच्छेद 370 पर जम्मू से भी समर्थन जुटाने का है। पीपुल्स अलायंस के नेता पिछले दो दिनों से जम्मू में डेरा डाले हुए हैं और स्थानीय नेताओं के साथ-साथ अपनी पार्टी के कार्यकर्ताओं से भी अनुच्छेद 370, नए भूमि कानून सहित कई अन्य मुद्दों पर भी उनकी राय ली । अलायंस के प्रधान डॉ फारूक अब्दुल्ला और उपप्रधान महबूबा मुफ्ती ने गत शुक्रवार को कार्यकर्ताओं की बैठक में अपने इरादे स्पष्ट कर दिए थे।
अलायंस के नेताओं ने बैठक में जिला विकास परिषद के चुनावों में भाग लेने पर भी चर्चा की ।इन चुनावों के लिए राज्य चुनाव आयोग ने अधिसूचना भी जारी कर दी है। वहीं पीपुल्स अलायंस में शामिल सभी नेता यह भी प्रयास कर रहे हैं कि इन सभी मुद्दों पर जम्मू के लोगों का अधिक से अधिक समर्थन जुटाया जा सके।
अलायंस के नेता पहले से ही कारगिल में बैठक कर चुके हैं। कारगिल डेमोक्रेटिक अलायंस भी इस मामले में उनके समर्थन में है। इसमें इस्लामिया स्कूल कारगिल, इमाम खुमानी मेमोरियल ट्रस्ट, साहिब-ए-जमान ट्रस्ट कारगिल, जमायत अहली सुन्नत और स्टूडेंट्स मूवमेंट कारगिल शामिल है। अलायंस में शामिल नेता जम्मू-कश्मीर और लद्दाख तीनों जम्मू के लोगों का समर्थन हासिल कर केंद्र सरकार पर अनुच्छेद 370 को फिर से बहाल करने की मांग कर रहे हैं।
फारूक जल्द करेंगे प्रत्याशियों की घोषणा :
सज्जाद गनी लोन ने चुनावों में भाग लेने को सही ठहराते हुए कहा कि आज जम्मू में पीएजीडी की दूसरी बैठक हुई। सभी घटक दलों व अन्य साथियों से बातचीत के बाद ही यह फैसला लिया गया। डा. फारूक अब्दुल्ला अगले एक दो दिन में प्रत्याशी घोषित करेंगे। उन्होंने कहा कि चुनावों का एलान यकायक हुआ है, लेकिन हम विभाजनकारी ताकतों को जम्हूरियत की इस पाक जगह पर कब्जा नहीं करने देंगे।
पीएजीडी में यह हैं घटक दल :
पीएजीडी के प्रमुख घटकों में शामिल नेशनल कांफ्रेंस, पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी, पीपुल्स कांफ्रेंस, पीपुल्स मूवमेंट, अवामी नेशनल कांफ्रेंस, माकपा, भाकपा सरीखे दल पहले ही दिन से अनुच्छेद 370 और 35ए को हटाने और जम्मू कश्मीर राज्य को दो केंद्र शासित राज्यों में पुनगर्ठित किए जाने का विरोध कर रहे हैं। कांग्रेस भी इनके साथ है, लेकिन वह पीएजीडी से बाहर रहकर उसके एजेंडे का समर्थन कर रही है।