Jammu : मजदूरों की कमी से नहीं हो पा रहा धान कटाई का काम, किसान परेशान
किसानों को खरीफ सीजन फसलाें को समय पर समेट कर खेतों को आगामी रबी सीजन की फसलें लगाने के लिए काफी मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा है। जम्मू के सीमावर्ती सब सेक्टर रामगढ़ सहित अन्य सीमांत क्षेत्रों में बीजी गई धान की फसल कटाई के कगार पर पहुंच है
जम्मू, जेएनएन । किसानों को खरीफ सीजन फसलाें को समय पर समेट कर खेतों को आगामी रबी सीजन की फसलें लगाने के लिए काफी मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा है। जम्मू के सीमावर्ती सब सेक्टर रामगढ़ सहित अन्य सीमांत क्षेत्रों में बीजी गई धान की फसल कटाई के कगार पर पहुंच चुकी है लेकिन फसल को समेटने के लिए मजदूर नहीं मिलने से किसान काफी परेशान हैं। इसकी वजह कोरोना संक्रमण भी है क्योंकि मार्च महीने से जारी कोरोना काल के कारण अधिकतर मजदूर अपने राज्यों और प्रदेशों की ओर कूच कर गए हैं। हालांकि अब हालात सामान्य होने के उपरांत धीरे-धीरे मजदूर फिर काम पर लौट रहे हैं लेकिन अंतर राज्यीय बसों का परिचालन बंद होने से भी मजदूरों को प्रदेश में आने में काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है।
किसान मजबूरी में पकी हुई फसल को कंबाइंन मशीनों से कटवा रहे हैं
ऐसे में मजबूरी में किसान पकी हुई फसल को कंबाइंन मशीनों से कटवा रहे हैं। मशीनों से काटी जाने वाली धान से पैदावार काफी हद तक बर्बाद हो जाती है और इससे मवेशियों का चारा भी हासिल नहीं हो पाता है। हर तरफ फसलों की परेशानी से जूझ रहे किसान जिनमें कुलदीप कुमार, काली दास, सुरिंद्र सिंह, अजय कुमार, प्रदीप शर्मा, अशोक कुमार, जनक राज, हंस राज अन्य ने कहा कि कोरोना महामारी के इस दौर ने किसानों के लिए काफी मुश्किलें खड़ी कर दी हैं। मौजूदा समय में धान की एडवांस वैरायटी व अन्य किस्में पक कर तैयार हो चुकी हैं।
ऐसे में अगर समय पर पकी हुई फसलें सिमट नहीं पाई तो अगली फसल लगाने में काफी देरी हो जाएगी। किसान सरकार व प्रशासन से इन मुश्किलों को आसान बनाने के लिए बाहरी राज्यों से अधिक मजदूरों को जम्मू में लाने के लिए अंतर राज्यीय बसों के परिचालन की की मांग कर रहे हैं।