महीनेभर में पक जाएगा धान, जल्दी खोलें खरीद केंद्र
धान की फसल अब अगले महीने पकने लगेगी। फसल निकलते ही किसान इसे बेचकर अपनी खेती का खर्च चुकाता है या फिर जरूरत का सामान खरीदता है।
जम्मू, जागरण संवाददाता। धान की फसल अब अगले महीने पकने लगेगी। फसल निकलते ही किसान इसे बेचकर अपनी खेती का खर्च चुकाता है या फिर जरूरत का सामान खरीदता है। इसके बावजूद हर बार सरकारी धान खरीद केंद्र देरी से खुलते हैं।
हालांकि इन केंद्रों की प्रक्रिया बहुत पहले शुरू कर दी जाती है। इससे किसानों को नुकसान उठाना पड़ता है। मजबूरी में उन्हें सस्ते में व्यापारियों को धान बेचना पड़ता है। इस बार किसानों की मांग है कि धान की फसल पकने से पहले खरीद केंद्र तैयार रहने चाहिए।
अक्टूबर से पहले पहले धान खरीद केंद्र शुरू हो जाने चाहिए। धान की कई वैरायटी ऐसी भी है, जो शीघ्र पक जाती है। अगर धान खरीद केंद्र तैयार होंगे तो किसान तुरंत बेच सकेंगे। इससे किसानों को लाभ होगा। अगर इसमें लेटलतीफी होती है तो किसान दूसरी तरफ मुड़ जाता है। उसे घाटा होता है।
इसलिए हर किसान यही मांग कर रहा है कि यह केंद्र समय पर खोले जाएं। -रामजी शर्मा, झिड़ी इस साल सरकार ने धान का न्यूनतम समर्थन मूल्य 1750 रुपये प्रति क्विंटल किया है। यह दाम बहुत ज्यादा तो नहीं मगर ठीक है। हैरानी की बात यह है कि देरी से केंद्र खोलने से परेशानी होती है। किसान कम दाम पर व्यापारियों के समक्ष अपना माल बेचने को मजबूर हो जाता है।
राज्य प्रशासन का काम है कि समय पर धान खरीद केंद्र खोले जाएं। वहीं आरएसपुरा सेक्टर में कम से कम पांच केंद्र खोले जाएं तभी किसानों की परेशानी दूर होंगी। -किशोरकुमार, मीरां साहिब हर दो-तीन गांवों के केंद्र में धान खरीद केंद्र खोलना अच्छा रहेगा। इससे किसानों को धान बेचने के लिए दूर नहीं जाना पड़ेगा। राज्यपाल से गुजारिश है कि वह किसानों के लिए आगे आएं। एक तो समय पर केंद्र खुलवाएं, वहीं अधिक से अधिक केंद्र खोले जाएं। -देवेंद्र ¨सह, खौड़ राज्य प्रशासन कृषि विभाग को निर्देश दे कि धान खरीद केंद्रों पर ऐसा वातावरण तैयार किया जाए कि किसानों को परेशानी न हो। वहीं, केंद्रों पर आने वाले किसानों का सहयोग किया जाए और उनका सही मार्गदर्शन किया जाना चाहिए। चूनी लाल, ज्यौड़ियां
समय पर ही केंद्र खुलें इसे लेकर प्रक्रिया चल रही है। पिछले दिनों हुई बैठक में भी इस बारे में चर्चा हो चुकी है। हमने एफसीआइ विभाग से भी संपर्क किया है ताकि धान खरीद केंद्र खोलने की प्रक्रिया जल्द आरंभ हो सके। एचके राजदान, निदेशक, कृषि विभाग