तीन वर्षों से जम्मू कश्मीर में पांच गुना तेज हुई विकास की गति, सरकार के प्रयासों से स्वर्णिम काल बना यह दौर
पंचायतें व शहरी इकाइयां सशक्त बनीं। ये इकाइयां आम नागरिकों की जरूरतों को पूरा करने के लिए खुद फैसले ले रही हैं। वहीं पिछले दो वर्षों में सरकार का ध्यान उन क्षेत्रों की ओर केंद्रित हैं जो आज तक नजरअंदाज किए जा रहे थे।
जम्मू, जागरण संवाददाता। अनुच्छेद 370 की बेड़ियों को तोड़ आजाद हुए जम्मू कश्मीर में पिछले तीन वर्षों में विकास की गति में पांच गुना बढ़ोतरी हुई है। पांच अगस्त, 2019 को अनुच्छेद 370 की समाप्ति के बाद सरकार के प्रयासों ने इन तीन वर्षों को स्वर्णिम काल बना दिया।
इन तीन वर्षों में प्रदेश में जमीनी सतह पर लोकतंत्र मजबूत हुआ है।पंचायतें व शहरी इकाइयां सशक्त बनीं। ये इकाइयां आम नागरिकों की जरूरतों को पूरा करने के लिए खुद फैसले ले रही हैं। वहीं पिछले दो वर्षों में सरकार का ध्यान उन क्षेत्रों की ओर केंद्रित हैं जो आज तक नजरअंदाज किए जा रहे थे।दलित, जनजातीय, पिछड़े और आर्थिक रूप से कमजोर लोगों को बराबरी के लाभ मिल रहे हैं। इतना ही नहीं व्यापार, शिक्षा, खेल व आर्थिक क्षेत्राें में प्रदेश सफलता की नई उंचाइयों को छू रहा है। जम्मू-कश्मीर के युवाओं की आकांक्षाओं को आज देश की आकांक्षाओं के साथ जोड़ा गया है। अब उनके सपने व्यक्तिगत विकास तक ही सीमित नहीं हैं, बल्कि समाज, राष्ट्र और पूरी मानवता के लिए एक अच्छे भविष्य का निर्माण करने के लिए हैं। जम्मू-कश्मीर के युवा आज गरीबी, बेरोजगारी और शोषण से मुक्त समाज की उम्मीद रखते हैं। वे एक ऐसा समाज चाहते हैं जो उनकी रचनात्मकता को चुनौती दे सके।
वहीं केंद्र शासित प्रदेश सरकार भी ऐसा माहौल बना रही है जो युवाओं को असंभव लगने वाले लक्ष्यों को संभव बना सके। सरकार की ओर से शुरू की किया गया मिशन यूथ युवाओं को सशक्त बनाने में अहम भूमिका निभा रहा है। यह मिशन युवाओं को नवाचार, शांति, प्रगति और खेल का दूत बनने का अवसर प्रदान करता है। सरकार द्वारा आजीविका सृजन कार्यक्रम, कौशल विकास, परामर्श, खेल, मनोरंजन और वित्तीय सहायता ने पिछले दो वर्षों में युवा सशक्तिकरण में एक नई क्रांति लाई है।
जम्मू-कश्मीर प्रशासन ने आर्थिक विकास को गति देने और युवाओं की आकांक्षाओं को पूरा करने के लिए बुनियादी ढांचे, योजनाओं और नीतियों को बनाने के लिए कई कदम उठाए हैं ताकि वे समाज में योगदान दे सकें और आत्म-विकास प्राप्त कर सकें।जम्मू-कश्मीर प्रशासन युवाओं को गुणवत्तापूर्ण शिक्षा, कौशल प्रशिक्षण और बेहतर रोजगार प्रदान करने के लिए प्रतिबद्ध है।नई औद्योगिक योजना के तहत जम्मू-कश्मीर में स्थापित होने वाले उद्योगों को ध्यान में रखते हुए, कुशल कार्यबल की जरूरतों को पूरा करने और यहां के युवाओं के लिए रोजगार के पर्याप्त अवसर पैदा करने के लिए स्थानीय युवाओं के प्रशिक्षण पर विशेष ध्यान दिया जा रहा है।