जम्मू-कश्मीर में नई इंडस्ट्रीयल इस्टेट स्थापित करने के लिए 57000 एकड़ भूमि चिन्हित
इंडस्ट्रियल इस्टेट स्थापित करने के लिए भूमि की पहचान के लिए आवश्यक उपाय करने की भी हिदायत देते हुए सलाहकार ने अधिकारियों से कहा कि उद्यमियों को भूमि अधिग्रहण के दौरान परेशानी न हो।
जम्मू, जेएनएन। केंद्र शासित जम्मू-कश्मीर में बड़े-बड़े उद्यमियों को आमंत्रित करने से पहले प्रशासन ने यहां उद्योग स्थापित करने के लिए 57 हजार एकड़ से अधिक भूमि चिन्हित कर ली है। नई औद्योगिक इस्टेट स्थापित करने के लिए प्रशासन ने कश्मीर घाटी में 15000 एकड़ जबकि जम्मू संभाग में 42500 एकड़ भूमि की पहचान की गई है। उपराज्यपाल जीसी मुर्मु के सलाहकार केके शर्मा ने सभी डीसी से टीम गठित कर चिन्हित की गई भूमि को उद्योग के योग्य तैयार करने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने इस बात का भी ध्यान रखने को कहा कि देश-विदेश से यहां उद्योग लगाने आने वाले उद्यमियों को भूमि अधिग्रमण के लिए किसी तरह की परेशानी न हो।
इस मामले पर चर्चा करने के लिए वीरवार को शर्मा की अगुवाई में जम्मू व कश्मीर संभाग के वरिष्ठ अधिकारियों की बैठक भी बुलाई गई थी। बैठक में उपस्थित डिवीजनल कमिश्नर कश्मीर बसीर अहमद खान ने यह जानकारी दी कि भावी उद्यमियों के लिए नई इंडस्ट्रीयल इस्टेट स्थापित करने के लिए उपयुक्त और पर्याप्त भूमि की निशानदेही कर ली गई है।
शर्मा ने इंडस्ट्रियल इस्टेट स्थापित करने के लिए भूमि की पहचान के लिए आवश्यक उपाय करने की भी हिदायत दी ताकि उद्यमियों को भूमि प्रदान करने के दौरान किसी तरह की अड़चने पेश न आएं। उन्होंने कहा कि नई इंडस्ट्रीयल इस्टेट स्थापित करने के पीछे सरकार का मुख्य मकसद यहां के बेरोजगार युवाओं को रोगजार प्रदान करना, अर्थव्यवस्था में सुधार है। यही नहीं इससे प्रदेश के विकास में भी मदद मिलेगी। इसीलिए सभी को इसमें अहम योगदान देना होगा।
शर्मा ने डिवीजनल कमिश्नर कश्मीर बसीर अहमद खान से कहा कि घाटी में चिन्हित 15,000 एकड़ भूमि और डिवीजनल कमिश्नर जम्मू संजीव वर्मा से कहा कि वह जम्मू संभाग में चिन्हित की गई 42500 एकड़ भूमि को हासिल करने के लिए संबंधित डीसी को अभी से कार्रवाई शुरू करने के लिए कह दें। संजीव वर्मा ने सलाहकार केके शर्मा को बताया कि उन्होंने इसके लिए टीमों का गठन कर दिया है।