Move to Jagran APP

Militancy in Jammu Kashmir: बौखलाया पाकिस्तान, 250 से अधिक आतंकवादी सीमा पर घुसपैठ के प्रयास में

उत्तरी कश्मीर के जिला कुपवाड़ा पर LoC से लेकर पुंछ नियंत्रण रेखा के बीच गोलाबारी की आड़ में कई बार आतंकियों की घुसपैठ के प्रयास हुए।परंतु सेना ने हर उनके सभी प्रयासों को विफल बना दिया। घुसपैठ के इन प्रयासों में पाकिस्तानी सेना को काफी नुकसान भी झेलना पड़ा है।

By Rahul SharmaEdited By: Published: Fri, 20 Nov 2020 04:07 PM (IST)Updated: Fri, 20 Nov 2020 04:07 PM (IST)
Militancy in Jammu Kashmir: बौखलाया पाकिस्तान, 250 से अधिक आतंकवादी सीमा पर घुसपैठ के प्रयास में
पिछले तीन सालों में चौथा प्रयास था जब वे ट्रक में छिपकर घाटी जाने की फिराक में थे।

जम्मू, राहुल शर्मा: कश्मीर घाटी में दम तोड़ रहे आतंकवाद से पाकिस्तान बौखलाया हुआ है। 250 से अधिक आतंकवादी नियंत्रण रेखा और अंतरर्राष्ट्रीय सीमा पर भारतीय सीमा में घुसपैठ के प्रयास में बैठे हुए हैं। पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी आइएसआइ की कोशिश है कि सीमापार से जारी गोलाबारी की आड़ में आतंकवादियों को भारतीय क्षेत्र मे धकेला जा सके।पाकिस्तान की आर्थिक स्थिति ठीक नही है।

loksabha election banner

मंहगाई और इमरान की नीतियों से लोगों में आक्रोश बढ़ रहा है। लोगों का ध्यान हटाने के लिए पाकिस्तान की कोशिश है कि किसी तरह बार्डर पर फायरिंग में तेजी लाकर आतंकवादियों को भारतीय क्षेत्र में धकेला जाए।बीते सितंबर माह में भी अंतरर्राष्ट्रीय सीमा पर सांबा सैक्टर के बैन गलाड़ इलाके में बीएसएफ के जवानों को सुरंग मिली थी जिसके मुहाने पर पाकिसतान के कराची इलाके में किसी फैक्ट्री की खाली बोरियाें को टनल के मुहाने पर लगाया हुया था। इस घटना के थोड़े दिनों बाद अरनिया सब सेक्टर में भी पाकिस्तान ने ड्रोन के जरिए मादक पदार्थ और हथियार फैंके थे। जिसका समय रहते पता चल गया था।

ऐसा माना जा रहा है कि बीते बुधवार रात को पाकिस्तान ने हीरानगर सेक्टर में फायरिंग के दौरान ही बन टाेल प्लाजा में मारे गए आतंकवादी भी मुठभेड़ की आड़ में घुसपैठ करने में सफल हुए।आइजी मुकेश सिंह का कहना है कि यह ताजा घुसपैठ थी और संभवत आतंकवादी हीरानगर और सांबा सेक्टर से घुसपैठ करके आए हैं। उत्तरी कश्मीर के जिला कुपवाड़ा पर नियंत्रण रेखा से लेकर पुंछ नियंत्रण रेखा के बीच गोलाबारी की आड़ में कई बार आतंकियों की घुसपैठ के प्रयास हुए।परंतु सेना ने हर उनके सभी प्रयासों को विफल बना दिया। घुसपैठ के इन प्रयासों में पाकिस्तानी सेना को काफी नुकसान भी झेलना पड़ा है।यही वजह है कि हर बार नाकामी हाथ लगने के बाद आतंकी संगठनों ने एक बार फिर जम्मू पंजाब की सरहदों से घुसपैठ का रास्ता चुना है।

जम्मू-श्रीनगर हाईवे के जरिए आतंकवादी घाटी पहुंचने का कई बार प्रयास कर चुके हैं।पिछले तीन सालों में चौथा प्रयास था जब वे ट्रक में छिपकर घाटी जाने की फिराक में थे। 


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.