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आठ हजार फीट हुआ जम्मू एयरपाेर्ट का रनवे, शुक्रवार को इंडिगो विमान ने भरी पहली उड़ान

जम्मू एयरपोर्ट के रनवे का विस्तार एयरपोर्ट अथारिटी ने एयरफोर्स व एमइएस के सहयोग से पूरा किया जबकि नए नए रनवे की शुरूआत के मौके पर डायरेक्टर एयरपोर्ट जम्मू संजीव कुमार गर्ग एयर कमाडोर जीएस बुल्लर व अन्य अधिकारी भी मौजूद थे।

By Rahul SharmaEdited By: Published: Fri, 28 Jan 2022 03:49 PM (IST)Updated: Fri, 28 Jan 2022 03:49 PM (IST)
आठ हजार फीट हुआ जम्मू एयरपाेर्ट का रनवे, शुक्रवार को इंडिगो विमान ने भरी पहली उड़ान
इंडिगो के विमान ने पहली उड़ान भरी और इस विमान का नए रनवे पर वाटर कैनन से सेल्यूट किया गया।

जम्मू, जागरण संवाददाता : लंबे समय से विस्तार का इंतजार कर रहे जम्मू एयरपोर्ट का रनवे आठ हजार फीट हो गया। रनवे विस्तार का काम पूरा होने के बाद जम्मू एयरपोर्ट से इंडिगो के विमान ने पहली उड़ान भरी और इस विमान का नए बने रनवे पर वाटर कैनन से सेल्यूट किया गया।इससे पहले जम्मू एयरपोर्ट का रनवे 6700 फीट लंबा था जो यहां आने वाले विमानों के टेकआफ व लैंडिंग के लिए काफी कम था।रनवे छोटा होने के कारण यहां आने वाले विमान अपनी क्षमता से कम वजन को लेकर आते थे आैर उन्हें रूकने के लिए इमरजेंसी ब्रेक भी लगानी पड़ती थीं।

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जम्मू एयरपोर्ट के रनवे का विस्तार एयरपोर्ट अथारिटी ने एयरफोर्स व एमइएस के सहयोग से पूरा किया जबकि नए नए रनवे की शुरूआत के मौके पर डायरेक्टर एयरपोर्ट जम्मू संजीव कुमार गर्ग, एयर कमाडोर जीएस बुल्लर व अन्य अधिकारी भी मौजूद थे। विधिवत पूजा अर्चना के बाद नए रनवे से इंडिगो के विमान 6ई-137 ने यहां से उड़ान भरी। नए रनवे के अलावा एयरपोर्ट पर 2800 मीटर लंबी बाउंडरी बाल का निर्माण भी किया गया है और इसके अलावा यहां पर एयरबस 321 के उतरने के बाद उसे मोड़ने के लिए टर्न पैड का निर्माण भी किया जा रहा है।

वहीं डायरेक्टर एयरपोर्ट जम्मू संजीव कुमार गर्ग ने एयरपोर्ट के रनवे विस्तारीकरण का काम पूरा होने पर निर्माण एजेंसियों व संबंधित विभागों का आभार जताया। उन्होंने कहा कि बेलीचराना में नए टर्निमल से यहां आने वाले यात्रियाें को और सुविधाएं मिलेंगी।

जोखिम से कम नहीं था जम्मू एयरपोर्ट में विमानों की लैंडिंग : रोजाना लगभग तीस विमानों की लैडिंग और टेक ऑफ करवाने वाले जम्मू एयरपोर्ट पर विमानों की लैंडिंग जोखिम से भरी रहती थी।पायलट जोखिम उठाकर विमानों को उतारते थे। एयरपोर्ट पर सभी विमानों को इमरजेंसी ब्रेक लगाकर रोका जाता और इसका कारण था रनवे का आवश्यकता से कम होना।

एक दशक पहले जम्मू एयरपोर्ट के रनवे की लंबाई 5879 फीट यानि 1780 मीटर थी जजबकि किसी भी राष्ट्रीय स्तर के एयरपोर्ट पर कम से कम 7500 फीट लगभग 2300 मीटर होनी चाहिए थी। एयरपोर्ट अथॉरिटी ऑफ इंडिया ने भी जम्मू एयरपोर्ट के छोटे रनवे पर कई बार सवाल उठाए और इसके विस्तारीकरण के लिए प्रशासन से मदद मांगी है। पहले चरण में इसकी लंबाई 6700 फीट की गई जबकि अब इसे बढ़ाकर आठ हजार फीट कर दिया गया। रनवे विस्तार के लिए एयरपोर्ट के साथ लगती सेना की जमीन पहला रोड़ा बनी थी लेकिन बाद में प्रशासन ने सेना को इसके बदले सुजवां इलाके में जमीन दे दी जबकि बाद में पशु पालन विभाग की बेलीचराना में भूमि का भी अधिग्रहण कर लिया गया जहां टर्मिनल का निर्माण किया जा रहा है।


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