Baramulla Encounter: मुठभेड़ में मारा गया पाकिस्तानी JeM कमांडर सुल्तान, अन्य आतंकी फरार, सर्च ऑपरेशन जारी
मुठभेड़ में मारे गए आतंकवादी की पहचान जैश-ए-मोहम्मद कमांडर सुल्तान भाई निवासी पाकिस्तान के तौर पर हुई है। छह फुट लंबा सुल्तान कई सालों से सुरक्षाबलों के निशाने पर था।
श्रीनगर, जेएनएन। जिला बारामुला के चक-ए-सलूसा इलाके में सुरक्षाबलों द्वारा मुठभेड़ में मार गिराया गया आतंकी जैश-ए-मोहम्मद का कमांडर सुल्तान भाई बताया जा रहा है। पाकिस्तान का रहने वाला है आतंकी सुल्तान काफी सालों से कश्मीर में सक्रिय था।ऐसी सूचनाएं भी मिल रही हैं कि सलूसा के घने जंगलों में छिपे आतंकवादी मौका पाकर सुरक्षाबलों के घेरे को तोड़ फरार होने में सफल हो गए हैं। काफी समय से आतंकवादियों की ओर से कोई कोई गोलीबारी नहीं की गई है। सुरक्षाबलों ने आतंकियों की तलाश में सर्च ऑपरेशन चलाया हुआ है। यही नहीं जैश कमांडर के शव को भी सुरक्षाबलों ने अपने कब्जे में ले लिया है।चक-ए-सलूसा गांव करीरी से कुछ ही दूरी पर है। करीरी वही इलाका है जहां कुछ दिन पहले सुरक्षाबलों ने लश्कर-ए-तैयबा के टॉप कमांडर नसीरुद्दीन समेत तीन आतंकवादियों को मार गिराया था।
सूत्रों के अनुसार चक-ए-सलूसा गांव करीरी से कुछ ही दूरी पर है। करीरी वही इलाका है जहां कुछ दिन पहले सुरक्षाबलों ने लश्कर-ए-तैयबा के टॉप कमांडर नसीरुद्दीन समेत तीन आतंकवादियों को मार गिराया था।हालांकि इस मुठभेड़ में जम्मू-कश्मीर पुलिस का एसपीओ, सीआरपीएफ के दो और सेना के भी दो जवान शहीद हुए थे।पुलिस ने बताया कि आज शनिवार सुबह कुछ विश्वसनीय सूत्रों से यह जानकारी मिली थी कि करीरी के साथ लगते चक-ए-सलूसा इलाके में कुछ संदिग्ध आतंकवादी देखे गए हैं। सूचना मिलते ही सेना, सीआरपीएफ और एसओजी के जवानों ने पूरे इलाके की घेराबंदी कर सर्च ऑपरेशन शुरू कर दिया। इसी दौरान इलाके में छिपे आतंकवादी भी घेराबंदी में आ गए। सुरक्षाबलों को अपने नजदीक आते देख आतंकवादियों ने गोलीबारी शुरू कर दी। सुरक्षाबलों ने भी तुरंत अपनी पोजीशन लेते हुए जवाबी कार्रवाई शुरू कर दी। सेना के अधिकारी ने छिपे आतंकवादियों को आत्मसमर्पण करने के लिए कहा परंतु उन्होंने इसे न मानते हुए गोलीबारी जारी रखी।
मुठभेड़ के दौरान सुरक्षाबलों ने एक आतंकवादी को मार गिराया। मारे गए आतंकवादी की पहचान जैश-ए-मोहम्मद कमांडर सुल्तान भाई निवासी पाकिस्तान के तौर पर हुई है। छह फुट लंबा सुल्तान कई सालों से सुरक्षाबलों के निशाने पर था। करीब एक साल पहले भी आतंकवादियों ने सुल्तान और उसके दो साथियों को बारामुला के बांडी पायन कंडी इलाके में घेरा था। काफी देर तक चली इस मुठभेड़ में सुल्तान के दोनों साथी तो मारे गए परंतु वह वहां से मौका पाकर फरार हो गया। आज सलूसा इलाके में वह सुरक्षाबलों के हत्थे चढ़ गया। कमांडर के मारे जाने के बाद अन्य छिपे आतंकवादियों ने करीब एक घंटे तक तो सुरक्षाबलों पर जमकर गोलीबारी की परंतु उसके बाद गोलियों की आवाज शांत हो गई।
सूत्रों का कहना है कि ये आतंकवादी घने पेड़ों के बीच छिपे हुए थे और गोलीबारी के दौरान सुरक्षाबलों का घेरा तोड़ वे मुठभेड़ स्थल से बच निकलने में सफल रहे। हालांकि सुरक्षाबलों ने आतंकियों की तलाश में सर्च ऑपरेशन चलाया हुआ है। मारे गए जैश कमांडर का शव भी सुरक्षाबलों ने अपने कब्जे में ले लिया है। शव के पास से हथियार व गोलाबारूद भी बरामद किया गया है। पुलिस या फिर सेना ने अभी तक मुठभेड़ व मारे गए आतंकवादी के बारे में अधिकारिक तौर पर कोई जानकारी नहीं दी है। अभियान अभी भी जारी है।