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Pulwama Terror Attack: सेना की मौजूदगी में जानीपुर में हिंसा भड़की, चीफ सेक्रेटरी ने शहर का जायजा लिया

राज्य के मुख्य सचिव बीवीआर सुब्रामणियम ने आज शहर के संवेदनशील इलाकों का दौरा किया जहां विगत दिवस आगजनी, तोड़फोड़ की घटना हुई थी।

By Rahul SharmaEdited By: Published: Sat, 16 Feb 2019 03:14 PM (IST)Updated: Sat, 16 Feb 2019 03:14 PM (IST)
Pulwama Terror Attack: सेना की मौजूदगी में जानीपुर में हिंसा भड़की, चीफ सेक्रेटरी ने शहर का जायजा लिया
Pulwama Terror Attack: सेना की मौजूदगी में जानीपुर में हिंसा भड़की, चीफ सेक्रेटरी ने शहर का जायजा लिया

जम्मू, जेएनएन। दक्षिण कश्मीर के पुलवामा जिले में सीआरपीएफ बस पर हुए आत्मघाती हमले के विरोध में जम्मू शहर में दूसरे दिन भी कर्फ्यू के बीच हिंसक घटनाएं हुई। सबसे बड़ी घटना शहर के जानीपुर इलाके में हुई जहां उपद्रवियों ने इस्टेट विभाग के क्वाटरों पर पथराव किया। यह वह क्वाटर हैं जहां सचिवालय में कार्यरत कश्मीर के कर्मचारी रहते हैं। दोनों और से पथराव की घटना को देखते हुए सेना को बुला लिया गया और उन्होंने इलाके में फ्लेग मार्च भी किया। लेकिन मामला शांत नहीं हुआ तो पुलिस ने अश्रुगैस के गोले दागे और पत्थरबाजों को खदेड़ दिया। हालांकि मामला शांत हो गया लेकिन दोपहर बाद एक बार फिर रणनीति बदलते हुए पत्थरबाजों ने गलियों से क्वाटरों पर पत्थर मारे। क्वाटरों के बाहर खड़े वाहनों के शीशे भी टूट गए।

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 क्वाटरों में रहने वालों ने भी पहले से तैयारी कर रखी थी। छतों पर पत्थर एकत्र कर रखे थे। दोनों से जमकर पथराव हुआ। सेना को यह समझ नहीं आ रहा था कि पत्थर कहां-कहां से आ रहा है। क्योंकि यह पथराव गलियों के अंदर से हो रहा था। क्वाटरों के सामने सड़क है और उसके पीछे आबादी है जहां संक्रीन गलियां हैं, पथराव वहीं से हो रहा था। पुलिस ने स्थिति की गंभीरता को समझते हुए अश्रुगैस के गोले दागे जिसके बाद फिलहाल माहौल शांत है लेकिन तनावपूर्ण है। हालांकि शनिवार को किसी भी राजनीतिक, सामाजिक, धार्मिक संगठन ने आज बंद का आह्वान नहीं किया था लेकिन पुलवामा घटना के बाद लोगों का आक्रोश शांत नहीं हो रहा है।

राज्य के मुख्य सचिव बीवीआर सुब्रामणियम ने आज शहर के संवेदनशील इलाकों का दौरा किया जहां विगत दिवस आगजनी, तोड़फोड़ की घटना हुई थी। उन्होंने गुज्जर नगर, वजारत रोड, रेजीडेंसी रोड, तालाब खटिका, समाधियां रोड पर जाकर सुरक्षा व्यवस्था का जायजा लिया। उनके साथ जम्मू के डिवीजनल कमिश्नर संजीव वर्मा भी थे। वर्मा ने जागरण को बताया कि शाम को शहर की सुरक्षा स्थिति का जायजा लिया जाएगा और उसके बाद ही कर्फ्यू में ढील पर फैसला होगा। जम्मू में पिछले 24 घंटों से कर्फ्यू जारी है। कल के मुकाबले आज कर्फ्यू में सख्ती बरती जा रही है और शहर को जोड़ने वाले तमाम मुख्य मार्गों पर कंटीली तारें बिछाई गई है। पुलिस और सेना के जवान भी तैनात किए गए हैं। तवी पुल के चारों पुल काे सेना और एसएसबी के जवानों ने अपने कब्जे में लिया है। चार से अधिक व्यक्ति को जमा होने पर पुलिस उन्हें गिरफ्तार कर रही है क्योंकि शहर में धारा 144 भी लागू है।

कर्फ्यू के कारण आज सुबह शहर में आवश्यक वस्तुओं दूध, दही और सब्जियों की आमद नहीं हो पाई। ये सब्जियां एवं दुग्ध पदार्थ बाहरी राज्यों व जम्मू के आसपास के सीमावर्ती इलाकों से आते हैं। शहर में दूध, दही व सब्जियों की किल्लत महसूस की जा रही है। सभी शिक्षक संस्थान सरकार के आदेश पर बंद हैं। बैंकों और सरकारी कार्यालयों में भी छुट्टी है। कल रविवार को भी छुट्टी होने के कारण सब्जी मंडी बंद रही जिससे सब्जी और फलों की किल्लत और बढ़ जाएगी। माता वैष्णो देवी आने-जाने वाले श्रद्धालुओं की भी दिक्कतें बढ़ गई हैं क्योंकि सड़कों पर न तो राज्य पथ परिवहन निगम और न ही निजी परिवहन चल रहे हैं। जम्मू-श्रीनगर राष्ट्रीय राजमार्ग पर भी इक्का-दुक्का वाहन ही चल रहे हैं।


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