Move to Jagran APP

Amarnath Yatra 2022 : खुल गए भोले के द्वार, दर्शन को लगी श्रद्धालुओं की कतार, पहले दिन 6000 श्रद्धालुओं ने किए पवित्र हिमलिंग के दर्शन

2019 में भी अगस्त के पहले सप्ताह में यात्रा को एहतियातन रोक दिया गया था। सिर्फ भगवान शंकर के मतवाले ही नहीं कश्मीर का एक बड़ा वर्ग भी बेसब्री से इस तीर्थयात्रा के शुरू होने का इंतजार का रहा था। पवित्र गुफा की तरफ जाने के लिए दो मार्ग हैं।

By Rahul SharmaEdited By: Published: Fri, 01 Jul 2022 07:14 AM (IST)Updated: Fri, 01 Jul 2022 12:09 PM (IST)
Amarnath Yatra 2022 : खुल गए भोले के द्वार, दर्शन को लगी श्रद्धालुओं की कतार, पहले दिन 6000 श्रद्धालुओं ने किए पवित्र हिमलिंग के दर्शन
स्वामी अवधेशानन्द गिरी जी महाराज उन प्रमुख श्रद्धालुओं में एक थे, जिन्होंने प्रथम पूजा और दर्शन का लाभ प्राप्त किया।

बाल्टाल/नुनवन (श्रीनगर), राज्य ब्यूरो : रात का अंधेरा अभी छंटा नहीं था, सूरज पहाड़ों के पीछे कहीं गुम था, लेकिन आधार शिविर बालटाल और नुनवान में बाबा बर्फानी के दरबार पहुंचने को बेकरार भक्तों के हर-हर महादेव और बम-बम भोले के जयघोष से पूरा वातावरण शिवमय हो चुका था। कुछ ही देर में अंधेरे की जगह अरुणिमा ने ली और श्रद्धालुओं के पहले जत्थे ने पवित्र गुफा की तरफ कदम बढ़ाए। पहले दिन शाम तक करीब छह हजार श्रद्धालुओं ने पवित्र गुफा में विराजमान हिमलिंग स्वरूप भगवान शंकर और मां पार्वती के दर्शन किए और इसी के साथ दो साल बाद श्री अमरेश्वर धाम (अमरनाथ) की तीर्थयात्रा-2022 शुरू हो गई।

loksabha election banner

उपराज्यपाल और श्री अमरनाथ श्राइन बोर्ड के अध्यक्ष मनोज सिन्हा ने राजभवन से आनलाइन बाबा बर्फानी के दर्शन करते हुए वैदिक मंत्रोच्चारण के साथ तीर्थयात्रा की प्रथम पूजा में हिस्सा लिया। उपराज्यपाल ने भगवान शंकर से पूरी दुनिया में शांति और भारत की एकता अखंडता और संप्रभुता की मजबूती की कामना की। उनके साथ श्राइन बोर्ड के मुख्य कार्यकारी अधिकारी नितिश्वर कुमार और मुख्य सचिव डा. अरुण कुमार मेहता के अलावा चिनार कोर के कमांडर लेफ्टिनेंट जनरल एएस औजला भी थे। स्वामी अवधेशानन्द गिरी जी महाराज उन प्रमुख श्रद्धालुओं में एक थे, जिन्होंने आज पवित्र गुफा में प्रथम पूजा और दर्शन का लाभ प्राप्त किया।

समुद्रतल से करीब 3888 मीटर की ऊंचाई पर स्थित श्री अमरनाथ की पवित्र गुफा की यात्रा वर्ष 2020 और 2021 में कोविड से उपजे हालात के कारण नहीं हो पाई थी। वर्ष 2019 में भी अगस्त के पहले सप्ताह में यात्रा को एहतियातन रोक दिया गया था। सिर्फ भगवान शंकर के मतवाले ही नहीं कश्मीर का एक बड़ा वर्ग भी बेसब्री से इस तीर्थयात्रा के शुरू होने का इंतजार का रहा था। पवित्र गुफा की तरफ जाने के लिए दो मार्ग हैं। परपंगरात मार्ग नुनवन (पहलगाम) है और दूसरा मार्ग बाल्टाल का है। 43 दिन की यात्रा 11 अगस्त को संपन्न होगी।

नुनवान में अनंतनाग के जिला उपायुक्त पीयुष सिंगला और जनजातीय मामलों के सचिव शाहिद चौधरी ने 2750 श्रद्धालुओं के पहले जत्थे को पवित्र गुफा के लिए रवाना किया। इस मार्ग से श्रद्धालुओं को दो से तीन दिन का समय पवित्र गुफा तक पहुंचने में लगता है। बालटाल में राजस्व सचिव विजय कुमार विधुड़ी ने गांदरबल के जिला उपायुक्त श्यामबीर की मौजूदगी में श्रद्धालुओं के जत्थे को रवाना किया। बालटाल मार्ग से 6,823 श्रद्धालु रवाना हुए। इनमें 5,384 पुरुष, 1293 महिलाएं और 98 साधु हैं।

बेहद उत्साहित नजर आए श्रद्धालु : यात्रा के लिए रवाना हुए श्रद्धालुओं में उत्साह देखते ही बनता था। राजस्थान निवासी रविना चौधरी ने कहा कि मैं इस यात्रा को लेकर बहुत उत्सुक थी। आप मेरी प्रसन्नता का अंदाजा नहीं लगा सकते। जम्मू निवासी दिनेश ने कहा कि मैं हर वर्ष बाबा बर्फानी के दर्शन करने आता हूं। दो साल कोरोना के कारण यात्रा नहीं कर पासा, इस बार फिर आया हूं। मार्ग की चुनौतियों के बारे में पूछे जाने पर श्रद्धालु सुरेश कुमार ने कहा कि बाबा के भक्तों को यह चुनौतियां कुछ नहीं कहती। सब मुश्किलें अपने आप दूर हो जाती हैं। गुजरात से आए नंदकिशोर ने कहा कि इस बार प्रबंध पहले से बेहतर हैं। बस, तत्काल पंजीकरण की व्यवस्था बेहतर बनाए जाने की जरूरत है।

भारत माता के मांगल्य, एश्वर्य के लिए प्रार्थना की : अवधेशानन्द गिरी - श्री अमरनाथ श्राइन बोर्ड के सदस्य स्वामी अवधेशानन्द गिरी ने बाबा बर्फानी के दर्शन करने के बाद कहा कि मैं सभी श्रद्धालुओं का हार्दिक स्वागत करता हूं, जम्मू कश्मीर में अमरनाथ की यात्रा चिरकाल से चली आ रही है। आज यहां हजारों भक्तों का प्रवेश हुआ है। मैं भारत माता के मांगल्य, एश्वर्य, राष्ट्रीय एकता, अखंडता और संप्रभुता के लिए अमरनाथ से प्रार्थना करता हूं।

जम्मू से निकला दूसरा जत्था : इससे पहले तड़के जम्मू में भगवती नगर स्थित आधार यात्री निवास से 5,771 श्रद्धालुओं का दूसरा जत्था रवाना हुआ। ये श्रद्धालु कड़ी सुरक्षा घेरे में 231 छोटे-बड़े वाहनों में सवार होकर निकले। इस जत्थे में पहलगाम रूट से यात्रा करने के लिए 4,100 जबकि बालटाल रूट से यात्रा करने के लिए 16,71 श्रद्धालु थे। दो दिन में जम्मू से 10,661 श्रद्धालु रवाना हो चुके हैं। देर शाम को दूसरा जत्था भी बालटाल और पहलगाम पहुंच गया।

वेबसाइट पर भी करें दर्शन : दुनियाभर में मौजूद भगवान शंकर के भक्त पवित्र गुफा में सुबह-शाम होने वाली बाबा बर्फानी की आरती का सीधा प्रसारण अमरनाथ श्राइन बोर्ड की वेबसाइट-श्रीअमरनाथजीश्राइानडाटकाम/आरतीलाइव या फिर एंड्राडयल मोबाइल एप्लीकेशन को प्लेगूगलडाटकाम/स्टोर/एप/डिटेल्स से भी डाउनलोड कर सकते हैं। 


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.