Jammu Kashmir: देश के विभिन्न हिस्सों में फंसे जम्मू-कश्मीर के लोगों के लिए कुछ करें: उमर
महबूबा मुफ्ती की तरफ से उनकी बेटी इल्तिजा मुफ्ती ने भी अमृतसर में लॉकडाउन के चलते बीते एक माह से रुकी हुई कश्मीर की 14 छात्राओं को तत्काल कश्मीर पहुंचाने का आग्रह किया है।
श्रीनगर, जेएनएन। नेशनल कांफ्रेंस के नेता उमर अब्दुल्ला ने केंद्र व जम्मू-कश्मीर प्रशासन से कहा कि कोरोनोवायरस के प्रसार को रोकने के लिए किए गए लॉकडाउन की वजह से जम्मू-कश्मीर के सैकड़ों लोग दूसरे राज्यों में फंस गए हैं। उन्हें घर वापस लाने के लिए प्रभावी कदम उठाने की जरूरत है। अपनों की चिंता सता रही है। लोगों परेशान हैं। लॉकडाउन की अवधि भी बढ़ गई है। ऐसे में दूसरे राज्यों में फंसे लोगों को घरों तक पहुंचाने के लिए सरकार को विशेष प्रबंध करने चाहिए।
जम्मू-कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने कहा कि उन्हें और उनके पिता सांसद डॉ फारूक अब्दुल्ला को देश के विभिन्न हिस्सों खासकर उत्तर भारत में फंसे कश्मीरियों के रोजाना सैंकड़ों कॉल और संदेशों आ रहे हैं। इसी बीच उन्होंने लोगों से भी अपील की कि अगर वे चाहते हैं कि मई के बाद लॉकडाउन की अवधि न बढ़े तो इसके लिए उन्हें अधिकारियों के साथ सहयोग करना होगा। उमर ने कहा कि 3 मई तक लॉकडाउन का विस्तार कोई नहीं चाहता परंतु कोरोना संक्रमण के प्रकोप से बचने के लिए यह आवश्यक है। इसीलिए मई में लॉकडाउन का विस्तार न हो इसके लिए हम सरकार द्वारा जारी दिशा-निर्देशों का पालन करें।
उमर ने कहा कि इस अवधि के दौरान समाज के गरीब और कमजोर वर्गों को हर संभव सहायता प्रदान करना भी हमारा फर्ज है। अगर हो सके तो अपने आगे पीछे रहने वाले ऐसे लोगों की आर्थिक या फिर अन्य रूप से मदद करें। इन लोगों की मदद करना केवल सरकार की जिम्मेदारी नहीं बल्कि समाज का हिस्सा होने के नाते हमारा भी दायित्व बनता है।
कारगिल के लोगों को लेकर दवाब बना रही है हिल काउंसिल
कारगिल हिल काउंसिल के चीफ एग्जीक्यूटिव काउंसिलर फिरोज खान ने कहा है कि अगर एक सप्ताह के अंदर कारगिल के लोगों को वापस नहीं लाया गया तो हिल काउंसिल के सदस्य इस्तीफे देना शुरू कर देंगे। उनके साथ जिले के पंचायत, निकायों के प्रतिनिधि भी इस्तीफे देना शुरू हो जाएंगे। कारगिल व लेह से जियारत पर गए काफी लोग इस समय देश के विभिन्न हिस्सों में क्वारंटाइन हैं। रविवार को भी कश्मीर व कारगिल के 44 लोगों को वापस लाया गया है। अभी भी कारगिल के काफी लोग अपने घर नही पहुंचे हैं। ये चार माह से घरों से दूर हैं।
अमृतसर में रुकी कश्मीर की 44 छात्राओं को निकालने की मांग
पीडीपी अध्यक्ष एवं पूर्व मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती की तरफ से उनकी बेटी इल्तिजा मुफ्ती ने अमृतसर में लॉकडाउन के चलते बीते एक माह से रुकी हुई कश्मीर की 14 छात्राओं को तत्काल कश्मीर पहुंचाने का आग्रह किया है। ये अमृतसर में वाघा बार्डर के रास्ते पाकिस्तान से आई हैं। ये वहां एमबीबीएस की पढ़ाई कर रही हैं। अमृतसर में इन्हें क्वारंटाइन केंद्रों में रखा गया है। इल्तिजा ने इनके लिए बस का इंतजाम करने की मांग की है।