Move to Jagran APP

JK: उमर ने कार्यकर्ताओं के साथ की पहली वर्चुअल राउंड टेबल कांफ्रेस, लोगों की मदद करने को कहा

उमर अब्दुल्ला ने सियासत को मौजूदा हालात में दूर रखने की बात करते हुए कोरोना से पैदा हालात पर ही ज्यादा चर्चा की है। उन्होंने कहा कि यह मौका सियासत का नहीं है लोगों की मदद का है।

By Rahul SharmaEdited By: Published: Mon, 18 May 2020 01:25 PM (IST)Updated: Mon, 18 May 2020 01:25 PM (IST)
JK: उमर ने कार्यकर्ताओं के साथ की पहली वर्चुअल राउंड टेबल कांफ्रेस, लोगों की मदद करने को कहा
JK: उमर ने कार्यकर्ताओं के साथ की पहली वर्चुअल राउंड टेबल कांफ्रेस, लोगों की मदद करने को कहा

श्रीनगर, राज्य ब्यूरो। नेशनल कांफ्रेंस के उपाध्यक्ष और पूर्व मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने कोविड-19 लाकडाउन में थमी जम्मू कश्मीर की सियासत में हलचल पैदा कर दी है। उन्होंने कोई विवादास्पद बयान नहीं दिया है, लेकिन पार्टी सदस्यों के साथ एक वर्चुअल राउंड टेबल कांफ्रेंस का आयोजन कर, उन्हें पूरी तरह सक्रिय होने के लिए कहा। पीएसए हटने के बाद रिहा हुए उमर अब्दुल्ला ने पहली बार पार्टी कार्यकर्ताओं से बैठक की है। उन्होंने अपने कैडर व आम लोगों के साथ संपर्क बनाते हुए मौजूदा हालात में उनकी पूरी मदद करने का आग्रह किया है।

loksabha election banner

पांच अगस्त 2019 के बाद पूर्व मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला की किसी भी मंच पर अपने पार्टी नेताओं के साथ यह पहली बैठक है। इससे पूर्व जब वह हिरासत में थे तो नेशनल कांफ्रेंस का एक प्रतिनिधिमंडल उनसे मिला था। गत मार्च में रिहा होने के बाद भी पार्टी के कुछ नेता उनसे मिलने उनके घर पहुंचे थे, लेकिन मुलाकात में क्या हुआ, यह किसी को पता नहीं चला। उमर अब्दुल्ला को 5 अगस्त 2019 को जम्मू-कश्मीर प्रदेश प्रशासन ने जम्मू कश्मीर पुनर्गठन अधिनियम को लागू किए जाने से उपजे हालात में एहतियात के तौर पर हिरासत में लिया था। गत फरवरी माह में उन्हें एहतियातन हिरासत के छह माह पूरे होने पर प्रशासन ने उन्हें जन सुरक्षा अधिनियम के तहत बंदी बनाया था। करीब सवा माह बाद मार्च में प्रशासन ने उन्हें पीएसए से मुक्त कर दिया था।रिहा होने के बाद उमर अबदुल्ला ने कहा था कि फिलहाल कोविड-19 को हराना है। इसलिए हमें सियासत के बजाय कोविड-19 के खिलाफ जंग पर मिलकर ध्यान केंद्रित करना है।

उमर अब्दुल्ला ने नेशनल कांफ्रेंस के सभी वरिष्ठ नेताओं के साथ इतवार को वीडियाे कांफ्रेंस के जरिए जम्मू कश्मीर के समग्र हालात पर विचार विमर्श किया। इस बैठक में भी उमर अब्दुल्ला ने कहा सियासत को मौजूदा हालात में दूर रखने की बात करते हुए कोरोना से पैदा हालात पर ही ज्यादा चर्चा की है। उन्होंने कहा कि हमें इस मुद्दे पर सियासत नहीं करनी है और न यह मौका सियासत का है। हमें आमजन की पीड़ा को दूर करना है,उसे प्रशासन तक पहुंचाना है लेकिनहमें कोरोना के खिलाफ जंग में हो रही अच्छी बातों में किसी व्यक्ति विशेष की तकलीफ को दूसरों पर नहीं लादना है और न उस पर सियासत करनी है।

उन्हाेंने कहा कि सियासत करने वालों को सिर्फ वोट प्राप्त करने वालों की भूमिका तक सीमित नहीं रहना चाहिए बल्कि उन्हें किसी भी चु़नौतिपूर्ण स्थिति में आम लोगों की मदद करने के लिए हमेशा अगले मोर्चे पर रहना चाहिए। उन्होंने पार्टी नेताओं व कार्यकर्त्ताओं को मौजूदा हालात में पीड़ित लाेगों की हर संभव मदद करने के लिए कहा। उन्होंने कहा कि पार्टी के जो भी नेता और कार्यकर्त्ता हाइवे के आसपास रहते हैं, उन्हें वहां फंसे श्रमिकों व अन्य लोगों की मदद करने के लिए अपने प्रभाव संसाधनों का इस्तेमाल करना चाहिए। कोरोना वायरस का संक्रमण अमीर-गरीब या किस जात का लिहाज नहीं करता, यह पूरी मानवता के लिए खतरा है, इसलिए हमें इसका मिलकर मुकाबलना करना चाहिए। इस मौके पर बंगलादेश में फंसे जम्मू कश्मीर के नागरिकों को वापस लाए जाने का जिक्र करते हुए कहा कि हमें पूरी उम्मीद है कि ओमान, दुबई व अन्य मुल्कों से भी जम्मू कश्मीर के नागरिकों को वापस लाया जाएगा।

जम्मू प्रांत के नेकां प्रधान व पूर्व एमएलसी देंवेद्र राणा ने उमर अब्दुल्ला के साथ हुई बैठक का जिक्र करते हुए कहा कि नेशनल कांफ्रेंस शुरु से ही जनता के प्रति समर्पण की भावना से काम करती आयी है। हमारे सभी नेता और कैडर कोविड-19 से पैदा हालात में आम लोगों तक हर संभव मदद पहुंचाने का प्रयास किया है। हमारे किसी भी नेता या कार्यकर्ता ने इस मामले पर कोई सियासत नहीं की है। नेकां के वरिष्ठ नेता रत्न लाल गुप्ता ने कहा कहा कि इस बैठक से पार्टी के नेताओं व कार्यकर्ताओं का मनोबल बढ़ा है। उमर साहब ने जो निर्देश दिए हैं, उनका पूरा पालन किया जाएगा। हम कोविड-19 में लोगों की मदद के नाम पर फोटो सेशन नहीं कर रहे हैं, हम सिर्फ उनकी मदद कर अपनी जिम्मेदारी निभाने का प्रयास कर रहे हैं। बैठक में प्रदेश के हालात पर विचार विमर्श हुआ है, लेकिन सियासत पर ज्यादा चर्चा नहीं की गई है।

अलबत्ता, जम्मू कश्मीर की सियासत पर नजर रखने वालों के मुताबिक, उमर अब्दुल्ला की कार्यकर्ताओं के साथ इस वर्चुअल राउंड टेबल कांफ्रेंस को किसी भी तरह से सियासत से अलग नहीं किया जा सकता। यह लाकडाउन हमेशा नहीं रहेगा और कोरोना के साथ ही हमें जीने की अादत डालनी है। इसलिए उमर अब्दुल्ला की यह बैठक इस बात का संकेत दे रही है कि उन्होंने पार्टी कैडर को फिर से एकजुट करते हुए सक्रिय करना शुरु कर दिया है। वह नेशनल कांफ्रेंस की सियासी गतिविधियों को फिर से शुरु करने और शक्ति प्रदर्शन के लिए सिर्फ एक उचित मौके की तलाश में हैं। वह चाहते हैं कि लाकडाउन के दौरान यथासंभव प्रत्येक नेता और कार्यकर्ता से संपर्क बना रहे, जिसका फायदा वह लाकडाउन के खुलने के तुरंत बाद उठाते हुए जम्मू-कश्मीर की सियासत में अपनी दमदार वापसी का एलान कर सकें।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.