Jammu: शक्तिनगर में अब नहीं होगा नाला ओवरफ्लो, मेयर ने 25 लाख से गलियों का निर्माण कार्य शुरू करवाया
सोमवार को मेयर ने स्थानीय कॉरपोरेटर सुरेंद्र चौधरी के साथ शक्ति नगर में इन कार्यों को शुभारंभ करवाते हुए लोगों को अन्य सभी समस्याओं के समाधान का भी भरोसा दिलाया। मेयर ने कहा कि वर्षों पुरानी लोगों की यह मांग पूरी हो गई है।
जम्मू, जागरण संवाददाता: मेयर चंद्र मोहन गुप्ता ने शहर के वार्ड नंबर 29 शक्ति नगर में गली नंबर 11 को जोड़ने वाली पांच छोटी गलियों का काम शुरू करवाया। गलियों की नालियों पर लोहे के जंगले भी लगाए जाएंगे। सोमवार को मेयर ने स्थानीय कॉरपोरेटर सुरेंद्र चौधरी के साथ शक्ति नगर में इन कार्यों को शुभारंभ करवाते हुए लोगों को अन्य सभी समस्याओं के समाधान का भी भरोसा दिलाया। मेयर ने कहा कि वर्षों पुरानी लोगों की यह मांग पूरी हो गई है। इन गलियों में अक्सर पानी आ जाता था क्योंकि नालियों में निकासी रुक जाती थी। बरसात के दिनों में तो लोगों के घरों में भी पानी घुस जाता था। उन्होंने कहा कि करीब 25 लाख रुपये की लागत से यह काम पूरा होगा।
उन्होंने संबंधित अधिकारियों को निर्देश दिए कि वे निर्धारित समय में काम को पूरा करवाएं ताकि लोगों को परेशानी न झेलनी पड़े। इसके अलावा निर्माण कार्य में गुणवत्ता से कोई समझौता नहीं होना चाहिए। इस मौके पर ललित मोझा, सुरेश गुप्ता, पवन शर्मा, केवल वर्मा, कर्ण शर्मा, अतुल बख्शी, रंधीर सिंह, साहिल शर्मा के अलावा इंचार्ज सेनिटेशन आफिसर प्रेम राज, सेनिटरी इंस्पेक्टर कार्निलयस गिल, सुपरवाइजर भारत भूषण शर्मा आदि मौजूद थे। उसके बाद मेयर चंद्र मोहन गुपता ने वार्ड नंबर 31 में कॉरपोरेटर सुच्चा सिंह के साथ पूरन नगर व साथ लगते क्षेत्रों का दौरा कर यहां चोक हो रहे नाले व सीवरेज का जायजा लिया। विगत रात को यहां सीवरेज चोक होने से गंदा पानी गलियों में आ गया था।
लाेगों ने मेयर को बताया कि विकास लेन से पूरन नगर के बीच सड़क पर सीवरेज व नालियों के पानी से लोगों को भारी दिक्कतों का सामना करना पड़ा। मेयर ने ट्रांसपोर्ट आफिसर धर्मवीर सिंह, राकेश भट्ट के अलावा इंचार्ज सेनिटेशन आफिसर प्रेम राज, इंचार्ज सेनिटरी इंस्पेक्टर हीरा लाल खजूरिया व अन्य फील्ड स्टाफ के साथ मौका देखा। मेयर ने अधिकारियों को निर्देश दिए कि बिना पर्याप्त संख्या में मशीनरी व श्रमिकों को लगाकर नाले की सफाई करवाएं। नाले को अच्छी तरह साफ करवा दें। उन्होंने अधिकारियों से कहा कि वे लोगों की आकांक्षाओं पर खरा उतरने वाला काम करें। लोग भी घरों के कचरे को खुले में न फेंक कर निगम कर्मचारियों को ही सौंपे।