Move to Jagran APP

Ujh Multipurpose Project: अब पाकिस्तान नहीं जाएगा उज्ज दरिया का पानी, जम्मू-कश्मीर के ड्रीम प्रोजेक्ट की DPR मंजूर

उज्ज मल्टीपर्पस प्रोजेक्ट जम्मू-कश्मीर के कठुआ जिले में उज्ज दरिया के किनारे पर स्थित है। 116 मीटर ऊंचा डैम इस दरिया में बनाना प्रस्तावित है। डैम की जगह गांव बारबरी में है।

By Rahul SharmaEdited By: Published: Sat, 16 May 2020 01:27 PM (IST)Updated: Sat, 16 May 2020 01:27 PM (IST)
Ujh Multipurpose Project: अब पाकिस्तान नहीं जाएगा उज्ज दरिया का पानी, जम्मू-कश्मीर के ड्रीम प्रोजेक्ट की DPR मंजूर
Ujh Multipurpose Project: अब पाकिस्तान नहीं जाएगा उज्ज दरिया का पानी, जम्मू-कश्मीर के ड्रीम प्रोजेक्ट की DPR मंजूर

जम्मू, राज्य ब्यूरो : Ujh Multipurpose Project: जम्मू-कश्मीर का ड्रीम उज्ज मल्टीपर्पस प्रोजेक्ट के जल्द शुरू होने की उम्मीद जगी है। केंद्रीय सलाहकार समिति ने प्रोजेक्ट के संशोधित डीपीआर (DPR) को मंजूरी दी है। अब पानी पाकिस्तान में नहीं जाकर खेती योग्य जमीनों की सिंचाई के अलावा उद्योगों व पीने के लिए भी इस्तेमाल होगा। प्रोजेक्ट पर 9167 करोड़ लागत आएगी।

loksabha election banner

जल स्नोत, नदी विकास विभाग के केंद्रिय सचिव यूपी सिंह की अध्यक्षता में हुई बैठक में प्रोजेक्ट को मंजूरी दी गई। उज्ज प्रोजेक्ट को साल 2008 में नेशनल प्रोजेक्ट घोषित किया गया था। उज्ज मल्टीपर्पस प्रोजेक्ट की डीपीआर शुरू में सेंट्रल वाटर कमीशन 2013 के इंडस बेसिन आर्गेनाइजेशन ने तैयार की थी। डीपीआर पर पहली बार नवंबर 2016 में सलाहकार समिति की बैठक में चर्चा हुई थी। कुछ सिद्धांतों पर इसे स्वीकार भी कर लिया था। लेकिन बाद में कुछ और भूमि को शामिल करने के लिए प्रोजेक्ट की समीक्षा की गई। सात जनवरी 2019 को रिवाइज डीपीआर को सलाहकार समिति ने मंजूरी दी। साल 2017 की लागत के अनुसार 5850 करोड़ खर्च का अनुमान था। प्रोजेक्ट को मंजूरी देते समय खेतीबाड़ी योग्य 16,743 हेक्टेयर भूमि की सिंचाई होने का प्रस्ताव रखा गया। कमेटी ने निर्देश दिए कि बिजली उत्पन्न करने के लिए जब पानी जारी किया जाए तो यह दूसरे देश में न जाए, इसके लिए अतिरिक्त भूमि की सिंचाई के लिए पहचान की जाए। सिंचाई और बाढ़ नियंत्रण विभाग ने खेतीबाड़ी योग्य 23,973 हेक्टेयर अतिरिक्त भूमि को शामिल करने का प्रस्ताव तैयार किया।

नई नहर से तवी कमांड को पानी देने का भी प्रस्ताव : नई डीपीआर में नई नहर बनाकर 7044 हेक्टेयर भूमि की सिंचाई का प्रस्ताव है। इससे सांबा जिले के नड़, सुंब, विजयपुर, घघवाल, सांबा, पुरमंडल और बडीब्राह्माणा के 121 गांवों की संचिाई होगी। इस नहर से सांबा जिले के लोगों को पीने का पानी मिलेगा और उद्योगों को भी पानी दिया जाएगा। नई नहर से तवी कमांड के 12,560 हेक्टेयर भूमि को पानी देने का भी प्रस्ताव है। इस समय इस भूमि को लिफ्ट से पानी दिया जाता है। पानी तवी नहर में नई नहर से दिया जाएगा। रावी नहर को तवी नहर के साथ भी जोड़ा जाएगा। नए संशोधित डीपीआर में दाई ओर से पिकलने वाली नहर से 13,690 हेक्टर भूमि के स्थान पर 33,294 हेक्टेयर भूमि को शामिल किया है। यह भी कहा कि तवी लिफ्ट इरीगेशन से संरक्षित पानी को उधमपुर जिले में सिंचाई के लिए इस्तेमाल किया जाएगा। इस पर प्रस्ताव तैयार किया जा रहा है।

कृषि योग्य भूमि बढ़कर 30,716 हेक्टेयर हुई: नए क्षेत्रों को शामिल करने से कृषि योग्य भूमि 16,743 हेक्टेयर से बढ़कर 30,716 हेक्टेयर हो गई है। इससे सिंचाई तीव्रता भी पहले की 187 फीसद के स्थान पर 189 फीसद हो जाएगी। इस प्रोजेक्ट की सिंचाई क्षमता कुल 76,929 हेक्टर भूमि की है। यही नहीं इस प्रोजेक्ट से मुख्य पावर हाउस की क्षमता 186 मेगावाट है। पर्यावरण कायों के लिए जारी होने वालीे पानी से दस मेगावाट बिजली उत्पन्न करने की क्षमता होगी। कुल 196 मेगावाट की क्षमता होगी।

यह है संशोधित उज्ज मल्टीपर्पस प्रोजेक्ट: संशोधित उज्ज मल्टीपर्पस प्रोजेक्ट जम्मू-कश्मीर के कठुआ जिले में उज्ज दरिया के किनारे पर स्थित है। 116 मीटर ऊंचा डैम इस दरिया में बनाना प्रस्तावित है। प्रस्तावित डैम की जगह गांव बारबरी में है। वहीं पावर हाउस की प्रस्तावित जगह डैम से साढ़े नौ किलोमीटर की दूरी पर स्थित गांव दियोली में है। बराज पावर हाउस के की दूरी पर प्रस्तावित है। दो मुख्य नहरें बराज के दोनों तरफ से निकलेंगी। दाई तरफ से नहर कठुआ, हीरानगर और सांबा से निकलेगी। जबकि बाईं तरफ से नहर कठुआ जिले से होकर गुजरेगी। जो वास्तविक डीपीआर में वाई और से निकलने वाली नहर से 3050 हेक्टेयर भूमि से गुजरनी थी। संशोधित डीपीआर में भी इसमें कोई बदलाव नहीं किया। एक नई लिफ्ट इरीगेशन स्कीम प्रोजेक्ट से पानी निकलने के लिए प्रस्तावित की गई है जो बिलावर के 4369 हेक्टेयर भूमि की सिंचाई करेगी। वास्तविक डीपीआर में दाईं ओर से निकलने वाली नहर में 13,690 हेक्टरन भूमि की सिंचाई करने का प्रस्ताव था।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.