Move to Jagran APP

Jammu Kashmir: वन्यजीव अभ्यारण्य पर ड्रोन से रखी जाएगी नजर, वन्यजीव कर्मचारियों को किया जा रहा प्रशिक्षित

ड्रोन के जरिए वेटलैंड पर आने वाले परिंदों पर नजर रखना और भी आसान हो जाएगा। इसके लिए वन्यजीव कर्मचारियों को प्रशिक्षित किया जाएगा। वन्यजीव संरक्षण विभाग ने ड्रोन के जरिए वन्यजीवों पर निगरानी की प्रक्रिया को छेड़ दिया है।

By Rahul SharmaEdited By: Published: Sat, 03 Oct 2020 05:15 PM (IST)Updated: Sat, 03 Oct 2020 05:15 PM (IST)
Jammu Kashmir: वन्यजीव अभ्यारण्य पर ड्रोन से रखी जाएगी नजर, वन्यजीव कर्मचारियों को किया जा रहा प्रशिक्षित
ड्रोन के जरिए वेटलैंड पर आने वाले परिंदों पर नजर रखना और भी आसान हो जाएगा।

जम्मू, जागरण संवाददाता: जम्मू-कश्मीर वन्यजीवों का धनी क्षेत्र है। यहां तेंदुए, हिम तेंदुए, मारखोर, कस्तूरी हिरण, भूरा भालू, काला भालू जैसे वन्यजीवों की अहम प्रजातियां पाई जाती हैं। वहीं जगलों में कई प्रकार के परिंदों का वास है। वर्तमान समय में जम्मू-कश्मीर में 14 वन्यजीव अभ्यारण्य हैं और 3 नेशनल पार्क हैं। यहां पल रहे जीवों पर नजर रखने के लिए वन्यजीव सरंक्षण विभाग के कर्मचारी लगातार नजर रखते हैं लेकिन फिर भी शिकारी बच निकलते हैं। इन सब तथ्यों को देखते हुए अब वन्यजीव संरक्षण विभाग ने बड़ा फैसला लिया है।

loksabha election banner

वेटलैंड व जंगलों में वन्यजीवों पर अब ड्रोन से नजर रखी जाएगी। । बहरहाल वन्यजीव संरक्षण विभाग ने दो ड्रोन का बंदोबस्त कर लिया है अति शीघ्र काम में लाया जाएगा। इस ड्रोन में फिट कैमरे से वन की सारी गतिविधियां रिकार्ड होगी। ड्रोन को वन्यजीवों के संरक्षित क्षेत्र के हर हिस्से में उड़ाया जाएगा। इससे एक तो वन्यजीवों की गतिविधियों के बारे में पता चलता रहेगा तो वहीं शिकारियों पर पैनी नजर रह सकेगी।

वन्यजीव संरक्षण विभाग की ओर से वन्यजीव सुरक्षा सप्ताह पर आयोजित कार्यक्रम में चीफ वार्डन सुरेश गुप्ता ने कहा कि फिलहाल दो ड्रोन से निगरानी का काम शुरू हो जाएगा। बाद में इनकी संख्या को बढ़ाया जाएगा। ड्रोन बहुत ही उच्च तकनीक के होंगे व इसमें लगे कैमरे भी बहुत बढ़िया लगाए जाएंगे तो हर हरकत को बारीकी से रिकार्ड कर सकेंगे। उन्होंने कहा कि वन्यजीव का संरक्षण हमारी सबसे बड़ी प्राथमिकता है। ड्रोन के जरिए वेटलैंड पर आने वाले परिंदों पर नजर रखना और भी आसान हो जाएगा। इसके लिए वन्यजीव कर्मचारियों को प्रशिक्षित किया जाएगा। वन्यजीव संरक्षण विभाग ने ड्रोन के जरिए वन्यजीवों पर निगरानी की प्रक्रिया को छेड़ दिया है।

वहीं वन्यजीव संरक्षण विभाग ने वन्यजीवों को सुरक्षित वातारण देने के लिए अहम भूमिका निभाने वाले कर्मचारियों को प्रमाण पत्र देकर सम्मानित किया है। 


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.