Coronavirus Effect: अब रेड जोन-बफर जोन इलाकों में घर-घर होगी कोरोना की जांच, सख्ती से लागू होगा लॉकडाउन
जिला उपायु़क्तों को सीएमओ के नेतृत्व में विभिन्न दल गठित कर उन्हें बालसुधार गृहों वृद्ध आश्रमों बाल आश्रमों में भेजने और वहां नियमित अंतराल पर स्वास्थ्य जांच करने को कहा।
राज्य ब्यूरो, श्रीनगर: कोरोना वायरस के खतरे को कम करने के लिए रेड जोन व बफर जोन इलाकों में घर-घर जाकर संक्रमण का पता लगाया जाएगा। प्रशासन ने लॉकडाउन को और सख्ती से लागू करते हुए इन इलाकों में लोगों के घरों में जाकर नमूने जमा करने का फैसला लिया है। इसके साथ ही यात्रा का विवरण छिपाने वाले तत्वों और उनके संपर्क आए लोगों को खोजकर उन्हें क्वारटांइन करने की प्रक्रिया युद्धस्तर पर चलाई जाएगी। इस संबंध में सभी संबंधित विभागों को आवश्यक निर्देश जारी किए गए हैं।
उपराज्यपाल के सलाहकार बसीर अहमद खान ने उच्चस्तरीय बैठक में कोविड 19 से निपटने की तैयारियों का जायजा लिया। उन्होंने अस्पतालों के पास योग्य इमारतों में आइसोलेशन व क्वारंंटाइन केंद्र स्थावित करने का निर्देश दिया। इन इमारतों को विभिन्न अस्पतालों में अपनी सेवाएं दे रहे स्वास्थ्य कर्मियों की आवासीय सुविधा के लिए भी इस्तेमाल किया जा सकता है। उन्होंने डाक्टरों के लिए पीपीई, मास्क, सर्जिकल सामान व अन्य आवश्यक वस्तुओं की उपलब्धता को सुनिश्चित बनाए रखने क कहा।
उन्होंने रेड जोन और बफर जोन में शामिल इलाकों में घर घर जाकर लोगों की जांच करने का निर्देश दिया ताकि कोविड-19 के संक्रमण की श्रृंखला को तोड़ा जा सके। उन्होंने लोगों से आग्रह किया कि वह अपनी विदेश यात्रा या देश के किसी अन्य इलाके में जहां कोविड-19 का संक्रमण है, अपनी यात्रा के बारे में न छिपाएं और उसकी जानकारी दें। अगर किसी की जानकारी में ऐसे व्यक्ति के अपनी यात्रा को छिपाने का मामला है तो उसके बारे में भी सूचित करे। बैठक में मिशन निदेशक राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन जम्मू कश्मीर भूपेंद्र कुमार, जम्मू कश्मीर मेडिकल सप्लाई निगम के प्रबंध निदेशक शिव कुमार, निदेशक शेरे कश्मीर आयुर्विज्ञान संस्थान सौरा, जिला उपायुत बारामुला, निदेशक स्वास्थ्य सेवा कश्मीर, श्रीनगर मेडिकल कालेज र्के ंप्रसिपल मौजूद रहे।
कैंसर व डायलिसिस रोगियों के लिए अलग से बने हेल्पलाइन : मंडलायुक्त कश्मीर पांडुरंग के पोले ने सभी जिला मुख्यालयों में कैंसर, डायलसिस रोगियों व अन्य गंभीर बीमारियों से ग्रसित रोगियों की मदद के लिए अलग से हेल्पलाइन नंबर स्थापित करने का निर्देश दिया ताकि इन लोगों को सभी आवश्यक उपचार सुविधाएं जल्द उपलब्ध करायी जा सकें। उन्होंने सभी जिला उपायु़क्तों को सीएमओ के नेतृत्व में विभिन्न दल गठित कर उन्हें बालसुधार गृहों, वृद्ध आश्रमों, बाल आश्रमों में भेजने और वहां रहने वालों की नियमित अंतराल पर स्वास्थ्य जांच करने को कहा।
विदेश यात्रा छिपाने वाले को युद्धस्तर पर खोजा जाएगा: मंडलायुक्त कश्मीर पांडुरंग के पोले सभी जिला उपायुक्तों को अपने कार्याधिकार क्षेत्र में उन सभी लोगों का पता लगाने के लिए कहा जो यात्रा से लौटने के बाद लापता हैं। उन्होंने कहा कि इन लोगों को युद्धस्तर पर तलाश की प्रशासकीय क्वारंटाइन केंद्रों में भर्ती किया जाए। इसके अलावा कोरोना संक्रमितों और कोरोना के संदिग्ध मरीजों के संपर्क में आए लोगों का भी पता लगाकर उन्हें निर्धारित प्रक्रिया के तहत क्वारंटाइन किया जाएगा।
श्रीनगर के चार अस्पतालों में सैंपल संग्रह केंद्र बने: घाटी में कोरोना से निपटने के लिए प्रशासन ने ग्रीष्मकालीन राजधानी में चार अस्पतालों और दो क्वारंटाइन केंद्रों में कोविड-19 सैंपल संग्रह यूनिट स्थापित कर दिए। जिला उपायुक्त श्रीनगर डा. शाहिद इकबाल चौधरी ने बताया कि जिला आपदा प्रबंधन प्राधिकरण ने सीडी अस्पताल श्रीनगर, एसएमएचएस अस्पताल, जेएलएनएम अस्पताल में दो-दो और सकीमस बेमिना में एक यूनिट स्थापित की है। इसके अलावा ललदेद अस्पताल, जीबी पंत अस्पताल, बोन एंड जांयट अस्पताल और केएनएस सोनवार में भी दो दो यूनिट आने वाले दिनों में स्थापित किए जांएंगे। इन अस्पतालों में डिकंटेमीनेशन कक्ष भी स्थापित किए जाएंगे। एनआइटी और कश्मीर विश्वविद्यालय में बनए गए क्वारंटाइन केंद्रों में भी सैंपल संग्रह यूनिट के अलावा डिकंटेमीनेशन यूनिट स्थापित किए जाएंगे।
प्रदेश प्रशासन के मुताबिक, 159 पॉजिटिव मामलों में सिर्फ 149 ही इस समय पूरी तरह से एक्टिव हैं। इसके अलावा प्रदेश में विभिन्न कोरोना प्रभावित मुल्कों व शहरों से लौटे और संक्रमितों के संपर्क में आए 40336 लोगों को निगरानी में रखा गया है। इनमें से 8494 को उनके घरों व सरकार द्वारा स्थापित केंद्रों में और 518 को अस्पतालों में क्वरंटाइन किया गया है। इनके अलावा 130 को अस्पतालों में आइसोलेशन में रखा गया है, जबकि 23364 को घरों में निगरानी में रखा गया है। इसके अलावा 7830 लोग 28 दिन की क्वरटांइन प्रक्रिया को पूरा कर चुके हैं। पूरे प्रदेश में बुधवार शाम तक 2269 सैंपल के लिए जांच के लिए भेजे गए था। इनमें 2116 निगेटिव हैं, जबकि 14 की रिपोर्ट आना बाकी है।
मुलाजिमों को मिलेंगे आयुर्वेदिक शक्तिवद्र्धक: मंडलायुक्त कश्मीर और जिला उपायुक्त श्रीनगर कार्यालय के कर्मियों को बीमारियों से लड़ने के लिए प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने वाले आयुर्वेदिक शक्तिवद्र्धक निशुल्क मिलेंगे। उन्हें यह सुविधा आयुष मंत्रालय भारत सरकार के निर्देशानुसार दी जा रही है। बताया।