प्रदेश यूथ कांग्रेस ने बेरोजगार कोच के लिए रोजगार मांगा
जागरण संवाददाता जम्मू प्रदेश यूथ कांग्रेस के स्पोर्ट्स सेल ने जम्मू-कश्मीर स्टेट स्पोर्ट्स काउ
जागरण संवाददाता, जम्मू : प्रदेश यूथ कांग्रेस के स्पोर्ट्स सेल ने जम्मू-कश्मीर स्टेट स्पोर्ट्स काउंसिल की दिशाहीन नीतियों से नाराज होकर बुधवार सुबह प्रदर्शनी मैदान में प्रदर्शन किया।
स्पोर्ट्स सेल के चेयरमैन रणजोध सिंह के नेतृत्व में प्रदर्शनकारियों ने विभिन्न खेलों के एनआइएस से प्रशिक्षित बेरोजगार कोच को रोजगार देने के लिए उपराज्यपाल जीसी मुर्मू से हस्तक्षेप करने की मांग की। सिंह ने अफसोस जताया कि चार वर्षो से कोच की भर्ती प्रक्रिया आज तक पूरी नहीं हो पाई है। जम्मू कश्मीर स्टेट स्पोर्ट्स काउंसिल ने 24 अगस्त 2016 में विभिन्न खेलों के कोच के रिक्त पड़े 48 पदों की भर्ती के लिए आवेदन मांगे थे। उस समय केवल 17 क्वालीफाइड कोच ने आवेदन किया था। इसके बाद स्पोर्ट्स काउंसिल के पूर्व सचिव की देखरेख में भर्ती प्रक्रिया का काम कुछ आगे बढ़ा, लेकिन कश्मीर के कुछ सदस्य जम्मू के कोच को इन पदों पर नियुक्त करने को लेकर नाखुश थे। भर्ती प्रक्रिया के दौरान उम्मीदवारों के इंटरव्यू भी हुए, लेकिन काफी समय तक कोई परिणाम नहीं निकला। इसी दौरान गत वर्ष काउंसिल ने कोच के भर्ती संबंधी फाइल गुम कर दी। इसके बाद आवेदकों ने पूर्व राज्यपाल के शिकायत सेल के संज्ञान में मामला लाया। उम्मीदवार पूर्व सलाहकार के विजय कुमार से मिले, लेकिन जब कोई समाधान नहीं निकला तो उम्मीदवार कोर्ट की शरण में चले गए।
कोर्ट के दिशानिर्देश पर तत्कालीन सरकार ने हरकत में आई। पूर्व सलाहकार ने काउंसिल की अधिसूचना जारी करने सहित इंटरव्यू के अंक वाला रिकॉर्ड गुम होने के संबंध में क्राइम ब्रांच में एफआइआर दर्ज करवाई। इसके बावजूद कोई कार्रवाई नहीं हो पाई। इसके बाद उम्मीदवारों ने उच्च न्यायालय में याचिका दर्ज करवाई। इसमें कोर्ट ने साफतौर पर दिशानिर्देश दिए थे कि चार महीनों के भीतर उम्मीदवारों की इंटरव्यू प्रक्रिया संपन्न कर ली जाए। जेएंडके स्टेट स्पोर्ट्स काउंसिल ने इंटरव्यू के संदर्भ में जम्मू के उम्मीदवारों के लिए अधिसूचना भी जारी की, लेकिन इंटरव्यू कमेटी के चेयरमैन (युवा, सेवा एवं खेल विभाग के निदेशक) के उपलब्ध नहीं होने से स्पोटर्स काउंसिल ने इंटरव्यू स्थगित कर दिए थे। उन्होंने कहा कि इससे सभी उम्मीदवार उम्रदराज हो जाएंगे। उन्होंने उपराज्यपाल जीसी मुर्मू से इस मामले के निपटारे की मांग की ताकि बेरोजगोर कोच को इंसाफ मिल सके।