निलंबित डीएसपी देविंदर सहित चार अन्य आरोपी एनआइए ने 15 दिन की रिमांड पर लिए
देविंदर और उसके साथी आतंकियों से मिले सुरागों के आधार पर सुरक्षाबलों ने दक्षिण कश्मीर के गुलशनपोरा त्रल में तीन जगहों पर छापेमारी की।
जम्मू, जेएनएन। जम्मू-कश्मीर में हिजबुल मुजाहिदीन के आतंकियों के साथ पकड़े गए डीएसपी दविंदर सिंह सहित चार आरोपियों को आज वीरवार को जम्मू में राष्ट्रीय जांच एजेंसी (NIA) कोर्ट के समक्ष पेश किया गया। निलंबित डीएसपी व अन्य अारोपियों से पूछताछ कर रहे एनआइए अधिकारियों ने कोर्ट को बताया कि अभी तक हुई पूछताछ में कई महत्वपूर्ण जानकारी मिली है। उनके आधार पर कई जगह छापेमारी भी की गई और उसमें कई महत्वपूर्ण दस्तावेज बरामद हुए जो निलंबित डीएसपी और आतंकवादी संगठनों के बीच संबंधों को दर्शाते हैं। उन्होंने इस प्रक्रिया को आगे जारी रखने के लिए दविंदर और अन्य तीन आरोपियों की रिमांड 15 दिन बढ़ाने के लिए कहा, जिसे कोर्ट ने मंजूर कर लिया।
वर्दी का दागदार निलंबित डीएसपी देविंदर सिंह और उनके तीन आतंकी साथियों को पूछताछ के लिए गत बुधवार को राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआइए) श्रीनगर से जम्मू लाई थी। एनआइए ने जांच के लिए पांच सदस्यीय दल बनाया है। इसके पहले एनआइए और पुलिस के एक संयुक्त कार्यदल ने बुधवार को एक बार फिर देविंदर के मकान की तलाशी ली। श्रीनगर के नौगाम में एक डॉक्टर के मकान में भी छापा मारा, लेकिन वहां से खाली हाथ लौटना पड़ा। दक्षिण कश्मीर के गुलशनपोरा में भी सुरक्षाबलों ने तीन जगहों पर छापेमारी की थी। इस मामले में एक और व्यक्ति को सुरक्षा एजेंसियों ने हिरासत में लिया है।
देविंदर सिंह को पुलिस ने 11 जनवरी को श्रीनगर-जम्मू हाईवे पर अल-स्टाप कुलगाम में पकड़ा था। उस समय उसके साथ कार में लश्कर का कुख्यात ओवरग्राउंड वर्कर इरफान शफी मीर, हिजबुल का नामी आतंकी नवीद बाबू और आतिफ उर्फ आसिफ भी थे। पूछताछ के लिए दिल्ली से आइजी रैंक का एक अधिकारी समेत चार सदस्यीय दल भी श्रीनगर गया था। जम्मू से भी एनआइए की टीम जांच के लिए पहुंची थी। सूत्रों ने बताया कि एनआइए और पुलिस के एक संयुक्त दस्ते ने बुधवार सुबह इंदिरानगर स्थित देविंदर सिंह के मकान की तलाशी ली। यह टीम कथित तौर पर शिवपोरा स्थित उस मकान में भी गई, जहां डीएसपी बीते पांच साल से अपने परिजनों संग रहा। जांच अधिकारियों ने इन दोनों मकानों में तलाशी ली। मकानों की कथित तौर पर वीडियोग्राफी भी की।
देविंदर और उसके साथी आतंकियों से मिले सुरागों के आधार पर सुरक्षाबलों ने दक्षिण कश्मीर के गुलशनपोरा त्रल में तीन जगहों पर छापेमारी की। इसके अलावा श्रीनगर के बाहरी क्षेत्र नौगाम में स्थित एक डॉक्टर के मकान पर भी दबिश दी। अनंतनाग से जुड़े इस डॉक्टर का नाम कथित तौर पर मुदस्सर है। बताया जा रहा है कि नवीद बाबू इसके मकान में कई बार रुका। अलबत्ता, डॉक्टर का मकान बंद था। गेट पर ताला लगा हुआ था। सूत्रों ने बताया कि दे¨वदर और उसके आतंकी साथियों को दोपहर करीब डेढ़ बजे श्रीनगर से जम्मू लाया गया। अब आगे की पूछताछ जम्मू स्थित एनआइए कार्यालय में ही होगी। इस मामले की जांच के लिए दिल्ली से गत सप्ताह श्रीनगर पहुंचे एनआइए के आइजी समेत चार अन्य अधिकारी भी वापस लौट गए। हालांकि, एनआइए का पांच सदस्यीय दल जांच पूरी होने तक जम्मू कश्मीर में ही रहेगा। एनआइए या पुलिस ने दे¨वदर सिंह को जम्मू स्थानांतरित किए जाने की अधिकारिक तौर पर पुष्टि नहीं की है।
एनआइए कोर्ट ने जांच अधिकारियों के कहने पर निलंबित डीएसपी सहित अन्य आरोपियों की रिमांड 15 दिन बढ़ा दी है। एनआइए के बड़े अधिकारी कोर्ट पेशी के बाद दिल्ली लौट आए हैं जबकि पांच सदस्यीय टीम अभी श्रीनगर में ही आगे की पड़ताल के लिए रहेगी।