NIA Raids In Jammu Kashmir : टेरर फंडिंग मामले में एनआइए ने जम्मू से लेकर कश्मीर तक मारे छापे
टेरर मामले की जांच करते हुए एनआइए को अल हुडा एजुकेशनल ट्रस्ट के खिलाफ कई ऐसे सबूत मिले जिससे यह कहा जा सकता है कि यह ट्रस्ट भी आतंकवाद को बढ़ावा देने के लिए आर्थिक तौर पर आतंकी संगठनों की मदद कर रहा था।
श्रीनगर, जेएनएन : जम्मू-कश्मीर में आतंकवाद को बढ़ावा देने के लिए आतंकी संगठनों को फंडिंग दे रहे कई लोगों के खिलाफ एनआइए ने अपना अभियान जारी रखा हुआ है। इसी सिलसिले में आज एक बार फिर एनआइए की विभिन्न टीमों ने जम्मू से लेकर कश्मीर तक कई जिलों में एक साथ छापेमारी की। सूत्रों से यह जानकारी मिली है कि इस छापेमारी के दौरान एनआइए के हाथ कई महत्वपूर्ण सबूत भी लगे हैं।
एनआइए से मिली जानकारी के अनुसार टेरर मामले की जांच करते हुए एनआइए को अल हुडा एजुकेशनल ट्रस्ट के खिलाफ कई ऐसे सबूत मिले जिससे यह कहा जा सकता है कि यह ट्रस्ट भी आतंकवाद को बढ़ावा देने के लिए आर्थिक तौर पर आतंकी संगठनों की मदद कर रहा था। इसी जांच को आगे बढ़ाते हुए एनआइए ने इस ट्रस्ट से जुड़े लोगों के ठिकानों पर एक साथ छापे मारे। ये छापे जम्मू संभाग में जिला राजौरी, पुंछ, जम्मू के अलावा कश्मीर संभाग में श्रीनगर, पुलवामा, बडगाम, शोपियां और बांडीपोरा में चल रहे हैं।
National Investigation Agency (NIA) carries out searches at multiple locations in Jammu and Kashmir in a terror funding case: Sources— ANI (@ANI) October 11, 2022
एनआइए सूत्रों ने बताया कि जब वे टेरर फंडिंग मामले में जमात-ए-इस्लामी से जुड़े लोगों की तलाश कर रहे थे, तभी राजौरी छापेमारी के दौरान उन्हें अल हुडा एजुकेशनल ट्रस्ट के बारे में पता चला। जांच करने पर पता चला कि यह ट्रस्ट दरअसल जमात से जुड़ा हुआ है, उनके द्वारा एकत्र किए जाने वाले रूपये भी आतंकवादियों-अलगाववादियों तक पहुंचाए जाते थे, कि वे उनका इस्तेमाल जम्मू-कश्मीर सहित अन्य राज्यों में आतंकवादी गतिविधियों में इस्मेमाल कर सकें।
पुख्ता सबूत मिलने के बाद ही एनआइए ने राजौरी सहित ट्रस्ट से जुड़े लोगों के घरों व व्यापारिक प्रतिष्ठानों में यह छापे मारे हैं। आपको बता दें कि टेरर फंडिंग मामले में जमात-ए-इस्लामी संगठन को सरकार ने वर्ष 2019 में गैरकानूनी संघ घोषित कर उस पर प्रतिबंध लगा दिया था। छापेमारी का सिलसिला अभी जारी है। बताया जा रहा है कि एक साथ आठ जिलों में मारे गए इन छापों में कई महत्वपूर्ण सबूत हाथ लगे हैं। फिलहाल इस सिलसिले में किसी भी तरह की गिरफ्तारी की जानकारी नहीं है।
एनआइए अधिकारी ने बताया कि जांच प्रक्रिया पूरी होने के बाद ही इस संबंध में विस्तारपूर्वक जानकारी दी जा सकेगी। फिलहाल जांच प्रक्रिया अभी जारी है। इन छापेमारी के दौरान स्थानीय पुलिस व अर्द्धसैनिक बलों की मदद भी ली गई है।