एनआइए ने नार्कोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो के कर्मी से की पूछताछ, नार्को टेरेरिज्म के जाल खंगालने में जुटी जांच एजेंसी
एनआइए ने नार्कोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो के कर्मी से की पूछताछ नार्को टेरेरिज्म के जाल को खंगालने में जुटी राष्ट्रीय जांच एजेंसी एनआइए ने यह कार्रवाई 11 जून को उत्तरी कश्मीर के हंदवाड़ा में पकड़े गए लश्कर से संबंधित नार्को टेरर माड्यूल से मिले सुराग के आधार पर की है।
जम्मू, राज्य ब्यूरो। जम्मू-कश्मीर में फैलते नार्को टेरेरिज्म के जाल को खंगाल रही राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआइए) की एक टीम ने सोमवार को कथित तौर पर नार्काेटिक्स कंट्रोल ब्यूरो (एनसीबी) के एक कर्मी से भी पूछताछ की। एनआइए ने जिला सांबा में अंतरराष्ट्रीय सीमा के साथ सटे रामगढ़ सेक्टर में उसके घर की भी तलाशी ली है। अलबत्ता, एनआइए या नार्काेटिक्स कंट्रोल ब्यूरो ने इस मामले की पुष्टि नहीं की है।
सूत्रों ने बताया कि एनआइए ने यह कार्रवाई 11 जून को उत्तरी कश्मीर के हंदवाड़ा में पकड़े गए लश्कर से संबंधित नार्को टेरर माड्यूल से मिले सुराग के आधार पर की है। जम्मू कश्मीर पुलिस ने अलग-अलग छापों में 21 किलो हेरोइन और 20 लाख की नकदी की बरामदगी के मामले में इफ्तिखार गिलानी उर्फ इफ्तिखार अंद्राबी व उसके दामाद अब्दुल मोमिन पीर को पकड़ा था। मोमिन पीर का भाई इस्लामुल हक पीर भी पकड़ा गया था। इस माड्यूल के तार गुलाम कश्मीर से लेकर अमृतसर, दिल्ली और मुंबई तक जुड़े हुए थे। मामले की संवेदनशीलता को देखते हुए जम्मू कश्मीर पुलिस के आग्रह पर केंद्रीय गृह मंत्रालय ने इस मामले को एनआइए के हवाले कर दिया था।
सूत्रों ने बताया कि सोमवार को इसी मामले में एनआइए के एक दल ने कथित तौर पर एनसीबी के जम्मू स्थित कार्यालय में तैनात एक कर्मी से पूछताछ की है। उक्त कर्मी पहले एक अन्य सुरक्षा एजेंसी में कार्यरत था और वहां से प्रतिनियुक्ति के आधार पर एनसीबी में आया है। उससे करीब एक घंटे तक पूछताछ की गई है। इसके बाद एनआइए की टीम ने उक्त कर्मी के रामगढ़ सेक्टर में उसके घर की तलाशी भी ली। एनआइए ने उक्त कर्मी का मोबाइल फोन भी अपने कब्जे में लिया है, लेकिन उसे गिरफ्तार नहीं किया गया है। इस संदर्भ में जब संबंधित अधिकारियों से संपर्क किया गया तो किसी ने भी इस मामले की पुष्टि नहीं की।