झज्झर कोटली मुठभेड़ मामले में तीन के खिलाफ आरोप पत्र दायर; दो एनआइए की हिरासत में, एक फरार
एनआईए के प्रवक्ता ने बताया कि 12 सितंबर 2018 को राज्य पुलिस के फ्लाईंग दस्ते ने श्रीनगर जा रहे एक ट्रक को जांच के लिए रोका। इस ट्रक में जैश ए मोहम्मद के तीन आतंकी सवार थे।
जम्मू, राज्य ब्यूरो। राष्ट्रीय जांच एजेंसी एनआईए ने सितंबर 2018 में श्रीनगर-जम्मू राष्ट्रीय राजमार्ग पर झज्जर कोटली के तिरथी गांव में हुई मुठभेड़ के मामले में तीन कश्मीरी आतंकियों के खिलाफ अारोपपत्र दायर कर दिया है।इस मुठभेड़ में जैश-ए-मोहम्मद के तीन पाकिस्तानी आतंकी मारे गए थे। तीन आरोपितों में से एक फरार है। अन्य दो एनआईए की हिरासत में हैं।
एनआईए के प्रवक्ता ने बताया कि 12 सितंबर 2018 को जम्मू- श्रीनगर राष्ट्रीय राजमार्ग पर झज्जर कोटली के पास राज्य पुलिस के फ्लाईंग दस्ते ने श्रीनगर जा रहे एक ट्रक को जांच के लिए रोका। इस ट्रक में जैश ए मोहम्मद के तीन आतंकी सवार थे। जैसे ही पुलिस दल ने जांच शुरु की, भीतर छिपे आतंकियों ने फायरिंग शुरु कर दी थी। आतंकियों की शुरुआती फायरिंग में एक नागरिक जख्मी हो गया था। आतंकी उस समय भाग निकले,लेकिन उन्हें श्रीनगर लेजा रहे उनके दो आेवरग्राऊंड वर्कर मोहम्मद इकबाल राथर निवासी फुटलीपोरा जिला बडगाम और रियाज अहमद नेंगरु निवासी हाजिन बाला जिला पुलवामा को पकड़ लिया गया।
ट्रक से भी भारी मात्रा में हथियार और गोला बारुद पकड़ा गया। जैश के तीनों पाकस्तानी आतंकी अगले दिन 13 सितंबर 2018 को तिरथी गांव में हुई मुठभेड़ में मारे गए । मुठभेड़ में एक पुलिस उपाधीक्षक समेत कई सुरक्षाकर्मी भी जख्मी हुए थे। मारे गए आतंकियों के पास से भी भारी मात्रा में हथियार व कई आपत्तिजनक दस्तावेज मिले थे।
एनआईए ने इस मामलो की जांच को अपने हाथ में लेते हुए छानबीन शुरु की। जांच में पाया गया कि मारे गए जैश के तीनों आतंकी सरहद पार से रियासत में बड़े पैमाने पर विध्वंसकारी गतिविधियों को अंजाम देने आए थे। इकबाल और रियाज व आशिक नामक तीन ओवरग्राऊंड वर्करोंकोउन्हें श्रीनगर सुरक्षित पहुंचाना था।
प्रवक्ता ने बताया कि जांच के बाद मोहम्मद इकबाल राथर, आशिक अहमद नेंगरु व रियाज अहमद नेंगरु के खिलाफ अदालत में आरोप पत्र दायर कर दिया गया है। इकबाल शेरे कश्मीर आयुर्विज्ञान संस्थान सौरा श्रीनगर में बीएससी नर्सिंग का छात्र है जबकि रियाज और अाशिक पेशे से ट्रक चालक हैं। एनआईए के प्रवक्ता ने बताया कि आशिक 12 सितंबर को ही फरार हो गया था। उसके खिलाफ गैर जमानती वारंट जारी किए गए हैं। इसकेअलावा उसके संभावित ठिकानों पर लगातार दबिश दी जा रही है।