Pulwama Terror Attack: एनआइए ने पुलवामा हमले में शामिल बिलाल अहमद कुचे को गिरफ्तार किया
एनआइए का कहना है कि बिलाल ने हमले को अंजाम देने वाले आतंकवादियों की मदद की थी। उसने न सिर्फ हमले को अंजाम देने तक सुरक्षित जगह मुहैया करवाई बल्कि मोबाइल आदि भी मुहैया कराए।
श्रीनगर, जेएनएन। पुलवामा हमले की साजिश के तार खंगाल रही राष्ट्रीय जांच ब्यूरो के हाथ एक और बड़ी सफलता हाथ लगी है। एनआइए ने हमले में संलिप्त बिलाल अहमद कुचे को भी गिरफ्तार किया है। जम्मू-कश्मीर हाईवे पर पुलवामा के लित्तर में 14 फरवरी 2019 को जैश-ए-मोहम्मद के आत्मघाती आतंकी आदिल डार ने विस्फोटक से लदी कार के साथ सीआरपीएफ के काफिले पर हमला किया था। हमले में 40 सीआरपीएफ कर्मी शहीद हो गए थे। एनआइए का कहना है कि बिलाल ने हमले को अंजाम देने वाले आतंकवादियों की मदद की थी। उसने न सिर्फ हमले को अंजाम देने तक आतंकियों को सुरक्षित जगह मुहैया करवाई बल्कि एक दूसरे से जुड़े रहने के लिए मोबाइल आदि भी दिए।
आपको जानकारी हो कि एनआइए इस साजिश में लिप्त अब तक सात लोगों को गिरफ्तार कर चुकी है। इससे पहले एनआइए ने इसी माह की शुरूआत में आरोपित मोहम्मद इकबाल राथर को गिरफ्तार किया था। । इकबाल सितंबर 2018 से एक अन्य मामले में न्यायिक हिरासत में था। जांच में पाया गया कि जिला पुलवामा के काकपोरा का रहने वाले बिलाल ने ही फिदायीन हमले की योजना बना रहे आतंकवादियों को रसद व अन्य आवश्यक सामान पहुंचाया था। बिलाल को गत सोमवार को जम्मू एनआइए कोर्ट में पेश किया था, जहां से उसे दस दिन के लिए राष्ट्रीय जांच एजेंसी की हिरास में भेज दिया गया।
एजेंसी ने कोर्ट को बताया कि जिन आतंकवादियों ने पुलवामा फिदायीन हमले की योजना बनाई थी, बिलाल ने उन्हें हमला होने तक सुरक्षित स्थान मुहैया कराया। यही नहीं उन्होंने पाकिस्तान में बैठे हिजबुल मुजाहिदीन के आकाओं से आतंकियों की बात कराने के लिए मोबाइल भी प्रदान किए। उसी मोबाइल का इस्तेमाल आत्मघाती हमलावर आदिल अहमद डार ने अपने वीडियो की रिकॉर्डिंग के लिए किया था।
आपको जानकारी हो कि एनआइए इस साजिश में लिप्त अब तक छह लोगों को गिरफ्तार कर चुकी है। इससे पहले एनआइए ने इसी माह की शुरूआत में आरोपित मोहम्मद इकबाल राथर को गिरफ्तार किया था। । इकबाल सितंबर 2018 से एक अन्य मामले में न्यायिक हिरासत में था।