Jammu Kashmir: एनआइए ने आतंकी फंडिंग में लिप्त क्रास एलओसी ट्रेड के दो व्यापारियों को किया गिरफ्तार, जल्द हो सकती हैं और भी गिरफ्तारियां
क्रास एलओसी ट्रेड जम्मू-कश्मीर और गुलाम कश्मीर के बीच वर्ष 2008 में शुरु किया गया था।यह व्यापार पूरी तरह करमुक्त था और इसमें सिर्फ जम्मू-कश्मीर व गुलाम कश्मीर में पैदा होने वाली या बनाई जाने वाले 21 अनुमोदित वस्तुओं के आयात निर्यात की अनुमति थी।
श्रीनगर, राज्य ब्यूरो। कश्मीर में सक्रिय आतंकियों व अलगाववादियों की वित्तीय आक्सीजन की आपूर्ति को बंद करने में जुटी राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआइए) ने आतंकी फंडिंग में लिप्त क्रास एलओसी ट्रेड के दो व्यापारियों को गिरफ्तार कर लिया है। एनआइए के प्रवक्ता ने बताया कि एक आरोपित तनवीर अहमद वानी को दक्षिण कश्मीर में अचगोजा राजपोरा पुलवामा से गिरफ्तार किया गया है जबकि दूसरे आरोपित पीर अरशद इकबाल उर्फ आशू को ख्वाजा बागा बारामुला से गिरफ्तार किया गया है।
क्रास एलओसी ट्रेड जम्मू-कश्मीर और गुलाम कश्मीर के बीच वर्ष 2008 में शुरु किया गया था। इसमें सिर्फ जम्मू-कश्मीर और गुलाम कश्मीर के व्यापारी ही भाग ले सकते थे। यह व्यापार पूरी तरह करमुक्त था और इसमें सिर्फ जम्मू-कश्मीर व गुलाम कश्मीर में पैदा होने वाली या बनाई जाने वाले 21 अनुमोदित वस्तुओं के आयात निर्यात की अनुमति थी। लेकिन आतंकियों व अलगाववादियों की मदद में जुटे कई व्यापारियों ने उन वस्तुओं का भी आयात निर्यात शुरु कर दिया जो अनुमोदित सूची में शामिल नहीं थी। यह व्यापार वर्ष 2019 में बंद किया गया है।
प्रवक्ता ने बताया कि ये इोनों क्रास एलओसी ट्रेड के जरिए गुलाम कश्मीर से सामान मंगवाते थे और बदले में कश्मीर से सामान का निर्यात करते थे। क्रास एलओसी ट्रेड में नकद भुगतान नहीं होता था और सामान के बदले सामान का ही आदान-प्रदान होता था। इस प्रक्रिया में यह ज्यादा कीमत का सामान मंगवाते और दस्तावेजों में उसकी कीमत कम दिखाते। कईं बार इस तरफ से निर्यात किए जाने वाले सामान की कीमत कम या फिर अधिक दिखाई जाती।
इस तरह से होने वाली कमाई का एक बड़ा हिस्सा कश्मीर में सक्रिय आतंकियों व अलगाववादियों तक पहुंचाया जाता था। पकड़े गए दोनों आरोपितों ने क्रास एलओसी ट्रेड के लिए अपने और अपने रिश्तदारों के नाम पर कंपनियां बना रखी थी। एनआइए के प्रवक्ता ने बताया कि इन दोनों से पूछताछ जारी है। इस मामले में जल्द ही कुछ और लोगों की गिरफ्तारी की संभावना से इंकार नहीं किया जा सकता।