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Jammu Kashmir: एनआइए ने सुंजवां मुठभेड़ में लिप्त जैश-ए-मोहम्मद का ओवरग्राउंड वर्कर किया गिरफ्तार

राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआइए) ने वीरवार को जलालाबादसुंजवां मुठभेड़ में लिप्त जैश-ए-मोहम्मद के एक ओवरग्राउंड वर्कर को दक्षिण कश्मीर के पुलवामा से गिरफ्तार करने का दावा किया है। जम्मू के बाहरी क्षेत्र सुंजवां में 22 अप्रैल को जैश-ए-मोहम्मद के दो आत्मघाती सुरक्षाबलों के साथ एक मुठभेड़ में मारे गए थे।

By Vikas AbrolEdited By: Published: Thu, 26 May 2022 08:39 PM (IST)Updated: Thu, 26 May 2022 08:39 PM (IST)
Jammu Kashmir: एनआइए ने सुंजवां मुठभेड़ में लिप्त जैश-ए-मोहम्मद का ओवरग्राउंड वर्कर किया गिरफ्तार
सुंजवां में 22 अप्रैल को जैश-ए-मोहम्मद के दो आत्मघाती सुरक्षाबलों के साथ एक मुठभेड़ में मारे गए थे।

श्रीनगर, राज्य ब्यूरो। राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआइए) ने वीरवार को जलालाबाद,सुंजवां मुठभेड़ में लिप्त जैश-ए-मोहम्मद के एक ओवरग्राउंड वर्कर को दक्षिण कश्मीर के पुलवामा से गिरफ्तार करने का दावा किया है। प्रदेश की शरदकालीन राजधानी जम्मू के बाहरी क्षेत्र जलालाबाद सुंजवां में 22 अप्रैल को जैश-ए-मोहम्मद के दो आत्मघाती सुरक्षाबलों के साथ एक मुठभेड़ में मारे गए थे।

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प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की जम्मू के निकट पल्ली पंचायत में 24 अप्रैल को रैली से पूर्व हुई इस मुठभेड़ में केंद्रीय औद्योगिक सुरक्षाबल का एक अधिकारी भी वीरगति को प्राप्त हुआ था। संबंधित सूत्रों की मानें तो जैश के यह दोनों आतंकी प्रधानमंत्री की रैली से पूर्व सुंजवां में स्थित सुरक्षाबलों के एक बड़े प्रतिष्ठान पर हमले के लिए आए थे। यह दोनों आतंकी कथित तौर पर सांबा सेक्टर में एक सुरंग के रास्ते पाकिस्तान से आए थे। इसके बाद इन आतंकियों को कश्मीर में सक्रिय जैश-ए-मोहम्मद के ओवरग्राउंड वर्करों ने एक ट्रक में छिपाकर जम्मू के निकट सुंजवां में पहुंचाया था। सुंजवां में आतंकियों के छिपे होने की सूचना के आधार पर पुलिस ने पूरे इलाके की घेराबंदी कर तलाशी अभियान चलाया था। इस पर आतंकियों ने अपना ठिकाना छोड़ दिया और जब वह हमला करने के लिए सुरक्षाबलों के प्रतिष्ठान की तरफ जा रहे थे कि रास्ते में एक जगह सुरक्षाबलों का नाका लगा हुआ था। उन्होंने नाका पार्टी पर फायर कर दिया और फिर मुठभेड़ शुरु हो गई थी। जम्मू-कश्मीर पुलिस ने मुठभेड़ के बाद अगले दो दिन के भीतर ही जैश-ए-मोहम्मद के तीन आत्मघातियों के मददगारों को चिन्हित कर उनमें से चार को गिरफ्तार कर लिया था। एक अन्य आसिफ फरार होने में कामयाब रहा है।

केंद्रीय गृहमंत्रालय के निर्देशानुसार, जम्मू-कश्मीर पुलिस ने इस मामले की जांच बाद में एनआइए के हवाले कर दी थी। एनआइए ने पकड़े गए आतंकी मददगारों से पूछताछ के आधार पर इस मामले की जांच को आगे बढ़ाते हुए जैश-ए-मोहम्मद के नेटवर्क में शामिल उन सभी तत्वों को चिन्हित करना शुरु किया जो जलालाबाद सुंजवां हमले में शामिल आतंकियों के साथ प्रत्यक्ष-परोक्ष रूप से जुढ़े हुए हैं। इसी कड़ी में दक्षिण कश्मीर में जिला पुलवामा के पुत्रीगाम से आबिद अहमद मीर को पकड़ा गया है।

आबिद मीर भी जैश-ए-मोहम्मद का एक पुराना ओवरग्राउंड वर्कर है। वह पहले ही पकड़े जा चुके जैश के एक अन्य ओवरग्राउंड वर्कर बिलाल अहमद वागे का भी करीबी है। बिलाल अहमद वागे ने आतंकियों को सांबा से जलालाबाद सुंजवां पहुंचाने में अहम भूमिका निभायी थी। संबंधित अधिकारियों ने बताया कि आबिद मीर भी जलालाबाद-सुंजवां में हुई मुठभेड़ से पूरी तरह जुड़ा हुआ है। वह जैश-ए-मोहम्मद के पाकिस्तान में बैठे उन सभी कमांडरों के साथ लगातार संपर्क में था,जिन्होंने जलालाबाद सुंजवां में मारे गए आतंकियों को लांच किया था। 


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