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जम्मू कश्मीर में पर्यटन को नई उंचाइयों पर ले लाएंगे रोपवे, मानसर, शंकराचार्य मंदिर में भी रोपवे की तैयारी

जम्मू कश्मीर केबल कार कारपोरशन ने संबधित पर्यटन विकास प्राधिकरणों के साथ इन सभी जगहों पर रोपवे बनाने की प्री फिजीबिलिटी रिपोर्ट तैयार कर राज्य सचिवालय भेज दी है।

By Rahul SharmaEdited By: Published: Mon, 17 Feb 2020 06:30 PM (IST)Updated: Mon, 17 Feb 2020 06:30 PM (IST)
जम्मू कश्मीर में पर्यटन को नई उंचाइयों पर ले लाएंगे रोपवे, मानसर, शंकराचार्य मंदिर में भी रोपवे की तैयारी
जम्मू कश्मीर में पर्यटन को नई उंचाइयों पर ले लाएंगे रोपवे, मानसर, शंकराचार्य मंदिर में भी रोपवे की तैयारी

जम्मू, राज्य ब्यूरो। केंद्र शासित प्रदेश जम्मू कश्मीर के पर्यटन स्थलों पर रोपवे के नए प्रोजेक्टों से पर्यटन को नई उंचाइयों तक ले जाने की तैयारी है। जल्द जम्मू संभाग की मनोरम मानसर झील में किश्ती से सैर के साथ गंडोला की सवारी भी पर्यटकों को लुभाएगी। वहीं श्रीनगर के विश्व प्रसिद्ध श्रीनगर में शंकराचार्य मंदिर में भी देश, विदेश से आने वाले पर्यटकों को गंडोला की सैर का मौका मिलेगा। शंकराचार्य के गंडोला प्रोजेक्ट को पत्नीटाप प्रोजेक्ट की तर्ज पर बनाया जाएगा।

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पर्यटन से प्रदेश की तकदीर बदलने की केंद्र सरकार की मुहिम के तहत पत्नीटाप व जम्मू शहर के बाग-ए-बाहु के बाद निजी निवेश से जम्मू संभाग के उधमपुर जिले की प्रसिद्ध मानसर झील व मिनी कश्मीर के नाम से जाने वाले डोडा जिला के भद्रवाह, कश्मीर में शंकराचार्य मंदिर व पर्यटन स्थल युसमर्ग में भी रोपवे प्रोजेक्ट बनाने की तैयारी है। शंकराचार्य मंदिर में कई वर्ष पहले भी गंडोला प्रोजेक्ट बनाने का प्रस्ताव बनाया गया था। इसे यह कहकर नकार दिया गया था कि इससे तैयार करने के लिए पेड़ कटेंगे। अब बने नए प्राेजेक्ट में शंकराचार्य में गंडोला प्रोजेक्ट बनाने के लिए पेड़ नही काटने पड़ेंगे।

जम्मू कश्मीर केबल कार कारपोरशन ने संबधित पर्यटन विकास प्राधिकरणों के साथ इन सभी जगहों पर रोपवे बनाने की प्री फिजीबिलिटी रिपोर्ट तैयार कर राज्य सचिवालय भेज दी है। पर्यटकों की आमद को देखते हुए इन जगहों पर रोपवे बनाने के फैसले को आर्थिक रूप से सही बताया है। अब अगले चरण में जम्मू कश्मीर में जल्द होने जा रहे वैश्विक निवेश सम्मेलन में इन प्रोजेक्टों में निजी निवेश करने के लिए निवेशकों की तलाश की जाएगी। इन रोपवे प्रोजेक्टों को पब्लिक प्राइवेट पार्टनरशिप मोड में बनाने का फैसला किया है।

जम्मू संभाग में मानसर झील की खूबसूरती पर्यटकों को रिझाती है। यह स्थल धार्मिक रूप से भी महत्व रखता है। वर्ष 2019 में इस स्थल पर 9.65 लाख पर्यटक आए थे। यहां पर आने वाले पर्यटकों की संख्या निरंतर बढ़ रही है। एेसे में गंडोला प्रोजेक्ट बनने से क्षेत्र में पर्यटन को और बढ़ावा मिलना तय है। मानसर में युरोपियन मेक के गंडोला प्रोजेक्ट की प्रारंभिक रिपोर्ट में सुनिश्चित किया गया है कि इससे बनाने के लिए न वन्यजीव विभाग और न ही वन विभाग की जमीन का इस्तेमाल होगा।

सरूइंसर - मानसर पर्यटन विकास प्राधिकरण के मुख्य कार्यकारी अधिकारी नागेन्द्र सिंह जम्वाल का कहना है कि मानसर में गंडाेला एक महत्वकांक्षी प्रोजेक्ट है। जम्मू कश्मीर केबल कार कारपोरशन के साथ इसकी प्री फिजिबिलिटी रिपोर्ट तैयार कर जम्मू सचिवालय में भेज दी गई है। अब आगे की कार्रवाई का इंतजार हो रहा है। 

बीस करोड़ से बनेगा मानसर में गंडोला प्रोजेक्ट

जम्मू, संभाग के मानसर में गंडोला प्रोजेक्ट संभाग में बनने वाला सबसे किफायती प्रोजेक्ट होगा। चार सौ मीटर लंबे गंडोला प्रोजेक्ट की निमार्ण की कीमत सिर्फ बीस करोड़ रूपये होगी। मानसर गंडोला प्रोजेक्ट में 8 कैबिन होंगे। उम्मीद की जा रही है कि सारी औपचारितांए पूरी हो जाएं तो जारी वर्ष में काम शुरू हाे सकता है। मानसर का गंडोला संभाग में पहले बने 3 गंडोला प्रोजेक्टों में से सबसे अधिक किफायती है। पत्नीटाप में बने गंडोला प्रोजेक्ट पर करीब 120 करोड़ रूपये का खर्च आया था। वहीं जम्मू शहर के बाग-ए-बाहु में गंडोला पर करीब 75 करोड़ व श्री माता वैष्णो देवी में भैरो घाटी में गंडोला प्रोजेक्ट बनाने पर 85 करोड़ रूपये खर्च हुए हैं। 


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