Jammu Kashmir : दुश्मन की आंखों में आंखें डालकर देश सेवा के लिए तैयार हो रहे युवा
कोर कमांडर लेफ्टिनेंट जनरल डीपी पांडेय ने मौजूदा समाज में युवाओं की भूमिका की अहमियत पर विस्तार से रोशनी डाली। उन्होंने एनसीसी कैडटों को सराहते हुए कहा कि उन्हेंं समाज में शांति सुरक्षा और विश्वास का माहौल बनाए रखनमें अपनी जिम्मेदारी का निर्वाह करना है।
सुंटवारी (कुपवाड़ा), राज्य ब्यूरो : सैन्य शिविर से कुछ ही दूरी पर एक मैदान में सुबह होते ही बड़ी संख्या में कश्मीर युवक जमा हो जाते हैं। फिर भारत माता के जयघोष के साथ राष्ट्रध्वज को सलामी दी जाती है और उसके बाद उनकी अगली दिनचर्या शुरू होती है।
यह युवक जानते हैं कि एलओसी के पार पहाड़ी पर बैठे पाकिस्तानी सैनिकों की आंखें उन्हेंं देख रही हैं, वह किसी भी समय गोलाबारी कर सकते हैं, लेकिन यह युवा उससे बेफिक्र होकर कहते हैं कि उनसे निपटने की ही तैयारी करने यहां जमा हुए हैं। यह युवक बारामुला, बांडीपोरा, लंगेट, रफियाबाद, हंदवाड़ा और सोपोर के विभिन्न स्कूलों और कालेजों में स्थापित नेशनल कैडेट कोर एनसीसी की इकाइयों के हैं। यह सभी यहां वार्षिक प्रशिक्षण शिविर (एटीसी) में भाग लेने आए हुए हैं।
सुंटवारी, मच्छल में आयोजित इस शिविर में सीनियर और जूनियर डिवीजन के करीब 150 कैडेट हिस्सा ले रहे हैं। इनमें आठ लड़कियां भी हैं। मच्छल सेक्टर में यह अपनी तरह का पहला एनसीसी शिविर है। इसका आयोजन तृतीय वाहिनी एनसीसी बारामुला ने सेना की मच्छल ब्रिगेड के सहयोग से किया है।
इस साप्ताहिक शिविर में भाग ले रहे एनसीसी कैडट ड्रिल, हथियार चलाने, निशानेबाजी, योग, पर्वतारोहण, ट्रैकिंग, सामुदायिक सेवा और पर्यावरण संरक्षण का प्रशिक्षण ले रहे हैं। उत्तरी कश्मीर के विभिन्न हिस्सों से आए यह छात्र रोजाना शाम को सांस्कृतिक कार्यक्रमों के जरिए पूरे शिविर में माहौल को जीवंत बनाए रखते हैं।
सेना की 15वी कोर जिसे चिनार कोर भी कहते हैं, के कमांडर लेफ्टिनेंट जनरल डीपी पांडेय ने सेना की वज्र डिवीजन के जीओसी संग सोमवार को इस शिविर का दौरा किया। जूनियर डिवीजन के कैडेट इश्फाक अहमद हरे और सुहैब राशिद ने कोर कमांडर का स्वागत किया। सीनियर डीविजन के कैडेटों ने कोर कमांडर को सोफी बुरहान के नेतृत्व में गाड आफ आनर पेश किया।
अपने संबोधन में कोर कमांडर लेफ्टिनेंट जनरल डीपी पांडेय ने मौजूदा समाज में युवाओं की भूमिका की अहमियत पर विस्तार से रोशनी डाली। उन्होंने एनसीसी कैडटों को सराहते हुए कहा कि उन्हेंं समाज में शांति, सुरक्षा और विश्वास का माहौल बनाए रखनमें अपनी जिम्मेदारी का निर्वाह करना है। उन्होंने कोविड महामारी के दौरान एनसीसी कैडटों द्वारा किए गए कार्योंं का जिक्र करते हुए कहा कि प्राकृतिक आपदा का समय हो या कोई अन्य गतिविधि एनसीसी कैडेट हमेशा निस्वार्थ सेवा भाव से जनसेवा में जुट जाते हैं। उन्होंने विभिन्न विधाओं में उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाले एनसीसी कैडेट को भी सम्मानित किया गया। ड्रिल में मीर फिरदौस, निशानेबाजी में गुरप्रीत सिंह को सर्वश्रेष्ठ कैडेट का पुरस्कार प्रदान किया गया। कैडर मुनीर बाबा को सर्वश्रेष्ठ कैडेट का पदक प्रदान किया गया। इसके अलावा मच्छल सेक्टर के आठ गर्ल्स कैडेट को भी विशेष रूप से सम्मानित किया गया।
कैडेट मुनीर बाबा ने कहा कि जब मुझे बताया गया कि एनसीसी में पंजीकरण हो रहा है। मैने तुरंत फार्म भर दिया। मैने जब अपने पिता से इस बारे में चर्चा की तो उन्होंने भी मेरा उत्साह बढ़ाया। एनसीसी हमारे अंदर अनुशासन और आत्मविश्वास पैदा करती है। यह हमारे विपरीत परिस्थितियों का सामना करने और किसी आपदा के समय दूसरों की मदद लायक बनाती है। यह पूछे जाने पर कि एनसीसी में शामिल होने पर आतंकी उसे या उसके परिवार को निशाना बना सकते हैं तो उसने कहा कि वह जमाना लद चुका है।