सरकार बनाने के लिए मिल सकते हैं पीडीपी, कांग्रेस व नेकां
राज्य ब्यूरो, जम्मू : राज्य में बदलते राजनीतिक घटनाक्रम के बीच भाजपा व पीपुल्स कांफ्रेंस को सर
राज्य ब्यूरो, जम्मू : राज्य में बदलते राजनीतिक घटनाक्रम के बीच भाजपा व पीपुल्स कांफ्रेंस को सरकार बनाने से रोकने की कवायद शुरू हो गई है। नेशनल कांफ्रेंस, पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी और कांग्रेस ने खुद सरकार बनाने के लिए तालमेल बैठाना शुरू कर दिया है। नेकां संभावित गठबंधन सरकार में शामिल होने के बजाय बाहर से उसका समर्थन कर सकती है।
यह है सरकार का गणित :
भाजपा के पास 25 और सज्जाद गनी लोन के पास दो विधायक हैं, जबकि सरकार बनाने के लिए 44 विधायक चाहिए। उन्हें सरकार बनाने के लिए पीडीपी के कुछ विधायकों का साथ चाहिए और पीडीपी में इस समय अंतर्कलह जोरों पर है। नेशनल कांफ्रेंस में भी दो से तीन विधायक शीर्ष नेतृत्व से कथित तौर पर नाराज हैं। सूत्रों की मानें तो भाजपा को फिर से राज्य में सरकार बनाने से रोकने और अपने दल में विभाजन रोकने के लिए नेशनल कांफ्रेंस, कांग्रेस और पीडीपी ने आपस में मिलकर सरकार बनाने की दिशा में काम शुरू कर दिया है। अगर उनकी यह योजना सफल रहती है तो पीडीपी व कांग्रेस जो पहले भी वर्ष 2002 से 2008 तक गठबंधन सरकार चला चुकी है, फिर से सरकार बनाएगी और नेकां सरकार को बाहर से समर्थन देगी। नेकां के पास 15, कांग्रेस के पास 12 और पीडीपी के पास 28 विधायक हैं। तीनों के विधायकों की संख्या 55 होती है, जो सरकार बनाने के लिए जरूरी 44 विधायकों से कहीं ज्यादा है।
इसलिए साथ मिला सकते हैं नेकां-पीडीपी :
राज्य की सियासत पर नजर रखने वाले विशेषज्ञों की मानें तो जुनैद अजीम मट्टू को जिस तरह सज्जाद लोन ने नेशनल काफ्रेंस से वापस पीपुल्स कांफ्रेंस में शामिल किया है, उससे नेकां सकते में है और आज जुनैद श्रीनगर के मेयर हैं। इसलिए अब नेकां और पीडीपी को लगता है कि भाजपा को रोकने और कश्मीर में अपनी सियासत को बनाए रखने के लिए उन्हें न चाहते हुए भी एक दूसरे से हाथ मिलाना चाहिए।
किसके कितने विधायक
- पीडीपी : 28
- भाजपा : 25
- नेकां : 15
- कांग्रेस : 12
- पीपुल्स कांफ्रेंस : 02
(सरकार बनाने के लिए चाहिए 44)
'नेकां व पीडीपी का गठजोड़ बहुत मुश्किल है। अगर यह गठजोड़ होता है तो जम्मू व लद्दाख संभाग के लोग कैसे प्रतिक्रिया देंगे, यह भी सोचिए। यह गठजोड़ सिर्फ एक मजहब का और सिर्फ कश्मीर तक सीमित होगा। जम्मू व लद्दाख में लोग इसे पसंद नहीं करेंगे और यह राज्य का तीन हिस्सों में बंटवारे का कारण बनेगा।'
-मुजफ्फर हुसैन बेग, पीडीपी के वरिष्ठ नेता