Jammu Kashmir: पूर्व एमएलसी त्रिलोचन सिंह वजीर की रहस्यमयी मौत की जांच सीबीआइ से करवाने की मांग
त्रिलोचन सिंह वजीर पार्टी के एक प्रमुख नेता थे। विभिन्न पदों पर उनका योगदान जैसे कि गुरुद्वारा प्रबंधक बोर्ड के अध्यक्ष और परिवहन संघ के अध्यक्ष के रूप में बहुत बड़ा योगदान रहा है।वजीर की मौत की सीबीआइ जांच की मांग को लेकर उपराज्यपाल मनोज सिन्हा से भी मुलाकात करेंगे
जम्मू, जागरण संवाददाता : नेशनल कांफ्रेंस के पूर्व एमएलसी टीएस वजीर की रहस्यमय परिस्थितियों में हुई मौत की सीबीआइ जांच करवाने की मांग की है। प्रांतीय अध्यक्ष देवेंद्र सिंह राणा के नेतृत्व में नेशनल कांफ्रेंस के वरिष्ठ नेताओं की बैठक में पूर्व मंत्री अजय सदोत्रा, पूर्व मंत्री सुरजीत सिंह सलाथिया, रतन लाल गुप्ता, सज्जाद अहमद किचलू ने पार्टी मुख्यालय शेर-ए-कश्मीर भवन से जारी एक संयुक्त बयान में कहा कि जघन्य अपराध के दोषियों को न्याय के कटघरे में खड़ा करने के लिए तेजी से जांच की जानी चाहिए। बयान में कहा गया है कि त्रिलोचन सिंह वजीर पार्टी के एक प्रमुख नेता थे। विभिन्न पदों पर उनका योगदान जैसे कि गुरुद्वारा प्रबंधक बोर्ड के अध्यक्ष और परिवहन संघ के अध्यक्ष के रूप में बहुत बड़ा योगदान रहा है।
नेशनल कांफ्रेंस के नेता वजीर की मौत की सीबीआइ जांच की मांग को लेकर उपराज्यपाल मनोज सिन्हा से भी मुलाकात करेंगे । संयुक्त बयान पर हस्ताक्षर करने वालों में पूर्व मंत्री और पूर्व विधायक मुश्ताक अहमद बुखारी, शेख बशीर अहमद, जावेद अहमद राणा, खालिद नजीब सुहरावर्धी, बाबू रामपॉल, अब्दुल गनी मलिक, भूषण लाल भट, बिमला लूथरा, डा. चमन लाल भगत, पूर्व सांसद शेख अब्दुल रहमान के अलावा जलाल उद दीन, बृज मोहन शर्मा, एजाज जान, जगजीवन लाल, स्वर्ण लता, दीपिंदर कौर, डा. गगन भगत, रहीम दाद, हाजी मोहम्मद हुसैन, मास्टर नूर हुसैन आदि शामिल थे।
इसी बीच प्रदेश कांग्रेस कमेटी ने भी टीएस वजीर के निधन पर शोक जताया है। पार्टी के नेताओं का कहना है कि वजीर की हत्या एक सोची समझी साजिश के तहत की गई है। पुलिस को अपनी जांच प्रक्रिया में तेजी लानी चाहिए और किसी भी कीमत पर इस जघन्य अपराध के आरोपितों की शिनाख्त कर उन्हें सलाखों के पीछे डालना चाहिए।पार्टी के वरिष्ठ नेता एवं मंत्री योगेश साहनी का कहना है कि प्रदेश सरकार को इस मामले को गंभीरता से लेकर इसकी सूक्ष्मता से जांच पड़ताल करवानी चाहिए।