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NPP: फार्मासिस्ट का प्रशिक्षण लेने वाले युवाओं की अनदेखी के खिलाफ पैंथर्स पार्टी का प्रदर्शन

जम्मू कश्मीर में सरकारी और मान्यता प्राप्त प्राइवेट संस्थान है जिनसे युवाओं ने चार पांच लाख रुपये खर्च करके प्रशिक्षण हासिल किया था।

By Rahul SharmaEdited By: Published: Tue, 15 Sep 2020 05:44 PM (IST)Updated: Tue, 15 Sep 2020 05:46 PM (IST)
NPP: फार्मासिस्ट का प्रशिक्षण लेने वाले युवाओं की अनदेखी के खिलाफ पैंथर्स पार्टी का प्रदर्शन
NPP: फार्मासिस्ट का प्रशिक्षण लेने वाले युवाओं की अनदेखी के खिलाफ पैंथर्स पार्टी का प्रदर्शन

जम्मू, राज्य ब्यूरो: जम्मू कश्मीर फार्मेसी एक्ट के तहत फार्मासिस्ट का प्रशिक्षण लेने वाले नौजवानों को नजरअंदाज करने का आरोप लगाते हुए पैंथर्स पार्टी ने प्रदर्शन किया। प्रदर्शन में फार्मासिस्ट भी शामिल हुए। पार्टी मुख्यालय गांधी नगर के बाहर धरना देते हुए कार्यकर्ताओं ने कहा कि केंद्र शासित प्रदेश जम्मू कश्मीर की सरकार युवाओं के साथ मजाक कर रही है।

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पार्टी के चेयरमैन हर्षदेव सिंह ने कहा कि पूर्व जम्मू कश्मीर में जम्मू कश्मीर फार्मेसी एक्ट के तहत पच्चीस हजार युवाओं ने दो साल का प्रशिक्षण लिया हुआ है। अब उनसे कहा जा रहा है कि अब जम्मू कश्मीर केंद्र शासित प्रदेश बन चुका है और यहां पर केंद्रीय फार्मेसी एक्ट लागू हो गया है। ऐसे में आपको दवाइयों की दुकान खोलने का लाइसेंस नहीं मिल सकता है और न ही पंजीकरण हो सकता है। इसके विपरीत दवाइयों की दुकानों में काम करने वाले युवा अपना अनुभव दिखाकर लाइसेंस ले सकते है। हर्षदेव सिंह ने कहा कि इस तरह का मजाक आज तक देखा नहीं गया। जम्मू कश्मीर में सरकारी और मान्यता प्राप्त प्राइवेट संस्थान है जिनसे युवाओं ने चार पांच लाख रुपये खर्च करके प्रशिक्षण हासिल किया था।

अब लाइसेंस नहीं दिए जा रहो है और कल को वे नौकरियों के लिए आवेदन नहीं कर पाएंगे। उन्होंने कहा कि इन युवाओं का दोष बताया जाए। जब सारे नियमों के तहत युवाओं ने प्रशिक्षण किया है तो फिर अब बेइंसाफी कैसी है। जम्मू कश्मीर में पहले से ही बेरोजगारी बहुत ज्यादा है। अगर युवा अपना कामकाज करना चाहते है तो इसमें आपत्ति ही क्या है। इस तरह की बेइंसाफी को सहन नहीं किया जाएगा। इससे पहले भी सरकार ने एक साल के अनुबंध पर कार्यरत स्वास्थ्य विभाग के कर्मियों को बाहर निकाल दिया था। कोरोना की चुनौतियों के बीच सरकार को कर्मियों की जरूरत थी। जम्मू के हितों की आवाज को बुलंद करने के लिए पैंथर्स पीछे नहीं हटेगी। 


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