नेशनल हेल्थ और फैमिली सर्वे : जम्मू कश्मीर में 24 प्रतिशत जनसंख्या 15 वर्ष से कम उम्र की
इस सर्वे में एक बात यह भी सामने आई है कि 18 साल से कम आयु वर्ग में तीन प्रतिशत बच्चे ऐसे हैं जिनके माता-पिता में से एक किसी एक की या फिर दोनों की मौत हो चुकी है। इसी आयु वर्ग में 96 प्रतिशत बच्चों के अभिभावक हैं।
जम्मू, राज्य ब्यूरो : जम्मू-कश्मीर में तीन चौथाई लोग ग्रामीण क्षेत्रों में रहते हैं। इसमें से 24 प्रतिशत जनसंख्या की उम्र 15 वर्ष से कम है। 93 प्रतिशत जनसंख्या के पास आधार कार्ड हैं जबकि 22 प्रतिशत कभी भी स्कूलों में नहीं गए। यह पता नेशनल हेल्थ और फैमिली सर्वे में हुआ है। सर्वे में कहा गया कि जम्मू-कश्मीर में 62 प्रतिशत लोग ग्रामीण क्षेत्रों में रहते हैं। हर घर में औसतन 4.8 सदस्य हैं। छह प्रतिशत परिवार ऐसे हैं जिनके घरों की मुखिया महिलाएं हैं।
वहीं 66 प्रतिशत घरों के मुखिया मुस्लिम हैं। 32 प्रतिशत घरों के प्रमुख हिंदू हैं। सर्वे में यह भी कहा कि 62 प्रतिशत एकल परिवार है। 38 प्रतिशत अभी भी संयुक्त परिवार हैं। जम्मू-कश्मीर में लिंग अनुपात अभी एक हजार पुरुषों के मुकरबले 948 है जबकि सात साल से कम आयु वर्ग में यह अनुपात एक हजार लड़कों के पीछे 946 है। इस सर्वे में एक बात यह भी सामने आई है कि 18 साल से कम आयु वर्ग में तीन प्रतिशत बच्चे ऐसे हैं जिनके माता-पिता में से एक किसी एक की या फिर दोनों की मौत हो चुकी है। इसी आयु वर्ग में 96 प्रतिशत बच्चों के अभिभावक हैं। तीन प्रतिशत अपनी मां के साथ रहते हैं। एक प्रतिशत के माता-पिता दोनों ही नहीं हैं। पांच साल से कम आयु वर्ग में 95 प्रतिशत बच्चों का जन्म संबंधित अधिकारियों या विभाग के पास पंजीकृत हैं। 81 प्रतिशत बच्चों के पास जन्म प्रमाणपत्र है।
एमडी ने उनकी छवि खराब करने का लगाया आरोप : जम्मू कश्मीर हार्उंसग बोर्ड के मैर्नेंजग डायरेक्टर (एमडी) मोहम्मद सलीम डार ने उनकी व उनके परिवार की छवि खराब करने का आरोप लगाते हुए गांधी नगर पुलिस स्टेशन में मामला दर्ज करवाया है। एमडी की ओर से गांधी नगर पुलिस को डाक के माध्यम से एक शिकायत पत्र मिला था, जिसके आधार पर पुलिस ने जांच शुरू कर दी है। एमडी ने शिकायत में बताया कि श्रीनगर के सौरा के जोनीमार मुहल्ले के रहने वाले हाशिम मुश्ताक अहंगर और लाल बाजार, श्रीनगर के हाकिम मुजम्मिल उनकी व उनके परिवार की छवि खराब करने का प्रयास कर रहे हैं। दोनों ही उनके खिलाफ कई झूठी शिकायतें दर्ज करवा रहे हैं। उनकी पत्नी पर भी व्यक्तितगत टिप्पणियां कर रहे हैं। एमडी ने बताया कि इसको लेकर वे और उनका परिवार काफी आहत है। आरोप है कि आरोपितों की ओर से उन्हें धमकियां भी मिल रही हैं और ऐसा कर उन्हें उनका काम करने से रोका जा रहा है। वहीं, शिकायत के आधार पर पुलिस ने किसी का अपमान करने और शांति भंग करने के प्रयास की धाराओं में मामला दर्ज कर आगे की कार्रवाई शुरू कर दी है।