नाग देवता के आगे नतमस्तक हुये श्रद्धालु, मांगी परिवार की सुख-समृद्धि Jammu News
नाग चित्र पर सिंदूर का टीका दूध और लावा चढ़ाकर विधिपूर्वक पूजा अर्चना के साथ परिवार की कुशलता की कामना की गई।
जम्मू, जेएनएन। भाद्रपद मास शुक्ल पक्ष की ऋषि पंचमी को मनाए जाने वाले इस दिवस पर श्रद्धालुओं ने नाग देवता के आगे नतमस्तक होकर परिवार की सुख-समृद्धि के लिये प्रार्थना की। पारंपरिक पर्व नागपंचमी डोगरा प्रदेश जम्मू में धूमधाम से मनाया जा रहा है। घरों के साथ-साथ लोग मन्दिरों में नाग पूजन करने के लिए भारी संख्या में श्रद्धालु पहुंच रहे हैं। शिव मंदिरों में जलाभिषेक करने व नाग बरमी पर दलस्सी चढ़ाने के लिये सुबह से ही श्रद्धालुओं का तांता लगना शुरू हो गया था।
शिव मंदिरों के साथ बाबा सुरगल देवता के स्थानों पर पूजा-अर्चना के साथ भंडारे लगाए गए हैं। सूर्योदय के बाद महिलाओं ने व्रत रख परंपरागत ढंग से घरों में नाग देवता की पूजा की। इस दौरान नाग स्थान बरमियों पर दलस्सी (कच्चा दूध, घी और चीनी मिलाकर बना अमृत) चढ़ाने के लिए सुबह से ही श्रद्धालुओं की भीड़ लगी हुई है। श्रद्धालुओं ने हल्दी, रोली, चावल व फूल चढ़ाकर नाग देवता की पूजा की।
रसोई घर की साफ सफाई कर महिला व्रतियों ने कागज व दीवार पर नागों की आकृति बनाकर पूजन किया। नाग चित्र पर सिंदूर का टीका, दूध और लावा चढ़ाकर विधिपूर्वक पूजा अर्चना के साथ परिवार की कुशलता की कामना की गई। हर जाति वर्ग का पर्व मनाने का अलग तरीका था। कई घरों में महिलाओं ने परंपरा के अनुसार पकवान के साथ नमकीन खीर और मीठा दलिया बनाकर परिजनों में प्रसाद के रूप में परोसा। कहीं कुल देवताओं की पूजा अर्चना के साथ कुल देवस्थानों पर जात्तर भी करवाई गई।
नागपंचमी में कालसर्प की विशेष पूजा
अखनूर के जिया पोता घाट पर कालसर्प की विशेष पूजा अर्चना हुई। पूजा करवा रहे ज्योतिषाचार्य रोहित वशिष्ठ ने बताया कि नागपंचमी के दिन काल सर्प दोष निवारण पूजा करने से इसके प्रभाव को कम किया जा सकता है। राहु और केतु का निवारण करने वाले कुंडली में बने कालसर्प योग के शुभ होने पर जीवन में सुख मिलता है। इसके बुरे असर से व्यक्ति जीवनभर परेशानियों से जूझता रहता है। शिव मंदिर सुरगल देवता स्थान न्यू प्लाट, राधा कृष्ण मंदिर पंजतीर्थी, बाबा सुरगल देव स्थान गोल मार्केट पार्क, पीडीडी सब डिवीजन ग्रीन बेल्ट पार्क, पीएचई डिवीजन गांधी नगर स्थित बाबा सुरगल देवस्थान, रणवीरेश्वर मंदिर शालामार, राजा मंडलीक देवस्थान नरवाल, बाबा सुरगल देवस्थान नरवाल, प्रीत नगर, कालीबीर देवस्थान सुंजवां, तालाब तिल्लो व छन्नी सहित शिव मंदिरों में भी सुबह से ही श्रद्धालुओं का तांता लगा हुआ है। श्रद्धालुओं ने नाग पूजन के साथ शिवलिंग का जलाभिषेक कर सुख-समृद्धि के लिए प्रार्थना की। गांधी नगर लास्ट मोड़ स्थित बाबा सुरगल देवस्थान पर स्थानीय दुकानदारों की ओर विशाल भंडारे का आयोजन किया गया।