कश्मीर के अमेरिकन, महाराजी व डिलिशियस सेब के न्यूनतम समर्थन मूल्य दरें तय
बागवानी योजना एवं विपणन विभाग ने वादी में किसानों से खरीदे जाने वाले सेब की किस्म व ग्रेडिंग के आधार पर उसकी न्यूनतम समर्थन मूल्य दरें तय कर दी हैं।
राज्य ब्यूरो, श्रीनगर : कश्मीर में सेब की तीन प्रमुख किस्मों अमेरिकन, महाराजी व डिलिशियस के लिए राज्य सरकार ने शुक्रवार को न्यूनतम समर्थन मूल्य दरें तय कर दी। अमेरिकन 48 रुपये प्रति किलो, महाराजी 40 रुपये और डिलिशियस 54 रुपये प्रति किलो खरीदा जाएगा।
राज्यपाल सत्यपाल मलिक ने गत वीरवार को इस योजना को औपचारिक रूप से लागू किया है। बागवानी, योजना एवं विपणन विभाग ने वादी में किसानों से खरीदे जाने वाले सेब की किस्म व ग्रेडिंग के आधार पर उसकी न्यूनतम समर्थन मूल्य दरें तय कर दी हैं। गत्ते के डिब्बों में घास के साथ पैक किए जाने वाले ए, बी और सी ग्रेड के डीलिशियस सेब की मूल्य दरें 52 रुपये, 36 रुपये 15.75 रुपये प्रति किलो रहेगी।
कार्ड बोर्ड ट्रे की पैकिंग में उपलब्ध ए और बी ग्रेड के डीलिशियस सेब की मूल्य दरें 53 रुपये और 37 रुपये प्रति किलो रहेगी, जबकि लकड़ी की पेटियों में पैक ए और बी ग्रेड के डीलिशियस सेब की मूल्य दरें 54 रुपये और 38 रुपये प्रति किलो रहेगी। गत्ते के डिब्बों में घास के साथ पैक ए, बी और सी ग्रेड का अमेरिकन सेब 48 रुपये, 32 रुपये और 18 रुपये न्यूनतम समर्थन मूल्य पर खरीदा जाएगा।
महाराजी सेब जो गत्ते के डिब्बों में घास के साथ पैक किया गया होगा ए, बी, सी ग्रेड के आधार पर किसानों से 40 रुपये, 25 रुपये और 19 रुपये प्रति किलो की दर से न्यूनतम समर्थन मूल्य के आधार पर खरीदा जाएगा।
मंडलायुक्तकश्मीर बसीर अहमद खान ने उत्तरी कश्मीर में स्थित देश की सबसे बड़ी सेब मंडी सोपोर का दौरा कर बाजार हस्तक्षेप योजना के तहत राष्ट्रीय कृषि सहकारिता विपणन फेडरेशन (नेफेड) द्वारा सेब उत्पादकों से उनकी फसल खरीदने के लिए प्रबंधों का जायजा लिया।
उनके साथ डीआइजी उत्तरी कश्मीर रेंज और जिला उपायुक्त बारामुला जीएन इट्टु संग भी मौजूद थे। उन्होंने सेब उत्पादकों के लिए हाल ही में जारी की गई बाजार हस्तक्षेप योजना का लाभ पहुंचाने के लिए फैसिलिटेशन सेंटर में उपलब्ध सुविधाओं का जायजा लिया। मंडलायुक्त ने योजना के कार्यान्वयय के लिए अधिकारियों के साथ बैठक भी की। बैठक में निदेशक बागवानी योजना एवं विपणन, निदेशक बागवानी, एसएसपी सोपोर, एडीसी सोपोर, एडीसी बारामुला व अन्य अधिकारियों ने भाग लिया।