निकाय चुनाव में निर्दलीय बिगाड़ेंगे पार्टियों का गणित
संवाद सहयोगी, आरएसपुरा : निकाय चुनाव दिन व दिन करीब आ रहे है। इस लिहाज से भाजपा और का
संवाद सहयोगी, आरएसपुरा : निकाय चुनाव दिन व दिन करीब आ रहे है। इस लिहाज से भाजपा और कांग्रेस दोनों के लिए आरएसपुरा नगरपालिका में ज्यादा सीटे हासिल करना चुनौती बन गया है। एक तरफ भाजपा पूर्व बहुतम हासिल करने के प्रयास में है तो कांग्रेस पिछली बार की तरह बहुमत हासिल करने के लिए एड़ी चोटी का जोर लगा रही है। किसको कितनी सफलता मिलती है यह तो भविष्य के गर्भ में छिपा रहस्य है। आरएसपुरा नगरपालिका में हमेशा कांग्रेस-भाजपा में सीधी टक्कर रही है। यहां मतदाताओं के पास तीसरा विकल्प नहीं है।
आरएसपुरा विधानसभा में ही आरएसपुरा म्यूनिसिपल कमेटी आती है। भाजपा की टिकट से डॉ. गगन भगत विधायक निर्वाचित हुए थे, लेकिन उनको अनुशासन के चलते तीन महीने के लिए पार्टी से संस्पेंड कर दिया गया था। इससे भगत भी नाराज हैं। उम्मीदवारों की चयन कमेटी में भी उनको स्थान नहीं दिया गया। ऐसे में ऐसी खबरे भी हैं वो पार्टी के खिलाफ काम कर सकते हैं। अगर ऐसा हुआ तो भाजपा को नुकसान पहुंचना स्वभाविक है। आरएसपुरा के कई वार्डो में विधायक डॉ. भगत का होल्ड है। वही कुछ टिकट न मिलने से भी नाराज हैं। इसमें से कुछ ने आजाद चुनाव लड़ रहे हैं, जो भाजपा को नुकसान पहुंचाएंगे।
वहीं कांग्रेस की गुटबाजी और पार्टी नेताओं के मतभेद किसी से छिपे नहीं है। जिस तरह से निकाय चुनाव में उम्मीदवारों के चयन में परेशानी आई है, उससे साफ है कि कांग्रेस में सब कुछ ठीक नहीं चल रहा। कांग्रेस में भी गुटबाजी चरम पर है। नेता अनुशासन क्या है भूल ही चुके हैं। कई ऐसे मौके आए जब पार्टी नेताओं के बीच दूरी देखी गई। दोनों पार्टियों से असंतुष्ट लोग बागी हो चुके हैं, जो निकाय चुनाव का गणित बिगाड़ सकते हैं। हालांकि दोनों ही पार्टियों के लोग ऐसी किसी मतभेद से इंकार करते हुए एकजुट होने का दावा तो कर रही हैं, लेकिन अंदर खाते में सब कुछ ठीक नहीं है। अगर कुल मिलका कर कहें तो निकाय चुनाव भाजपा और कांग्रेस के लिए किसी परेशानी से कम नहीं होगा।