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DG Lohia Murder Case : क्या कसूर था उसका, क्यों मारा मेरे बेटे को...मां परमेश्वी देवी के थम नहीं रहे थे आंसू

परमेश्वरी ने कहा कि मुझे नहीं पता किसने मारा था। मैं कल ही पहुंची हूं। 10-15 दिन पहले फोन पर बात हुई थी। अंतिम बाद 10 जनवरी को शादी समारोह के दौरान मुलाकात हुई थी लेकिन क्या पता था दोबारा कभी मुलाकात नहीं होगी।

By Dinesh MahajanEdited By: Rahul SharmaPublished: Thu, 06 Oct 2022 07:34 AM (IST)Updated: Thu, 06 Oct 2022 07:34 AM (IST)
DG Lohia Murder Case : क्या कसूर था उसका, क्यों मारा मेरे बेटे को...मां परमेश्वी देवी के थम नहीं रहे थे आंसू
परिवार के बड़े सदस्य तो क्या बच्चे भी अपनी मांग उनके सामने रखते थे।

जम्मू, जागरण संवाददाता : क्या कसूर था उसका। सबको संभालते संभालते भगवान उसे संभाल कर ले गया। क्यों मारा उसे, क्या बिगाड़ा था उसने किसी का। कभी किसी का बुरा नहीं किया। ईमानदारी उसके खून में थी। सरकार का कभी पैसा नहीं खाया। हम लोग बोलते थे सबके घर के बाहर गाडिय़ां खड़ी रहती है, तू एक भी गाड़ी भी नहीं रखता। यह भावुक भरे शब्द पुलिस महानिदेशक जेल हेमंत लोहिया की मां परमेश्वरी लोहिया के थे। वह बेटे को अंतिम विदाई देने जम्मू पहुंची थीं।

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परमेश्वरी ने कहा कि मुझे नहीं पता किसने मारा था। मैं कल ही पहुंची हूं। 10-15 दिन पहले फोन पर बात हुई थी। अंतिम बाद 10 जनवरी को शादी समारोह के दौरान मुलाकात हुई थी, लेकिन क्या पता था दोबारा कभी मुलाकात नहीं होगी। मां की आंखों से आंसू थम नहीं रहे थे। हेमंत परिवार का स्तंभ था। किसी को किसी चीज की जरूरत होती थी तो वह सबकी जरूरत को पूरा करता।

परिवार के बड़े सदस्य तो क्या बच्चे भी अपनी मांग उनके सामने रखते थे। उन्होंने कभी किसी को निराश नहीं किया। हेमंत ने हमेशा ब'चों को भी ईमानदारी की शिक्षा दी है। इस बीच, जम्मू के जोगी गेट श्मशान घाट पर दोपहर तीन बजे लोहिया के पार्थिव शरीर का अंतिम संस्कार किया। उन्हें मुखाग्नि उनके बेटे अनिकेत ने दी। पुलिस की ओर से अंतिम बार गार्ड आफ आनर भी किया। जवानों ने हथियार झुका अंतिम विदाई दी।

दोस्त के घर से निकली लोहिया की अंतिम यात्रा : शहर के बाहरी क्षेत्र उदयवाला में जिस दोस्त के घर हेमंत लोहिया की हत्या हुई थी वहीं से अंतिम यात्रा निकाली। जीएमसी अस्पताल में शव का पोस्टमार्टम के बाद बुधवार सुबह 11:30 बजे शव को पुलिस वाहन में उदयवाला उनके दोस्त राजीव खजूरिया के आवास पर ले जाया गया। घर पर उनकी पत्नी बेटा, बेटी, माता, दो भाई, भाभी के अलावा करीबी सदस्य मौजूद थे। पुलिस के कई वरिष्ठ अधिकारी भी वहां मौजूद रहे। घर पर अंतिम दर्शन करने के बाद विशेष वाहन में शव को जिला पुलिस लाइन में माल्यार्पण समारोह के लिए ले जाया गया। हेमंत के सरकारी आवास जो जम्मू के गांधी नगर में है, इन दिनों मरम्मत कार्य चल रहा है, इसके चलते लोहिया पत्नी के साथ दोस्त के घर पर रह रहे थे।

डीजी जेल लोहिया के हत्यारोपित यासिर ने जुर्म कुबूला, पूछताछ जारी : अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक जम्मू (एडीजीपी) मुकेश सिंह ने कहा कि जेल पुलिस के महानिदेशक (डीजी) हेमंत कुमार लोहिया की हत्या का जुर्म आरोपित यासिर अहमद ने कुबूल कर लिया है। अभी आरोपित से पूछताछ जारी है। एडीजीपी ने इस मामले मेें आतंकी कनेक्शन से भी इन्कार किया। श्रद्धांजलि समारोह में एडीजीपी मुकेश ने बताया कि प्रारंभिक जांच से पता चला कि रामबन निवासी यासिर जो लोहिया के घर पर घरेलू नौकर था, वह ही मुख्य आरोपित है। सीसीटीवी फुटेज के उपरांत पता चला कि आरोपित वारदात के बाद घटनास्थल से भाग रहा था। यासिर ने स्वयं अपराध कुबूल कर लिया है। तीन अक्टूबर को लोहिया की हत्या कर दी थी। 


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