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बारिश से जमीन में आई नमी, पर डीएपी खाद की अब भी कमी

जागरण संवाददाता जम्मू लंबे अंतराल के बाद बारिश होने से सूखे पड़े खेतों में नमी बन आई है

By JagranEdited By: Published: Mon, 16 Nov 2020 05:00 AM (IST)Updated: Mon, 16 Nov 2020 05:00 AM (IST)
बारिश से जमीन में आई नमी, पर डीएपी खाद की अब भी कमी
बारिश से जमीन में आई नमी, पर डीएपी खाद की अब भी कमी

जागरण संवाददाता, जम्मू : लंबे अंतराल के बाद बारिश होने से सूखे पड़े खेतों में नमी बन आई है, जिससे अब गेहूं की बिजाई हो सकती है, लेकिन किसानों की दूसरी चिता डीएपी खाद की है, जिसकी अब भी भारी कमी है। बारिश होने के साथ ही किसानों की खाद खरीद केंद्रों में भाग दौड़ शुरू हो चुकी है, मगर डीएपी खाद की उपलब्धता नहीं हो पा रही है। यहां तक कि प्राइवेट दुकानों पर जाकर भी खाद की मांग की जा रही है और किसानों के हाथ निराशा ही लग रही है। कंडी क्षेत्र में तो किसान ज्यादा परेशान है जो कि मध्य नवंबर माह तक गेहूं की बिजाई कर लेते थे, लेकिन समय पर बारिश नहीं होने के कारण बिजाई लेट हो गई। हालांकि देरी से ही सही बारिश तो हुई, लेकिन अब खाद नही मिलने से किसान दर बदर हो रहा है। रबी सीजन में जम्मू संभाग के लिए 15 हजार मीट्रिक टन खाद की जरूरत रहती है और 10 हजार मीट्रिक टन खाद तो तुरंत गेहूं की बिजाई के समय चाहिए, लेकिन किसी भी सरकारी केंद्र में खाद है ही नहीं। अक्टूबर माह से खाद का रैक भी जम्मू में लग नहीं पाया।

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क्या कहते किसान

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बारिश होने से कंडी क्षेत्र के किसान खुश हैं, लेकिन गेहूं की बिजाई बिना खाद कैसे हो पाएगी। मैं कृषि विभाग से पूछना चाहता हूं कि आखिर विभाग ने अग्रिम योजना क्यों नहीं बनाई। किसी भी केंद्र में खाद उपलब्ध नहीं है। क्या करेगा किसान।

-गौतम सिह

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नवंबर माह में बारिश होने से किसान खुश हैं, लेकिन खाद की बड़ी दिक्कत है। दूसरे ब्लॉक में जाकर भी खाद का पता किया, लेकिन खाद नहीं मिल रही। मुझे समझ नहीं आता है कि बिना डीएपी के गेहूं की बिजाई कैसे हो पाएगी।

-विजय चौधरी

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मढ़ सब्जी का गढ़ है। किसान गेहूं के अलावा इन दिनों सब्जियां भी लगाते हैं। प्रशासन को जल्द से जल्द खाद उपलब्ध करवानी चाहिए। पहले ही गेहूं की बिजाई लेट है। अब सारा काम अगले चंद दिनों में निपटाना है। जितनी देरी होगी, उतना की पैदावार पर असर पड़ता है।

-शक्ति कुमार

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प्रशासन किसानों की परेशानियों को दूर करने के लिए गंभीर नहीं। यही वजह है कि आए दिन किसान धरने प्रदर्शन पर उतरता है। खाद, बीज, पानी यह किसानों की बुनियादी जरूरत है। अगर यह जरूरत भी पूरी नहीं हो पाई तो बड़े अफसोस की बात है।

-किशोर कुमार

पंजाब में किसानों के आंदोलन के कारण हुई देरी

पंजाब में किसानों के आंदोलन के चलते रेल सेवा ठप है। इसी बजह से ही खाद का रैक जम्मू नहीं पहुंच पा रहा है। हम लगातार केंद्र सरकार को किसानों की दिक्कतों से अवगत करा रहे हैं। उम्मीद है कि सब सामान्य हो जाएगा और खाद का रैक जम्मू में लगेगा।

-रोशन लाल, उप निदेशक, लॉ इंफोर्समेंट विग, कृषि विभाग


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