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Lifestyle: जम्मू-कश्मीर में भी मॉड्युलर किचन बने लोगों की पहली पसंद

किचन में लगा मार्बल थोड़े समय बाद पीला पड़ सकता है इसलिए यहां मार्बल का इस्तेमाल न कर ग्रेनाइट का यूज करें तो बेहतर रहेगा।

By Rahul SharmaEdited By: Published: Sat, 22 Feb 2020 02:58 PM (IST)Updated: Sat, 22 Feb 2020 02:58 PM (IST)
Lifestyle: जम्मू-कश्मीर में भी मॉड्युलर किचन बने लोगों की पहली पसंद
Lifestyle: जम्मू-कश्मीर में भी मॉड्युलर किचन बने लोगों की पहली पसंद

जम्मू, जागरण संवाददाता। जम्मू-कश्मीर में भी मॉड्युलर किचन लोगों की पहली पसंद बन गए हैं। नए घरों में तो इन्हें बनाया ही जा रहा है, पुराने किचन भी बदल कर मॉड्युलर बनाए जा रहे हैं। लोग अपने बजट के हिसाब से इन्हें तैयार करवाने में लगे हैं। कोई घर की डेकोरेशन व डिजाइन को मैच करते हुए इन्हें बनवाता है तो कोई किचन की पूरी डिजाइन ही तैयार करवा रहा है। इसमें किचन में लगी टाइलों से लेकर अन्य सामान को भी एक जैसा बनवाया जा रहा है।

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कुंजवानी में मॉड्युलर किचन का सामान बेचने तथा डिजाइन करने में दक्ष उमेश कुमार का कहना है कि अब मॉड्युलर किचन आम हो गया है। लोग खासा पैसा भी खर्च करने लगे हैं। तीन सौ से दो हजार रुपये प्रति फुट के हिसाब से जम्मू में मॉड्युलर किचन मार्केट में उपलब्ध हैं। उनका कहना है कि किचन का डिजाइन तय करते समय एक बेसिक लेआउट तैयार करें। इसमें इस बात का ध्यान रखा जाए कि सिंक, फ्रिज और ओवन एक लाइन में नहीं, बल्कि ट्राइएंगल बनाते हों। इससे काम करने में आसानी होती है। इन तीनों की जगह तय होने के बाद चिमनी के लिए इलेक्ट्रिकल प्वाइंट तक प्लं¨बग की व्यवस्था पहले ही कर लेना चाहिए। प्लेटफॉर्म के नीचे की जगह के लिए पुल आउट मॅाड्यूलर ट्रॉलीज का इस्तेमाल करें।

किचन प्लेटफॉर्म के कॉर्नर के लिए कॉर्नर करौसल का यूज किया जा सकता है। आजकल अलग-अलग चीजों को रखने के लिए अलग-अलग ट्रॉलीज बाजार में उपलब्ध हैं। इनमें कटलरी बास्केट, कप सॉसर बास्केट, थाली बास्केट, ग्रेन बास्केट, प्लेन बास्केट प्रमुख हैं। वह बताते हैं कि प्लेटफॉर्म के ऊपर वाली जगह का यूज ओवर हेड वॉल कैबिनेट बनाकर किया जा सकता है। यह कैबिनेट अगर चिमनी के आसपास बनाए जाएं तो दीवारें ज्यादा खूबसूरत लगती हैं। उनका कहना है कि मॉड्यूलर किचन के लिए मैटेरियल का सेलेक्शन करते समय कीमत ही नहीं, उस मैटेरियल पर सर्दी या गर्मी, रगड़ और वजन आदि का क्या असर पड़ेगा, ये भी देखा जाना चाहिए। पार्टिकल बोर्ड ज्यादा वजन नहीं सह सकता, इसलिए ऐसे बोर्ड किचन में लगाने से बचें।

किचन में लगा मार्बल थोड़े समय बाद पीला पड़ सकता है, इसलिए यहां मार्बल का इस्तेमाल न कर ग्रेनाइट का यूज करें तो बेहतर रहेगा। गांधीनगर के रहने राहुल शर्मा का कहना है कि मॉड्युलर किचन अब घर की सबसे बड़ी जरूरत है। एक किचन पर एक लाख रुपये से ऊपर खर्च हो जाता है। फिर बजट के हिसाब से पांच-दस लाख रुपये लगाकर भी लोग मॉड्युलर किचन तैयार कर रहे हैं। 


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