कश्मीर समस्या शांतपूर्ण तरीके से समग्र बातचीत के जरिए हल हो: मीरवाइज
Kashmir problem, मीरवाइज मौलवी उमर फारूक ने कश्मीर समस्या को शांतपूर्ण तरीके से समग्र बातचीत के जरिए हल करने पर जोर दिया।
श्रीनगर, राज्य ब्यूरो। ऑल पार्टी हुर्रियत कांफ्रेंस के उदारवादी गुट के चेयरमैन मीरवाइज मौलवी उमर फारूक ने कश्मीर समस्या को शांतपूर्ण तरीके से समग्र बातचीत के जरिए हल करने पर जोर दिया। नई दिल्ली ने कभी भी इस दिशा में गंभीरता से प्रयास नहीं किया है। कश्मीरियों को कभी नई दिल्ली की तरफ से बिना शर्त बातचीत की पेशकश नहीं हुई है।
भारत सरकार इस मसले को फौजी तरीके से हल करते हुए जम्मू कश्मीर के विशेष दर्जे को समाप्त कर, राज्य का भारत में पूर्ण विलय करना चाहती है। यहां जामिया मस्जिद में नमाज ए जुमे से पूर्व मीरवाइज ने कहा कि गृहमंत्री राजनाथ सिंह कहते हैं कि उन्होंने हुर्रियत को कश्मीर मसले के हल के लिए बातचीत के लिए बुलाया था। वह कहते हैं कि बातचीत के लिए कोई शर्त भी नहीं थी।
यहां जामिया मस्जिद में मैं एक बात साफकर देता हूं कि हमें बीते चार सालों में नई दिल्ली की तरफ से कश्मीर समस्या के समाधान के लिए बिना शर्त समग्र बातचीत की कभी पेशकश नहीं हुई है। मीरवाइज ने कहा कि हुर्रियत काफ्रेंस शुरू से कश्मीर समस्या का एक समग्र बातचीत के जरिए हल निकालने की पक्षधर रही है। हमने कभी बातचीत से अपने कदम पीछे नहीं खींचे हम बातचीत से तभी हटे जब हमें यकीन हुआ कि नई दिल्ली सिर्फ दुनिया का ध्यान बंटाने के लिए बातचीत का ड्रामा रच रही है।
हम हमेशा से ही कहते आए हैं कि भारत सरकार को कश्मीर को हल करने के लिए सभी संबंधित पक्षों के साथ बातचीत की प्रक्रिया बहाल करते हुए कश्मीर मसमले को कश्मीरियों की उम्मीदों के अनुरूप हल करने की दिशा में कदम आगे बढ़ाना चाहिए। हुर्रियत इसमें सहयोग करेगी।
हम भारतीय संविधान के दायरे में किसी भी बातचीत के समर्थक नहीं है। केंद्रीय गृहमंत्री राजनाथ सिंह ने गत वीरवार को संसद में कहा था कि कश्मीर में अमन बहाली के लिए केंद्र ने हुर्रियत के साथ बातचीत का प्रयास किया था। हुर्रियत के नकारात्मक रवैये के कारण बात नहीं हो पाई।