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मेरे जीते जी कोई देश को ओलंपिक पदक दिलवा दे : मिल्खा

री ख्वाहिश है कि मेरे जीते जी कोई देश के लिए ओलंपिक में भाग लेकर एथलेटिक्स में पदक जीते। मैंने 1960 के रोम ओलंपिक में अपने हाथों से पदक फिसलते हुए देखा है।

By Edited By: Published: Mon, 08 Oct 2018 02:42 AM (IST)Updated: Mon, 08 Oct 2018 08:43 AM (IST)
मेरे जीते जी कोई देश को ओलंपिक पदक दिलवा दे : मिल्खा
मेरे जीते जी कोई देश को ओलंपिक पदक दिलवा दे : मिल्खा

जम्मू , विकास अबरोल। मेरी ख्वाहिश है कि मेरे जीते जी कोई देश के लिए ओलंपिक में भाग लेकर एथलेटिक्स में पदक जीते। मैंने 1960 के रोम ओलंपिक में अपने हाथों से पदक फिसलते हुए देखा है। तब से लेकर आज तक भारत का कोई भी खिलाड़ी एथलेटिक्स में भाग लेकर देश के लिए पदक जीतने में कामयाब नहीं हो पाया।

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मुझे पूरा विश्वास है कि अगर कोई भी खिलाड़ी मैदान में जीजान से पसीना बहाए तो वो मेरे जीते जी ओलंपिक में पदक देखने की इच्छा को पूरा कर सकता है। फ्लाइंग सिख के नाम से विश्वभर में विख्यात मिल्खा सिंह ने जम्मू तवी मैराथन के उद्घाटन अवसर पर मंच से प्रतिभागियों को संबोधित करते हुए कहा कि वह आज तक कई मैराथन को हरी झंडी दिखाकर रवाना कर चुके हैं लेकिन उन्हें इस बात का मलाल है कि आज तक देश के लिए कोई भी ओलंपिक में भाग लेकर एथलेटिक्स में पदक जीतने में कामयाब नहीं हो पाया है।

उन्होंने प्रतिभागियों से खेलों में बढ़-चढ़कर भाग लेकर नशे से दूर रहने की नसीहत दी। मिल्खा सिंह ने युवाओं को संदेश दिया कि वे नशे से दूर रहकर खेलों से नजदीकी बनाएं। मैदान में जाकर खूब पसीना बहाएं और देश व राज्य का नाम रोशन करें। जो खिलाड़ी नशे के नजदीक जाता है वो मौत के भी नजदीक जाता है। इसलिए खिलाड़ियों ही नहीं, बल्कि युवा पीढ़ी नशे से दूरी बनाए रखें।

मिल्खा सिंह ने कहा कि ड्रग का सहारा लेकर एशियन पदक विजेताओं से उनके पदक छीन लिए गए। इससे देश का नाम तो विश्व भर में खराब हुआ है लेकिन इससे उन्हें भी काफी पीड़ा हुई है। खिलाड़ियों को किसी भी ड्रग का सहारा नहीं लेना चाहिए। मैदान में अपने बलबूते अपनी प्रतिभा साबित करनी चाहिए।

उन्होंने एशियन खेलों में भाग लेकर वुशु में कांस्य पदक जीतने वाले राज्य के सूर्य भानु सिंह की भी सराहना की। जम्मू तवी मैराथन में छोटे बच्चों से लेकर बड़े बुजुर्गो ने भी पूरे उत्साह से भाग लिया। अंत में प्रतिभागियों को आयोजकों की ओर से रिफ्रेशमेंट भी उपलब्ध करवाई गई। मैराथन के दौरान जगह-जगह प्रतिभागियों के लिए पेयजल की भी व्यवस्था की गई थी।

सेल्फी लेने का रहा क्रेज

गुलशन ग्राउंड में मिल्खा सिंह ने सात किलोमीटर लंबी तवी मैराथन को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया। इस दौरान प्रतिभागियों का जोश देखते ही बनता था। मिल्खा सिंह ने आयोजकों को मैराथन के आयोजन करने के लिए मुबारकबाद दी। मैदान में मौजूद प्रतिभागियों ने लीजेंड मिल्खा सिंह के साथ सेल्फी और फोटो भी ¨खचवाई। गुलशन ग्राउंड से शुरू हुई मैराथन बिक्रम चौक, डोगरा चौक, गुम्मट चौक, विवेकानंद चौक, रघुनाथ मंदिर चौक, सिटी चौक, शहीदी चौक, रेजिडेंसी रोड, गुज्जर नगर पुल से होते हुए गुलशन ग्राउंड पहुंचकर संपन्न हुई।

मैराथन में प्रतिभागियों ने 17 वर्ष से नीचे और ऊपर के आयुवर्ग में भाग लिया। अंत में विभिन्न वर्गों के विजेताओं व उप विजेताओं को नकद इनाम राशि और साइकिल देकर सम्मानित किया गया। सीनियर वर्ग में बलविन्द्र ¨सह ने पहला स्थान हासिल किया। उसे इनाम में 3100 रुपए की राशि और साइकिल दी गई। दूसरा स्थान दलबीर ने हासिल किया। उसे 2100 रुपए और साइकिल इनाम में दी गई। लड़कों एवं लड़कियों के वर्ग के भी विजेताओं को भी 3100, 2100 और 1100 रुपए की राशि सहित साइकिल इनाम में देकर सम्मानित किया गया।

पें¨टग प्रदर्शनी का उद्घाटन

मिल्खा सिंह ने नशे से होने वाले नुकसान का संदेश देने वाली पेंटिंग प्रदर्शनी का भी उद्घाटन किया। पुलिस स्टेडियम गुलशन ग्राउंड में पेंटिंग प्रदर्शनी का दौरा किया और आयोजकों की प्रशंसा की। उन्होंने कहा कि पेंटिंग एक अच्छा माध्यम है जिससे युवा पीढ़ी को इससे होने वाले नुकसान के प्रति सचेत किया जा सकता है।


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