JAMMU: रामबन में पकड़े गए लश्कर के आतंकियों को गूल से मिले थे हथियार, सुरक्षा एजेंसियां सतर्क
सुरक्षा एजेंसियों को दक्षिण कश्मीर के दोनों आतंकियों को संचालित करने वाले कुछ और लोगों के नाम की जानकारी मिली है।
ऊधमपुर, अमित माही। रामबन जिले के हाला इलाके में पकड़े गए लश्कर के दोनों आतंकी हथियारों को कश्मीर से नहीं लाए थे बल्कि यहीं से हासिल किया था। इससे पुलिस और सुरक्षा एजेंसियों के कान खड़े हो गए हैं। बड़ी बात यह है कि सुरक्षा एजेंसियां रामबन जिले में आतंकियों के स्लीपर सेल के सक्रिय होने की बात से इन्कार भी नहीं कर पा रही हैं। ऐसे में गूल और रामबन के वह इलाके जो कभी आतंकियों के पनाहगाह रहे हैं, वे अब पुलिस और सुरक्षा एजेंसियों के रडार पर हैं।
एसएसपी रामबन अनीता शर्मा ने आतंकियों को हथियार गूल में उपलब्ध होने की पुष्टि की है। उन्होंने कहा कि मामले को सुलझा लेने के बाद ही इस संबंध में अधिक जानकारी दी जा सकेगी। वहीं, मामले की जांच के साथ ही सुरक्षा एजेंसियां पूरे जिले को सैनिटाइज करने की रणनीति पर विचार कर रही हैं। इसके लिए तलाशी अभियान चलाने पर विचार किया जा रहा है।
स्लीपर सैल की तलाश की जा रही
वहीं इंटेलिजेंस व तकनीक की मदद से जिले में मौजूद स्लीपर सैलों की तलाश शुरू कर दी गई है। दोनों लश्कर आतंकियों का यहां आना और यहीं पर एके-47 राइफल का हासिल करना इस बात का पुख्ता संकेत है कि उनके यहां मददगार सक्रिय हैं। आतंकवाद के दौर में रामबन जिले के गूल समेत अन्य इलाके खासे प्रभावित रहे हैं। असंख्य आतंकी ठिकाने थे। संभव है उनमें से कुछ आतंकी ठिकाने अभी भी मौजूद होंगे, जहां पर असलाह है। आतंकियों के मददगार स्लीपर सेलों को इनकी जानकारी हो सकती है। आतंकियों के पास हथियारों की कमी है। वह हथियार जुटाने के लिए हर संभव प्रयास कर रहे हैं। यह भी पता लगाया जा रहा है कि दोनों यहां किसी वारदात को अंजाम देने तो नहीं आए थे। सुरक्षा एजेंसियों को दक्षिण कश्मीर के दोनों आतंकियों को संचालित करने वाले कुछ और लोगों के नाम की जानकारी मिली है।
आतंकी संगठन बड़ी वारदात की फिराक में
सुरक्षा एजेंसियों ने आतंकियों के स्थानीय मददगारों की तलाश शुरू कर दी है। आतंकवाद के दौर में रामबन और गूल के कई इलाके आतंकियों के पनाहगाह रहे हैं। पुलिस विभाग का कहना है कि उन्होंने अपने गुप्तचरों को सक्रिय कर दिया है। आतंकवादियों को पनाह व हथियार देने वालों को जल्द पकड़ा जाएगा। सूत्रों का कहना है कि इस गिरफ्तारी ने आतंकियों के मंसूबों को जाहिर कर दिया है। वह किसी बड़ी वारदात को अंजाम देने की तैयारी कर रहे हैं। पिछले कुछ महीनों के दौरान कश्मीर के बाद जम्मू संभाग में आतंकी घटनाएं बढ़ी है, इससे तो यही स्पष्ट होता है कि आतंकवादी संगठन कश्मीर की ही तरह जम्मू संभाग में फिर से अशांति का वातावरण फैलाने की फिराक में है। आतंकियों के इन्हीं मंसूबों को भांपते हुए पुलिस व सुरक्षा एजेंसियां सतर्क हो चुकी हैं।
अबु ताला के संपर्क में थे दोनों आतंकी
रामबन जिला के गूल के हाला इलाके में सुरक्षा बलों संयुक्त ऑपरेशन चला कर दो आतंकियों को हथियारों व अन्य सामान के साथ पकड़ा है। दोनों पकड़े गए आतंकी लश्कर तंजीम से जुड़े हैं और दोनों ही लश्कर आतंकी नावीद उर्फ अबु ताला के संपर्क में रह कर उसके निर्देशों पर काम कर रहे थे। गूल के हारा इलाके में आतंकियों हरकत होने की मिली गुप्त सूचना के आधार पर सेना की 58 राष्ट्रीय राईफल, 9 पैरा ने गूल पुलिस के साथ मिल कर हारा पंचायत के कालीमस्ता इलाके में सोमवार तड़के 3.30 बजे तलाशी अभियान चलाया। इस दौरान पुलिस सुरक्षा बलों ने दो संदिग्धों को पकड़ा। उनके पास से एक ऐके-47 राईफल, एक ऐके मैगजीन व ऐके राईफल की 30 गोलियों के अलावा 8771 रुपये की भारतीय करंसी बरामद की। पकड़े गए दोनों आतंकियों की पहचान शौकत अहमद शेख पुत्र गुलाम नबी शेख, निवासी चारसू, अवंतीपोरा पुलवामा व तवील मोहियुदीन डार पुत्र गुलाम मोहियुदीन डार निवासी मालीपुरा कुलगाम के रूप में हुई है।
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